झांसी में घूमने की जगह — इतिहास, संस्कृति और रोमांच से भरपूर
झांसी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर सटा हुआ एक प्रमुख जिला है। झांसी अपने इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। झांसी में रानी लक्ष्मी बाई की वीर गाथाएं सुनने के लिए मिलती है। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित झांसी भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। झांसी शहर प्राचीन किलों, मंदिरों, संग्रहालयों, पार्कों और प्राकृतिक पर्यटन स्थलों के लिए भी जाना जाता है।
यदि आप जानना चाहते हैं कि झांसी में घूमने की जगह कौन-कौन सी हैं, तो आपके लिए यह लेख पूरी तरह उपयोगी है। यहाँ हम झांसी के प्रमुख पर्यटन स्थलों (Jhansi me Ghumne ki Jagah), उनके इतिहास, खासियत, झांसी के प्रसिद्ध मंदिर, ऐतिहासिक स्थान, झांसी के प्रमुख पार्क और घूमने का सही समय — सब कुछ कवर करेंगे।
झांसी का इतिहास (History of Jhansi)
झांसी का इतिहास बहुत ही रोचक रहा है। झांसी अपनी वीरता और शौर्य के लिए जाना जाता है। यह शहर रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान के कारण प्रसिद्ध है। यहां पर चंदेल और मराठा शासन की समृद्ध विरासत देखी जा सकती है।
प्राचीन काल में, 10वीं 11वीं शताब्दी में, झांसी में चंदेल राजाओं का शासन था।यहां पर कई मंदिर और तालाब की संरचना है, आज भी देखी जा सकती है, जो चंदेल राजाओं के समय की है। 17वीं शताब्दी में यहां पर बुंदेला वंश के शासक का राज्य हुआ करता था। बुंदेला राजाओ के, झांसी के आस-पास की एरिया में बहुत सारी संरचनाओं देखी जा सकती है। झांसी के पास ओरछा राज्य में, बुंदेला राजाओं के मंदिर और महल देखे जा सकते हैं।
18वीं शताब्दी में झांसी एक महत्वपूर्ण स्थल बन चुका था। 18वीं शताब्दी में झांसी में मराठा वंश का शासन हुआ। पेशवा बाजीराव प्रथम के शासनकाल में झांसी का महत्व बढ़ा और इसे प्रमुख स्थान मिला। झांसी के इतिहास में सबसे गौरवशाली दिन रानी लक्ष्मीबाई का संघर्ष था। जब रानी लक्ष्मीबाई, राजा गंगाधर राव की मृत्यु के बाद, झांसी का शासन संभाला था। उन्होंने अंग्रेजों के तहत उनकी नीति के तहत लड़ाई करी थी। रानी ने अंग्रेजों की लैप्स पॉलिसी को स्वीकार नहीं किया था।
1857 की क्रांति में, झांसी नगर ने स्वतंत्रता के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान निभाया था। रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों से बहादुरी से मुकाबला किया और 14 जून 1858 में ग्वालियर में वीरगति को प्राप्त हुई। उनकी कुर्बानी में झांसी कोअमर बना दिया। 1858 के बाद झांसी ब्रिटिश प्रशासन के अधीन आ गया और झांसी में बहुत सारे बदलाव किए गए।
झांसी के पास घूमने के प्रमुख पर्यटन और दर्शनीय स्थान ( Jhansi me Ghumne ki Jagah)
झांसी के फेमस मंदिर (Famous Temples in Jhansi)
1. लक्ष्मी मंदिर (Lakshmi Temple)
लक्ष्मी मंदिर झांसी के प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिरों में से एक है। लक्ष्मी मंदिर झांसी में लक्ष्मी तालाब के पास में बना है। यह मंदिर माता महालक्ष्मी को समर्पित है। मंदिर की प्राचीन वास्तुकला, भव्य गर्भगृह और धार्मिक महत्व इसे झांसी का प्रमुख आकर्षण बनाते हैं।
यह मंदिर प्राचीन और खूबसूरत है। इस मंदिर का निर्माण मराठा सूबेदार शिवराव भाऊ ने करवाया था। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, की महारानी लक्ष्मीबाई यहां पर प्रतिदिन पूजा करने के लिए आया करती थी। लक्ष्मी पूजा के दौरान यहाँ खास भीड़ होती है।
लक्ष्मी मंदिर की खासियत
- इस मंदिर के गर्भगृह में माता लक्ष्मी की सफेद मार्बल की बहुत सुंदर मूर्ति विराजमान है।
- मंदिर की दीवारों में हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां और जटिल नक्काशी देखने के लिए मिलती है।
- यह झांसी के महाराजाओं के मुख्य मंदिर था, क्योंकि इसमें उनकी कुलदेवी विराजमान थी।
- मंदिर के आसपास का दृश्य बहुत सुंदर है। यहां पर आपको तालाब और बगीचे का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।
2. महाकाली मंदिर झांसी (Mahakali Temple)
महाकाली मंदिर झांसी का प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर झांसी में लक्ष्मी ताल के पास में स्थित है। इस मंदिर में महाकाली जी की बहुत ही सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर में आकर बहुत अच्छा लगता है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए पूरे देश से भक्त आते हैं।
महाकाली मंदिर की खास बातें
- महाकाली मंदिर में मां काली कन्या के रूप में विराजमान है।
- यह मंदिर 1687 में ओरछा के महाराजा वीर सिंह जूदेव ने बनवाया था। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि जब वह अपने सैनिकों के साथ झांसी में जंगल में शिकार में गए थे। तब उन्हें तालाब के पास पहाड़ में गुफा देखी, जिसमें उन्हें महाकाली के दर्शन हुए।
- इस मंदिर में पूजा करने के लिए इंदिरा गांधी जी आए थे। इस मंदिर में पूजा करने के लिए बड़े-बड़े नेता आए हैं।
- यहां पर मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है। लोगों को यह अटूट विश्वास है।
3. इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple Jhansi)
इस्कॉन मंदिर झांसी में राधा कृष्ण के भक्तों के लिए एक प्रसिद्ध और सुंदर मंदिर है। यह मंदिर मुख्य शहर झांसी में बना है। यहां पर आप आसानी से पहुंचकर श्री राधे कृष्णा जी के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
इस्कॉन मंदिर झांसी की खास बातें
- मंदिर के मुख्य गर्भगृह में श्री राधा कृष्ण की बहुत ही आकर्षक प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर आकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
- मंदिर परिसर बहुत अच्छा और साफ-सुथरा है।
- यहां पर मंदिर के सामने एक दुकान है, जहां पर बुक्स, गीता, अगरबत्ती, गोपाल मूर्ति, लड्डू गोपाल के कपड़े और भी बहुत सारी चीज मिलती है।
- यहां पर संडे के दिन भव्य तरीके से आरती होती है, जिसमें लोग शामिल होते हैं और नाचते गाते हुए आरती होती है।
4. पंचकुइंया मंदिर (Panchkuinya Mandir)
पंचकुइया मंदिर झांसी के प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिरों में से एक है। यह मंदिर झांसी नगर में झांसी किले की तलहटी पर बना है। इस मंदिर में आप आसानी से पहुंच सकते हैं। इस मंदिर का नाम बहुत ही अनोखा है। इस मंदिर में पांच छोटे आकार के कुएं बने हुए हैं, जिसके कारण इस मंदिर का नाम पंचकुइयां रखा गया है। छोटे आकार के कुएं को कुइयां के नाम से जाना जाता है।
पंचकुइया मंदिर के खास बातें
- मंदिर के मुख्य गर्भगृह में मां शीतला माता और संकटा माता की मूर्ति विराजमान है। मंदिर परिसर में ढेर सारी देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शंकर भगवान, श्री गणेश जी, मां दुर्गा जी, छोटी माता, हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं।
- इस मंदिर में नवरात्रि के समय बहुत भीड़ लगती है। बहुत सारे लोग माता के दर्शन करने के लिए आते हैं।
- नवरात्रि के समय यहां पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। यहां पर ढेर सारी दुकान लगती है, जहां पर तरह-तरह का सामान मिलता है।
5. माँ लहर की देवी मंदिर झांसी (Maa Lahar Devi Temple Jhansi)
माँ लहर की देवी मंदिर झांसी के सिपरी बाजार में बना है। यह मंदिर बहुत सुंदर और प्राचीन है। इस मंदिर में आप आकर लहर देवी के दर्शन कर सकते हैं। इस मंदिर को लेकर ढेर सारी मान्यताएं हैं।
माँ लहर की देवी मंदिर की खास बातें
- लहर वाली देवी की मूर्ति के बारे में कहा जाता है, की माता दिन में 3 बार रंग बदलती है। सुबह बचपन में, दोपहर जवानी में और शाम को माँ बूढ़ी रूप में दिखाई देती है।
- यहां पर भक्त सच्चे मन से, जो भी मनोकामना मांगता है। वह जरूर पूरी होती है।
- यहां पर माता को पशु बलि चढ़ाई जाती है।
6. श्री सिद्धेश्वर मंदिर झांसी (Shri Siddheshwar Temple)
श्री सिद्धेश्वर मंदिर झांसी के प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिरों में से एक है। यहां पर स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर झांसी में ग्वालियर रोड पर बना है। यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। यह झांसी में शिव भक्तों का एक प्रसिद्ध स्थान है। यहां पर आकर भक्त, शिव के दर्शन करके आत्मिक शांति प्राप्त करते हैं।
श्री सिद्धेश्वर मंदिर खास बातें
- यह मंदिर बहुत प्राचीन है। इस मंदिर को लेकर बहुत सारी मान्यताएं हैं। कहा जाता है कि यह शिवलिंग स्वयंभू है।
- इस मंदिर को बनने में 21 साल का समय लगा है। इस मंदिर का आर्किटेक्चर बहुत ही आकर्षक है।
- इस मंदिर में ढेर सारे देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर देवी लक्ष्मी, गणेश, सरस्वती जी और साई बाबा के मंदिर बने हुए हैं।
7. श्री सखी के हनुमान मंदिर (Shri Sakhi Hanuman Temple)
श्री सखी के हनुमान मंदिर झांसी का एक फेमस मंदिर है। यह मंदिर झांसी में ग्वालियर रोड पर बना है। यह मंदिर झांसी और आसपास के एरिया में बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर में हनुमान जी सखी के भेष में विराजमान है। सखी के भेष में विराजमान होने के बाद, भी उनके दोनों हाथों में गदा है। यहां पर बहुत सारे लोग हनुमान जी की इस रूप के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।
श्री सखी के हनुमान मंदिर की खास बातें
- त्योहारों के समय इस मंदिर में बहुत सारे लोग हनुमान जी के दर्शन करने के लिए आते हैं। इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार के दिन बहुत सारे लोग आते हैं।
- इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर जो भी मनोकामना मांगी जाती है। वह जरूर पूरी होती है और मनोकामना पूरी होने के बाद लोग यहां पर घंटी चढ़ाते हैं।
8. कैलाश पर्वत बरुआसागर झांसी (Kailash Mountains Baruasagar)
कैलाश पर्वत झांसी के पास बरुआसागर में घूमने के लिए एक अच्छा स्थान है। यहां पर पहाड़ी के ऊपर मंदिर बना हुआ है। पहाड़ी में चढ़ने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। इस पर्वत के बारे में कहा जाता है कि शिव जी ने अपने चरण यहां पर रखे थे। इस पर्वत पर एक मंदिर है, जो शिव जी को समर्पित है।
झाँसी के ऐतिहासिक स्थल (Historical Places of Jhansi)
9. झाँसी का किला (Jhansi Fort)
झांसी का किला भारत देश के प्रसिद्ध किलो में से एक है। झांसी का किला मुख्य शहर में रेलवे स्टेशन के पास में बना है। यहां पर आसानी से पहुंचा जा सकता है। झांसी के किले का निर्माण ओरछा के राजा वीर सिंह जूदेव ने 1613 में करवाया था। झांसी जिले को प्राचीन काल में बलवंत नगर के नाम से जाना जाता था। झांसी का किला बंगरा नाम की पहाड़ी पर बना है।
झांसी का किला बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। किले के परिसर में प्राचीन द्वार, मंदिर, दीवारों, किला खंडहर और एक संग्रहालय (रानी महल) शामिल हैं। यहां से झांसी शहर का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है। किले में शाम को आयोजित “लाइट एंड साउन्ड शो” (Light & Sound Show) किले के इतिहास और 1857 की क्रांति की घटनाओं को जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है।
किले में 10 गेट है – इनमें से कुछ गेट महत्वपूर्ण है। दतिया गेट, उन्नाव गेट, लक्ष्मी गेट, सागर गेट, ओरछा गेट और चांद गेट हैं। यह किला बहुत बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। इसलिए इस किले में घूमने में आपको करीब 3 से 4 घंटे लग सकते हैं। किले में प्रवेश करने के लिए आपको टिकट लेना पड़ता है। किले में पार्किंग की व्यवस्था भी है।
झांसी किला खुलने का समय – 6:00 AM – 6:00 PM
प्रवेश शुल्क (Entry Fee) – भारतीय नागरिक: ₹20–25
विदेशी: ₹200–₹250
15 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए: निशुल्क / फ्री
लाइट & साउंड शो (Light & Sound Show) हिंदी : लगभग 7:45 PM (ग्रीष्म) / 6:30 PM (सर्दियाँ)
अंग्रेजी शो: 8:45 PM (ग्रीष्म) / 7:30 PM (सर्दियाँ)
शो शुल्क: Indians ~ ₹50, Foreigners ~ ₹300 (या ₹250)
झांसी के किले के अंदर घूमने के लिए अन्य स्थान
कड़क बिजली तोप
कड़क बिजली तोप झांसी किले का एक मुख्य आकर्षण है। कड़क बिजली तोप को प्राचीन समय में जब चलाया जाता था। तब इसकी आवाज इतनी ज्यादा थी, कि ऐसा लगता था कि बिजली कड़क रही है। इसलिए इसका नाम कड़क बिजली तोप रखा गया। यह तोप बहुत पुरानी है और झांसी किला में संरक्षित है। यह तोप झाँसी किले के मुख्य द्वार पर है।
शिव मंदिर
झांसी किले के अंदर शिव मंदिर स्थित है। यह भी झांसी किले के अंदर स्थित मुख्य आकर्षण हैं।
गणेश जी का मंदिर
झांसी किले के अंदर गणेश जी का मंदिर बना है।
पंचमहल
पंचमहल एक पांचतलीय भवन था, जो राजा वीर सिंह जू देव द्वारा बनाया गया था। रानी लक्ष्मीबाई ने विशेष रूप से इसके भूतल का प्रयोग किया था, जो इनके सभा कक्ष के रूप में काम आता था। प्रथम तल के एक कक्ष में रानी ठहरती थी। इस भवन का ऊपरी तल ब्रिटिश शासन काल में बनवाया गया था।
काल कोठरी
काल कोठरी या जेल झांसी किला में पंच महल के पास में बना है। इस महल का उपयोग कैदियों को रखने के लिए किया जाता था। अंग्रेजों ने इसमें एक मंजिल बनवाई थी।
जंपिंग पॉइंट
जंपिंग पॉइंट झांसी किले पर एक जगह है, जहां पर झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने अपने दंतक पुत्र के साथ घोड़े पर सवार होकर इस स्थल से छलांग लगाई थी। यह जगह 20 फीट की ऊंचाई पर है और नीचे खड़ी चट्टानी ढलान थी।
समाधि स्थल
झांसी किले के अंदर प्रमुख व्यक्तियों के समाधि स्थल बने हैं। यहां पर गुलाम गौस का समाधि, मोतीबाई, खुदा बख्श जी की समाधिया है। जिन्हें आप देख सकते है।
किले के भीतर आपको बरादरी, मेमोरियल सिमेट्री, फांसी स्तंभ, देखने मिलते है। किले में भवानी शंकर नाम की भी एक तोप है।
10. रानी महल (Rani Mahal)
रानी महल झांसी मुख्य शहर में घूमने के लिए एक सुंदर महलों में से एक है। रानी महल अपनी सुंदर पेंटिंग, नक्काशीदार स्तंभों और कलात्मक स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध है। रानी महल रानी लक्ष्मीबाई का निवास स्थान रहा है। वर्तमान में यह पुरातात्विक संग्रहालय के रूप में जाना जाता है।
रानी महल दो मंजिला समतल छत वाला एक सुंदर महल है। महल के आयताकार आंगन में एक लघु कूप तथा दोनों और दो फव्वारे विद्यमान है। इसके अतिरिक्त महल में अनेक लघु कक्ष और 6 बड़े कक्षा तथा बहुपरती मेहराबों से सुसज्जित समानांतर गलियारे निर्मित है।
रानी महल की खास बातें
- रानी महल की भीतरी छत, दीवार तथा मेहराबों पर चमकीले रंगों द्वारा पुष्प, पशु, पक्षियों के अलंकरण बने हुए हैं। इन चित्रों में मयूर, बदक और पक्षी का विशेष रूप से उल्लेख है।
- यहां पर रानी लक्ष्मीबाई के जीवन के बारे में ढेर सारी जानकारी मिलेगी।
- यहां पर ढेर सारी प्राचीन वस्तु और मूर्तियां देखने के लिए मिलते हैं।
- अगर आप इतिहास प्रेमी है, तो आपको इस जगह पर जरूर आना चाहिए।
11. राजकीय संग्रहालय झांसी (Government Museum Jhansi)
राजकीय संग्रहालय झांसी की एक प्रमुख और इतिहास प्रेमियों के लिए मुख्य जगह है। यहां पर आकर आप ढेर सारी प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देखने के लिए मिलता है। यह जगह झांसी में मुख्य शहर में स्थित है। यहां पर आप आसानी से पहुंच सकते हैं। यह जगह झांसी में बच्चों के साथ घूमने के लिए बहुत ही बढ़िया है। यहां पर बच्चे जाकर अपना ज्ञान वर्धन कर सकते हैं।
राजकीय संग्रहालय की खासियत
- यहां पर औजार, मूर्तियां, पेंटिंग, और पुरानी मूर्तियों का कलेक्शन है।
- यहां पर एंटरटेनमेंट के लिए बहुत सारे साधन है। यहां पर वर्चुअल हेलीकॉप्टर राइड, वर्चुअल रियलिटी, डिजिटल क्विज, साइकिल राइड जैसे कई एंटरटेनमेंट मौजूद है।
- यहां पर ऐतिहासिक लड़ाई और योद्धा की मूर्तियों को मोम से बनाया गया है।
- यहां पर झांसी का पूरा इतिहास आपको देखने के लिए मिल जाता है।
- बुंदेली कला का संग्रह
- स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास
- प्राचीन कलाकृतियाँ
12. बरुआ सागर किला (Barua Sagar Fort)
बरुआ सागर का किला झांसी के पास घूमने के लिए एक बढ़िया जगह है। यह किला झांसी से करीब 20 किमी दूर बरुआ सागर झील के किनारे बना हुआ एक सुंदर किला है। यह किला पहाड़ी पर बना हुआ है। इस किले से चारों तरफ का बहुत सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।
बरुआसागर किले की खास बातें
- यह किला बुंदेली स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
- इस किले से झील के और आसपास के सुंदर दृश्य को देखा जा सकता है।
- यह किला झांसी की रानी का शीतकालीन निवास स्थान था। यहां पर ढेर सारे रूम बने हुए हैं, जहां पर गर्मी के समय ठंड महसूस होता था।
13. लक्ष्मी तालाब (Lakshmi Talab)
लक्ष्मी तालाब झांसी की एक सुंदर और शांत जगह है। यह तालाब बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। तालाब किनारे गार्डन और टहलने के लिए स्थान बना हुआ है। इस जगह के बारे में माना जाता है, की रानी लक्ष्मीबाई यहां पर घुड़सवारी और युद्ध कला का अभ्यास किया करती थी। यहां की हरियाली और शांत वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
झांसी के फेमस पार्क (Famous Parks in Jhansi)
पंचतंत्र पार्क झांसी
पंचतंत्र पार्क झांसी में बच्चों के साथ घूमने लिए एक बढ़िया पार्क है। यह पार्क एनिमल थीम पार्क है। यह पार्क पंचतंत्र की कहानियों से प्रेरित है। यहां पर ढेर सारे जानवरों के स्टैचू देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही आकर्षक लगते हैं। यहां पर टॉय ट्रेन है, जिसमें बच्चे एंजॉय कर सकते हैं। यह पार्क मुख्य शहर में बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से आ सकते हैं। पार्क में प्रवेश के लिए शुल्क लगता है।
पंचतंत्र पार्क की खासियत
- पार्क में जानवरों के बहुत सारे स्टैचू बने हुए हैं। यहां पर हाथी, घोड़े, शेर, क्रोकोडाइल, डायनासोर के स्टैचू बने हुए हैं, जो बहुत ही आकर्षक लगते हैं।
- पार्क में चारों तरफ हरियाला पेड़ पौधे हैं, जिससे यहां पर आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिताया जा सकता है।
- पार्क में एक छोटी सी कैंटीन बनी हुई है, जहां पर ढेर सारा सामान मिलता है।
- यहां पर बच्चों के लिए एक छोटा सा वॉटर पूल भी है।
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पार्क झांसी (Veerangana Maharani Lakshmibai Park, Jhansi)
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पार्क झांसी मुख्य शहर में राजकीय संग्रहालय के पास में बना है। यह झांसी का सबसे बड़ा और सुन्दर पार्क है। यह पार्क वेल मेन्टेन और चारों तरफ हरियाली से घिरा हुआ है। इस पार्क में आकर आप ढेर सारी गतिविधियों का आनंद उठाते हैं। यहां पर महारानी लक्ष्मी बाई की बहुत बड़ी प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जिसमें महारानी लक्ष्मी बाई घोड़े पर सवार है और अपनी तलवार को हाथ में लिए हुए हैं और उनका अडॉप्टेड सन उनके पीछे की तरफ बैठा हुआ है।
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पार्क की खासियत
- पार्क में प्रवेश के लिए एंट्री टिकट नहीं लगता है। यह पार्क सभी लोगों के लिए फ्री है।
- यहां पर लाइव म्यूजिक सिस्टम है।
- यहां पर फॉउन्टेन लगे हुए हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं।
- यह सुबह एवं शाम के समय सैर के लिए बहुत बढ़िया है।
- यहां पर शाम के समय बहुत सारे लोग आते हैं।
- यहां पर आउटडोर जिम बना हुआ है, जहां पर कोई व्यक्ति जिम कर सकता है।
डॉ वृंदावन लाल वर्मा पार्क झांसी (Dr. Vrindavan Lal Verma Park, Jhansi)
डॉ वृंदावन लाल वर्मा पार्क झांसी का एक प्रमुख पार्क है। इस पार्क में आप घूमने के लिए आ सकते हैं। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला है। पार्क के अंदर देखने के लिए बहुत सारी जगह है। पार्क में वाटरफॉल, झूले, जिम, फाउंटेन, वाटर हार्वेस्टिंग, तालाब, हट फाउंटेन बने हुए हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं।
जनरल बिपिन रावत शहीद पार्क झांसी (General Bipin Rawat Shahid Park)
जनरल बिपिन रावत शहीद पार्क झांसी में मुख्य शहर में बना हुआ है। इस पार्क में आप परिवार और बच्चों के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं और अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। पार्क में बच्चों के लिए बहुत सारी एडवेंचरस एक्टिविटी हैं, जो बच्चे लोग काफी एंजॉय करते हैं।
यह पार्क भारत के पहले की चीफ ऑफ डिफेंस को एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि है। यह जगह बहुत अच्छी तरह से मेंटेन की गई है। यहां पर विपिन रावत जी की मूर्ति भी है, जो गर्व और देशभक्ति की भावना जाग्रत करती है। यह पार्क झांसी में शाम को टहलने, दोस्तों और परिवारों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए एक बढ़िया जगह है।
अटल एकता पार्क झांसी (Atal Ekta Park, Jhansi)
अटल एकता पार्क झांसी मुख्य शहर में घूमने के लिए एक प्रमुख जगह है। यहां पर हरियाली से भरा एक बहुत बड़ा मैदान है, जहां पर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। पार्क में रेस्टोरेंट और फूड कोर्ट भी है। यहां पर लाइब्रेरी भी बनी हुई है। बच्चों के लिए यहां टॉय ट्रैन और बस है। यह जगह फैमिली और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए बढ़िया है।
झाँसी के फेमस डैम (Famous Dams in Jhansi)
1. पारीछा डैम (Parichha Dam)
झाँसी का सबसे प्रसिद्ध और बड़ा डैम पारीछा डैम है, जो बेतवा नदी पर बना है। यह बांध झांसी से करीब 25 किलोमीटर दूर है। यहां पर फैमिली और दोस्तों के साथ अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। बांध के पास ही एक गार्डन बना है, जो फैमिली और दोस्तों के साथ में पिकनिक बनाने के लिए एक बढ़िया जगह है।
पारीछा डैम की खासियत
- यहाँ बोटिंग, फोटोग्राफी और पिकनिक का आनंद लिया जा सकता है।
- यह झांसी से 50 किलोमीटर के भीतर घूमने के लिए एक बहुत ही बढ़िया जगह है। यहां पर फैमिली और दोस्तों के साथ आया जा सकता है और पिकनिक मनाया जा सकता है।
- यह एक मल्टीपरपज डैम है। पारिछा डैम झाँसी की जल–विद्युत आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- शाम के समय यहाँ का सूर्यास्त बेहद सुंदर लगता है।
पहुज बांध झांसी (Pahuj Dam, Jhansi)
पहुज बांध झांसी का एक सुंदर और आकर्षक स्थान है। पहुज बांध झांसी में करीब 6 से 7 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां पर आप आसानी से घूमने के लिए आ सकते हैं। यह झांसी के पास एक प्राकृतिक और हरियाली से भरी जगह है। इस बांध को स्थानीय लोग बंधा के नाम से जानते है। यहां पर आप शहर के शोर शराबी से दूर शांति से समय बिता सकते हैं।
पहुज बांध की खासियत
- यहां पर आपको ढेर सारे पक्षियों की प्रजातियां देखने के लिए मिलती है। यह बर्ड वाचर्स के लिए एक अच्छी जगह है।
- यहां पर चारों तरफ हरियाली और पहाड़ियां देखने के लिए मिलती है, जो इस जगह को और भी अनोखा बनती है।
- यहां शाम के समय सूर्यास्त का दृश्य देखने के लिए मिलता है।
- यहां पर बरसात के समय बांध ओवरफ्लो होकर बहता है। उसका दृश्य भी शानदार रहता है।
गढ़मऊ झील झांसी (Garhmau Lake)
गढ़मऊ झील झांसी शहर से दूर स्थित एक शांत और सुंदर जगह है। यहां पर चारों तरफ झील का सुंदर पानी, पहाड़ियों और पेड़ पौधे देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। यहां पर सुबह और शाम को सुंदर व्यू देखने के लिए मिलता है।
गढ़मऊ झील की खासियत
- यहां पर शाम के समय और सुबह के समय सूर्यास्त और सूर्योदय का दृश्य देखने के लिए मिलता है।
- यहां पर आकर आप ट्रैकिंग का आनंद उठा सकते हैं।
- यहां पर सुंदर पहाड़ियां हैं, जिनका दृश्य बहुत ही आकर्षक होता है।
- यह झांसी के पास दोस्तों और परिवार वालों के साथ पिकनिक मनाने के लिए बढ़िया जगह है।
- यह नेचर्स लवर्स और फोटोग्राफर्स के लिए एक अच्छी जगह है।
झांसी घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Jhansi)
झांसी में घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का रहता है। आप यहां पर अक्टूबर से मार्च के महीने में आ सकते हैं। अक्टूबर से मार्च का महीना ठंडा होता है। इस समय मौसम सुहावना रहता है, जिससे आप सभी पर्यटन स्थल आराम से देख सकते हैं। यहां पर गर्मियों के समय बहुत ज्यादा गर्मी होती है, जिससे गर्मियों के समय यहां पर घूमने दिक्कत भरा होता है।
झांसी के आसपास के शहर में घूमने लायक स्थान
झांसी कैसे पहुँचे? (How to Reach Jhansi)
झांसी उत्तर प्रदेश का प्रमुख शहर है। झांसी में अन्य शहरों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
झांसी में रेल मार्ग से कैसे पहुंचे (How to reach Jhansi by train)
झांसी मुख्य शहर में रेलवे स्टेशन बना है। यह रेलवे स्टेशन अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा है। यहां पर आप आसानी से आ सकते हैं।
झांसी में रोड मार्ग से कैसे पहुंचे (How to reach Jhansi by road)
झांसी में रोड मार्ग के जरिए पहुंचा जा सकता है। झांसी में राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के जरिए बड़े आराम से पहुंचा जा सकता है। यह हाईवे सड़क दिल्ली, मुंबई, भोपाल जैसे शहरों से जुड़ा हुआ है। आप यहां पर आसानी से आ सकते हैं।
झांसी में वायु मार्ग द्वारा कैसे पहुंचे (How to reach Jhansi by air)
झांसी का निकटतम हवाई अड्डा ग्वालियर में बना है। ग्वालियर झांसी से करीब 100 किलोमीटर दूर है। आप ग्वालियर वायु मार्ग से आ सकते हैं और उसके बाद झांसी सड़क मार्ग द्वारा पहुंच सकते हैं।
झांसी का गूगल मैप लोकेशन
झांसी में रहने की सुविधाएँ (Hotels in Jhansi)
झांसी में बजट से लेकर लग्जरी तक सभी प्रकार के होटल उपलब्ध हैं:
- 3 स्टार होटल
- परिवार के लिए बजट होटल
- गेस्ट हाउस
- होमस्टे विकल्प
निष्कर्ष
झांसी केवल इतिहास की गाथाओं से भरा शहर नहीं है, बल्कि यह प्राकृतिक सौंदर्य, धर्म, संस्कृति और आधुनिक पर्यटन का एक मिश्रण है। चाहे आप इतिहास प्रेमी हों, प्रकृति का आनंद लेना चाहते हों, या परिवार के साथ ट्रिप प्लान कर रहे हों, झांसी हर तरह से आपके लिए एक शानदार डेस्टिनेशन है।
यहाँ के किले, झीलें, संग्रहालय और मंदिर आपको एक यादगार अनुभव देते हैं। झांसी आने वाला हर पर्यटक रानी लक्ष्मीबाई के साहस, शहर की शांति और बुंदेलखंड की संस्कृति से प्रभावित हुए बिना नहीं रहता।
