पचमढ़ी – सतपुड़ा की रानी और मध्यप्रदेश का हिल स्टेशन
पचमढ़ी हिल स्टेशन
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित पचमढ़ी (Pachmarhi) राज्य का एकमात्र हिल स्टेशन है। इसे “सतपुड़ा की रानी” भी कहा जाता है। 1,067 मीटर की ऊँचाई पर बसा यह स्थान अपने प्राकृतिक सौंदर्य, जलप्रपातों, गुफाओं और धार्मिक महत्व के कारण प्रसिद्ध है। यहाँ घने जंगल, झरने और ऐतिहासिक गुफाएँ हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
पचमढ़ी का नाम क्यों पड़ा?
पचमढ़ी का नाम इसके ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व से जुड़ा हुआ है। “पच” का अर्थ है पाँच और “मढ़ी” का अर्थ है गुफा या आश्रय। माना जाता है कि महाभारत काल में पांडव अपने अज्ञातवास के समय यहाँ आए थे और पाँच गुफाओं में निवास किया था। इन्हीं गुफाओं को आज पांडव गुफाएँ कहा जाता है और यही पचमढ़ी नाम का मूल कारण माना जाता है। स्थानीय आदिवासी मान्यताओं और ब्रिटिश काल के अभिलेखों में भी पचमढ़ी को पाँच गुफाओं का समूह बताया गया है। इस कारण इसे “पाँच गुफाओं की नगरी” के रूप में जाना जाता है।
पचमढ़ी का इतिहास और महत्व
- पौराणिक कथा – महाभारत काल में पांडवों ने अपने वनवास के दौरान यहाँ कुछ समय बिताया था। यहाँ की पांडव गुफाएँ इसी कथा से जुड़ी हैं। यहां पर पांच गुफा को पहाड़ी पर खोद कर बनाया गया है, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं। आज यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
- ब्रिटिश काल – अंग्रेजों ने इसे एक सैन्य छावनी और हिल स्टेशन के रूप में विकसित किया। आज भी यहाँ कैंटोनमेंट एरिया है।
- धार्मिक महत्व – यहाँ के महादेव मंदिर और गुफाएँ हिंदू धर्मावलंबियों के लिए तीर्थ स्थल हैं। यहां पर ढेर सारे हिंदू देवी देवताओं के मंदिर हैं, जिनके बारे में प्राचीन कथाएं प्रसिद्ध है और यहां पर समय-समय पर अलग-अलग आयोजन होते रहते हैं।
पचमढ़ी क्यों प्रसिद्ध है?
- पचमढ़ी मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है।
- पचमढ़ी मुख्य रूप से अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। पचमढ़ी में चारों तरफ आपको हरियाली, पहाड़ी और खूबसूरती देखने के लिए मिलती है।
- पचमढ़ी अपने झरनों, गुफाओं और मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
- यहाँ के दर्शनीय स्थल जैसे बी फॉल्स, पांडव गुफाएँ, धूपगढ़ और जटा शंकर गुफा विश्व प्रसिद्ध हैं।
- शिवरात्रि और नागपंचमी पर यहाँ महादेव मंदिर में बड़ा मेला लगता है।
- पचमढ़ी में ढेर सारे एडवेंचरस स्पोर्ट्स भी किए जाते हैं, जो एक अलग अनुभव देते हैं।
पचमढ़ी में घूमने की जगह (Pachmarhi me Ghumne ki Jagah)
पांडव गुफाएँ (Pandav Caves) – पचमढ़ी का प्रमुख आकर्षण
पांडव गुफाएँ पचमढ़ी के सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में से एक हैं। यह स्थान पचमढ़ी से तीन से चार किलोमीटर दूर है। यहां पर आप जिप्सी से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहाँ आप लगभग 30-45 मिनट आराम से बिता सकते हैं। यहां फ्री एंट्री है।
पांडव गुफाएँ की विशेषताएँ
- ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व – इन गुफाओं के कारण ही इस जगह का नाम पचमढ़ी पड़ा है। “पच” का अर्थ है पाँच और “मढ़ी” का अर्थ है गुफा। कहा जाता है कि महाभारत काल में पांडवों ने अपने वनवास के दौरान इन पाँच गुफाओं में शरण ली थी।
- गुफा की बनावट – पांडव गुफाएँ बलुआ पत्थर में तराशी गई पाँच प्राचीन गुफाओं का समूह हैं। इनमें से गुफाओं का आकार अलग-अलग है। एक गुफा बहुत बड़ी है और हवादार है। इन गुफाओं को आप बाहर से देख सकते हैं।
- सुन्दर पार्क – गुफाओं के सामने बना सुंदर पार्क मनोरम है और ऊपर से दिखने वाला विहंगम दृश्य पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है।
- पांडव गुफा के बाहर ढेर सारी स्टाल लगे हुए हैं, जहां पर खाने पीने का सामान मिल जाता है। यहां पर आप घुड़सवारी भी कर सकते हैं। यहां पर और भी ज्यादा एडवेंचरस चीज हैं, जो आप कर सकते हैं।

जटाशंकर मंदिर (Jatashankar Temple) – पचमढ़ी का अद्भुत तीर्थस्थल
जटाशंकर मंदिर पचमढ़ी में घूमने के प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों में से एक है। जटाशंकर मंदिर पचमढ़ी बस स्टैंड से करीब एक या दो किलोमीटर दूर है। यहां पर आप पैदल या जिप्सी से जा सकते हैं। यह मंदिर घाटी के बना हुआ है। मंदिर तक जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। यह मंदिर बहुत सुंदर है और शिव भगवान जी को समर्पित है।
जटाशंकर मंदिर की विशेषताएं
- जटाशंकर मंदिर में प्राकृतिक गुफा देखने के लिए मिलती है, जिसमें शिव भगवान की प्राकृतिक रूप से बने हुए हैं। यहां पर शिव भगवान जी की जटा चट्टानों में उभरी है, जिसे आप छूकर महसूस कर सकते हैं
- यहां पर एक प्राकृतिक तालाब है, जिससे पानी बहता है।
- यहां पर छोटे-छोटे शिवलिंग गुफा में प्राकृतिक रूप से निकले हुए हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं।
- यहां पर चट्टानों की बहुत ही सुंदर आकृतियां देखी जा सकती है।
- यहां पर रामसेतु पत्थर देखा जा सकता है, जो पानी में तैरता है।
- यहां के चारों तरफ का वातावरण बहुत अच्छा है। यहां पर ढेर सारी मंदिर बने हुए हैं , जहां पर आप घूम सकते हैं।

पचमढ़ी झील और छावनी पार्क
पचमढ़ी झील और छावनी पार्क बाइसन लॉज के रास्ते बस स्टैंड से मात्र 0.5 किमी पैदल दूरी पर स्थित है। यह पार्क बहुत अच्छी तरह से बनाया गया है। पार्क में ढेर सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं। यह पार्क छावनी बोर्ड द्वारा संचालित और सुव्यवस्थित है। पार्क के पास में पचमढ़ी झील है।
पचमढ़ी झील और छावनी पार्क की विशेषताएँ
- पचमढ़ी झील बहुत बड़ी एरिया में फैली हुई है और बहुत सुंदर लगती है।
- पचमढ़ी झील में बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है। आप यहां पर नौकायन का आनंद ले सकते हैं।
- गार्डन में बैठने की सुविधा उपलब्ध है, जहां पर आप बैठकर गार्डन के सुंदर दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
- झील में कमल के फूल और एक छोटा फव्वारा इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं।
- पार्क में बच्चों के लिए स्लाइड, झूले और खेल क्षेत्र बने हुए हैं।
- पार्क में प्रवेश शुल्क नहीं है, जिससे यह सभी के लिए सुलभ है।
- यह पार्क पचमढ़ी में फोटोग्राफी के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।
पचमढ़ी कैथोलिक चर्च – औपनिवेशिक वास्तुकला की अनमोल धरोहर
पचमढ़ी कैथोलिक चर्च मध्य प्रदेश के सबसे पुराने चर्चों में से एक है। यह चर्च पचमढ़ी में पचमढ़ी झील के थोड़ा आगे स्थित है। आप यहां पर झील में घूमने के बाद आ सकते हैं और इस चर्च को देख सकते हैं। इसका निर्माण अंग्रेजों द्वारा 1892 में किया गया था और यह आज भी औपनिवेशिक युग की भव्यता और कलात्मकता को प्रदर्शित करता है। हरे-भरे वातावरण से घिरा यह चर्च शांति, आध्यात्मिकता और ऐतिहासिक महत्व का प्रतीक है।
कैथोलिक चर्च पचमढ़ी की विशेषताएँ
- इस चर्च में गॉथिक और आयरिश वास्तुकला शैली का अद्भुत सम्मिश्रण देखने को मिलता है।
- इसकी खूबसूरत बेल्जियम रंगीन कांच की खिड़कियाँ आज भी अच्छी तरह संरक्षित हैं और बेहद आकर्षक लगती हैं।
- अगर चर्च को आप अंदर से देखना चाहते हैं, तो संडे के दिन आ सकते हैं। संडे के दिन चर्च खुला रहता है।
- क्रिसमस के समय चर्च को बहुत अच्छी तरह से सजाया जाता है। आप क्रिसमस के समय भी यहां पर आकर घूम सकते हैं।
पंचारण्य हाट बाजार – पचमढ़ी की शाम का रंगीन अनुभव
पंचारण्य हाट बाजार पचमढ़ी में शाम बिताने के लिए एक शानदार जगह है। यह जगह पचमढ़ी बस स्टैंड से एक से डेढ़ किलोमीटर दूर है। यहां पर आप आराम से पहुंच सकते हैं और अपनी शाम को अच्छी तरह से बता सकते हैं। पचमढ़ी में दिन भर आप पचमढ़ी के पर्यटन स्थल की सैर करके थक जाते हैं, तो यह शाम के समय रेस्ट करने के लिए और मनोरंजन करने के लिए बढ़िया जगह है।
पंचारण्य हाट बाजार की विशेषताएँ
- रेस्टोरेंट और खाना – यहाँ विभिन्न प्रकार के भोजन का स्वाद लिया जा सकता है, साथ ही अच्छा संगीत भी माहौल को और खुशनुमा बनाता है।
- लाइटिंग शो और लोकगीत – शाम को यहाँ एक विशेष लाइटिंग शो होता है, जहाँ पचमढ़ी की झलक और इतिहास दिखाया जाता है। साथ ही आप लोकगीत सुन सकते हैं और लोगों को नाचते हुए देख सकते हैं।
- बच्चों के लिए मनोरंजन गतिविधियां – यहां पर बच्चों के लिए ढेर सारी मनोरंजक गतिविधियों हैं जिनमें बच्चे बहुत एंजॉय कर सकते हैं।
- मनोरंजन के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन ।
- शॉपिंग – यहाँ कुछ दुकानें और स्टॉल हैं जहाँ से आप आदिवासी हस्तशिल्प, हथकरघा वस्त्र और स्थानीय स्नैक्स खरीद सकते हैं।
- फोटोग्राफी और सेल्फी पॉइंट – यहाँ खूबसूरत सेल्फी पॉइंट भी है, जो आपकी यात्रा को यादगार बना देगा।
सतपुड़ा एडवेंचर क्लब या पंचमढ़ी बोट लेक
अगर आप पचमढ़ी में एडवेंचरस स्पोर्ट्स का आनंद लेना चाहते हैं, तो सतपुड़ा एडवेंचर क्लब आपके लिए सबसे बढ़िया जगह है। यहां पर आप आकर एडवेंचरस गतिविधियों कर सकते हैं। यहां पर ढेर सारी एडवेंचरस एक्टिविटी होती है।
सतपुड़ा एडवेंचर क्लब या पंचमढ़ी बोट लेक की विशेषताएं
- यहां पर आप पैरासीलिंग का आनंद उठा सकते हैं।
- यहां पर जिपलाइन का आनंद ले सकते हैं।
- यहां पर हॉट एयर बैलून को आप इंजॉय कर सकते हैं।
- यहां पर बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है, जिसमें ढेर सारी बोट आपको मिल जाती है, जिनमें आप बोटिंग कर सकते हैं।
- यहां पर जिपलाइन की जाती है।
- यहां पर कैंपिंग का आनंद आप ले सकते हैं।
- यहां पर विभिन्न प्रकार के जंगल ट्रैक कराए जाते हैं, जिनका आनंद आप ले सकते हैं।
- शाम के समय यहां पर पचमढ़ी के सूर्यास्त का दृश्य देख सकते हैं।
- आप यहां झील के किनारे बैठकर झील का दृश्य भी एंजॉय कर सकते हैं।
- यहां पर घुड़सवारी की सुविधा उपलब्ध है।
पचमढ़ी का बी फॉल्स (Bee Falls) – प्रकृति का ताज़ा रत्न
पचमढ़ी का बी फॉल्स अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए मशहूर है। यह झरना पचमढ़ी के प्रमुख प्राकृतिक पर्यटन स्थलों में से एक है। अगर आप पचमढ़ी घूमने आ रहे हो, तो आपको इस झरने में जरूर घूमने के लिए आना चाहिए।
बी फॉल्स जलप्रपात की विशेषताएँ
- बी फॉल्स चारों ओर से हरियाली से घिरा है और इसकी खूबसूरती दिल को मोह लेती है।
- लोग यहाँ प्राकृतिक फिश स्पा का आनंद भी लेते हैं। जहां पर आप पानी में पैर डालकर बैठते हैं और छोटी-छोटी फिश आकर आपके पैर की सफाई करती हैं।
- यहां पर आकर आप ट्रैकिंग कर सकते हैं। मुख्य झरने तक पहुंचाने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यहां करीब 100 से 150 सीढ़ियां नीचे उतरना पड़ता है।
- यहां पर आप नहाने का आनंद भी उठा सकते हैं। चट्टानों से ऊपर से गिरता हुआ पानी बहुत ही अच्छा लगता है, जिसमें आप नहा सकते हैं। यहां पर चेंजिंग रूम भी दिया गया है, जहां पर आप कपड़े चेंज कर सकते हैं।
- मानसून और सर्दियों में झरने का सौंदर्य चरम पर होता है।
रीछगढ़, पचमढ़ी – चट्टानों और गुफ़ाओं की रहस्यमयी दुनिया
रीछगढ़ पचमढ़ी का एक अनोखा और रहस्यमय पर्यटन स्थल में से एक है। यह पचमढ़ी में घने जंगलों के अंदर बना हुआ है। यहां पर आप जिप्सी के द्वारा पहुंच सकते हैं और इस जगह में घूम सकते हैं। रीछगढ़ का नाम इस मान्यता से जुड़ा है कि कभी गर्मियों के दिनों में भालू यहाँ आराम करते और आश्रय लेते थे। आज यह जगह पर्यटकों और रोमांच प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुकी है।
रीछगढ़ की विशेषताएँ
- रीछगढ़ में आप विशाल और ऊँची प्राकृतिक चट्टानी संरचनाएँ देख सकते है।
- रीछगढ़ तक पहुंचाने के लिए आपको ट्रैकिंग करनी पड़ती है। ट्रैकिंग का रास्ता बहुत खूबसूरत है। जंगल, पहाड़ों और पेड़ पौधों से घिरा है।
- यह पर साउंड का इको सुनाया देता है। आप यहां पर कुछ भी बोलते हैं, तो आपकी आवाज यहां पर गूंजती है।
- ठंडी, छायादार दरारों से गुजरना रोमांच और रहस्य से भरा अनुभव कराता है।
- यह जगह फोटोग्राफी के लिए बहुत ही बढ़िया है। आप यहां पर आकर नेचर फोटोग्राफी कर सकते हैं।
धूपगढ़ – पचमढ़ी की सबसे ऊँची चोटी
धूपगढ़, मध्य प्रदेश की सबसे ऊँची चोटी है, जो सतपुड़ा पर्वतमाला में पचमढ़ी के पास स्थित है। यह समुद्र तल से लगभग 1,350 मीटर (4,429 फीट) की ऊँचाई पर है।
धूपगढ़ से आप सूर्योदय और सूर्यास्त का बहुत ही शानदार दृश्य देख सकते हैं, जिसे देखने के लिए पर्यटक यहां पर आते हैं। यह जगह जंगल के अंदर स्थित है और यहां पहुंचने के लिए आपको जिप्सी से आना पड़ता है और कुछ दूरी तक ट्रैकिंग करनी पड़ती है।
धूपगढ़ की विशेषताएँ
- मनोरम दृश्य – धूपगढ़ से आप पूरे पचमढ़ी शहर, सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला और विंध्य पर्वतमाला तक का विहंगम दृश्य देख सकते हैं।
- सूर्यास्त का सौंदर्य – शाम के समय जब आकाश नारंगी, लाल और सुनहरे रंगों में रंग जाता है, तब यहाँ का दृश्य अद्भुत लगता है।
- हरे-भरे जंगल – चोटी तक पहुँचने का सफर घने जंगलों और प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है।
- घूमने का सबसे अच्छा समय – शाम 5 बजे के बाद, जब आप सूर्यास्त का दृश्य देख सकते हैं।
- यह पचमढ़ी में फोटोग्राफी के लिए बेहतरीन जगह है।
बड़ा महादेव गुफा मंदिर – पचमढ़ी एक प्रमुख धार्मिक स्थल
बड़ा महादेव पचमढ़ी के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। बड़ा महादेव पचमढ़ी में जंगलों के अंदर स्थित है। यहां पर आप जिप्सी से आ सकते हैं। यहां आने का रास्ता बहुत खूबसूरत है। जंगल के दोनों तरफ जंगल और सुंदर घटिया देखने के लिए मिलती है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
बड़ा महादेव पचमढ़ी की विशेषताएं
- यहां पर प्राकृतिक गुफा है जिसके अंदर भगवान शिव जी विराजमान है। गुफा की लंबाई लगभग 60 फीट है। गुफा के अंदर एक पवित्र शिवलिंग स्थापित है। साथ ही यहाँ भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान गणेश की मूर्तियाँ भी विराजमान हैं।
- पौराणिक मान्यता – स्थानीय किंवदंती के अनुसार, यही वह स्थान है जहाँ भगवान शिव ने राक्षस भस्मासुर का वध किया था।
- गुफा की दीवारों से लगातार जल टपकता रहता है, जो माहौल को और भी पवित्र बना देता है।
- गुफा के बीच में एक पवित्र कुंड है, जिसमें गुफा में टपकने वाला पानी जमा होता है।

गुप्त महादेव (छोटा महादेव) मंदिर – पचमढ़ी का प्रसिद्ध शिव मंदिर
गुप्त महादेव मंदिर, जिसे छोटा महादेव मंदिर भी कहा जाता है। यह पचमढ़ी के प्रमुख धार्मिक स्थान में से एक है। यह मंदिर पचमढ़ी में बड़ा महादेव गुफा मंदिर के पास में स्थित है। आप बड़ा महादेव गुफा मंदिर से पैदल चलकर इस जगह जा सकते हैं और गुप्त महादेव के दर्शन कर सकते हैं।
गुप्त महादेव मंदिर की विशेषताएं
- गुफा की बनावट – इस मंदिर की गुफा बहुत ही सुंदर और रोमांचक है। गुफा का रास्ता बेहद संकरा है, जिसमें चलने में परेशानी होती है। इसमें एक समय में एक ही व्यक्ति जा सकता है। गुफा की लंबाई लगभग 40 फीट है।
- गुफा के अंदर भगवान शिव का शिवलिंग के दर्शन होते हैं, जिसका अनुभव बहुत ही सुखद होता है।
- गुफा के बाहर प्रवेश द्वार पर हनुमान जी की विशाल प्रतिमा विराजमान है।
- यह स्थान विशेष रूप से ध्यान और साधना के लिए उपयुक्त माना जाता है और स्थानीय लोगों के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है।

चौरागढ़ मंदिर, पचमढ़ी – भगवान शिव का पवित्र धाम
चौरागढ़ मंदिर पचमढ़ी (मध्य प्रदेश) का एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है। यह मंदिर सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला की एक ऊँची चोटी पर स्थित है और भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर से पचमढ़ी के चारों तरफ का बहुत ही सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस मंदिर तक पहुंचाने के लिए कठिन ट्रैकिंग करनी पड़ती है, जो बहुत ही मजेदार रहती है।
चौरागढ़ मंदिर की विशेषताएं
- चौरागढ़ मंदिर – चौरागढ़ मंदिर बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर लगता है। पहाड़ी की चोटी पर पहुंच कर, भगवान चौडेश्वर के दर्शन करके मन को शांति मिलती है।
- चारों तरफ के सुंदर नजारे – चौरागढ़ मंदिर से चारों तरफ के मनोरम दृश्य देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही आकर्षक रहते हैं। यहां पर सुंदर पहाड़ियों का दृश्य बहुत ही अद्भुत लगता है।
- ट्रैकिंग – चौरागढ़ मंदिर तक पहुंचाने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है, जो एक अलग ही अनुभव रहता है। यहां पर करीब तीन से चार किलोमीटर की ट्रैकिंग रहती है और ट्रैकिंग का रास्ता बहुत ही खूबसूरत रहता है। यहां पर जंगल से होकर ट्रैकिंग करनी पड़ती है, जो बहुत ही मजेदार रहती है।
- त्रिशूल – यहां पर ढेर सारे त्रिशूल देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर लोग मनोकामना मांगते हैं और जिसकी भी मनोकामना पूरी होती है, वो यहां पर त्रिशूल चढ़ा कर जाता है। यहां पर ढेर सारे त्रिशूल देखे जा सकते हैं और हर साल लोग यहां पर त्रिशूल लेकर आते हैं और भगवान भोलेनाथ को अर्पित करते हैं। नाग पंचमी और महाशिवरात्रि पर भक्त भारी त्रिशूल लेकर सीढ़ियाँ चढ़ते हैं।
अप्सरा विहार (परी कुंड), पचमढ़ी
अप्सरा विहार, जिसे स्थानीय लोग परी कुंड भी कहते हैं। अप्सरा विहार जलप्रपात पचमढ़ी में घने जंगल के अंदर बना हुआ है। यह झरना पचमढ़ी बस स्टैंड से करीब 3 किलोमीटर दूर है। इस जलप्रपात तक पहुंचाने के लिए करीब 1 से डेढ़ किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी पड़ती है। जलप्रपात में पहुंच कर बहुत अच्छा लगता है।
अप्सरा विहार झरने की विशेषताएं
- ऐतिहासिक महत्व – ब्रिटिश शासनकाल के दौरान अंग्रेज महिलाएँ इस कुंड में स्नान करती थीं। स्थानीय लोगों को वे परियों जैसी लगती थीं, इसलिए इस स्थान का नाम अप्सरा विहार (परी कुंड) पड़ा।
- प्राकृतिक सौंदर्य – यह झरना घने जंगल के अंदर स्थित है। यहां पर पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। ट्रैकिंग का रास्ता बहुत खूबसूरत है। झरने में पहुंचकर 30 फीट ऊंचाई से गिरता हुआ सुंदर झरना देखने के लिए मिलता है, जो अपने आप में मनमोहक है।
- अप्सरा विहार झरने में अगर आप नहाने का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर आप तैराकी भी कर सकते हैं। झरने का पानी है कुंड में गिरता है, जिसमें आप नहा सकते हैं।
सिल्वर फॉल (रजत प्रपात), पचमढ़ी
पचमढ़ी का सिल्वर फॉल, जिसे रजत प्रपात भी कहा जाता है। यह जलप्रपात भारत के सबसे ऊंचे जलप्रपात में से एक है। यह जलप्रपात पचमढ़ी में अप्सरा विहार जलप्रपात के आगे स्थित है। इस जलप्रपात में पहुंचने लिए आपको ट्रैकिंग करनी पड़ेगी।
सिल्वर फॉल की विशेषताएं
- प्राकृतिक सौंदर्य – रजत जलप्रपात चारों तरफ से प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा हुआ है। यहां पर आपको चारों तरफ पेड़ पौधे, सुंदर घाटी, पहाड़ी पर हरियाली देखने के लिए मिलती है। आप यहां पर आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
- रजत जलप्रपात की ऊंचाई – इस जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 350 फिट है। यह जलप्रपात मध्य प्रदेश और भारत के सबसे उंचे झरना में से एक है।
- ट्रैकिंग – यह जलप्रपात पचमढ़ी में घने जंगलों के अंदर स्थित है। इसलिए यहां पर जाने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। ट्रैकिंग का रास्ता बहुत खूबसूरत है। आपको बहुत मजा आएगा।
- रजत जलप्रपात का नाम – रजत जलप्रपात को इसलिए सिल्वर फॉल कहा जाता है क्योंकि ऊंचाई से गिरती हुई पानी की धार चांदी के जैसे चमकती है। इसलिए इसे रजत जलप्रपात कहा जाता है।
हांडी खोह, पचमढ़ी
हांडी खोह पचमढ़ी का एक मशहूर व्यूपॉइंट है, जो घने पेड़ों और हरी-भरी घाटियों से घिरा हुआ है। यह जगह पचमढ़ी से बड़ा महादेव गुफा जाने वाली रोड में स्थित है। आप यहां पर आसानी से जिप्सी के द्वारा आ सकते हैं और इस जगह को देख सकते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है। यह जगह खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो प्रकृति के नज़ारों का आनंद लेना, शांत माहौल में समय बिताना और शानदार तस्वीरें लेना पसंद करते हैं।
हांडी खोह की विशेषताएं
- प्राकृतिक सुंदरता – यहाँ से सतपुड़ा पहाड़ियों और घाटी का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है।
- इस जगह का नाम – इस जगह का नाम बहुत ही अनोखा है उसका कारण यह है की घाटी को देखने से ऐसा लगता है, की घाटी हांडी की शेप में है, इसलिए इसे हांडी खोह कहा जाता है।
- घुड़सवारी – यहां पर आकर आप घुड़सवारी का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर ढेर सारे वेंडर रहते हैं, जो घोड़े लेकर यहां पर रहते हैं।
- खाने-पीने – यहां पर खाने-पीने की ढेर सारे स्टॉल है, जहां से आप खाने पीने का सामान परचेस कर सकते हैं। आप यहां पर मैगी चाय कॉफी जैसे नाश्ते का आनंद ले सकते हैं।
प्रियदर्शनी पॉइंट पचमढ़ी
प्रियदर्शनी पॉइंट पचमढ़ी का एक बेहद लोकप्रिय और शांतिपूर्ण व्यूपॉइंट है। यहाँ से आप एक ही बार में पचमढ़ी का शानदार नज़ारा देख सकते हैं और प्रकृति की गोद में तनाव मुक्त होकर समय बिता सकते हैं। प्रियदर्शनी पॉइंट पचमढ़ी से महादेव गुफा की ओर जाने वाले रास्ते में स्थित है।
प्रियदर्शिनी पॉइंट की विशेषताएं
- प्राकृतिक सुंदरता और अनुभव – प्रियदर्शनी पॉइंट से सतपुड़ा की पहाड़ियाँ, घने जंगल और गहरी घाटियाँ स्पष्ट दिखाई देती हैं। यहाँ का वातावरण इतना शांत और सुकूनदायक है।
- ट्रैकिंग – यहां पर आपको थोड़ी सी ट्रेकिंग करनी पड़ती है, क्योंकि यह जगह मेन रोड से थोड़ी दूरी पर स्थित है।
- ईको साउंड – यहां पर आप आके चिल्लाते है, तो आपकी आवाज घाटियों में गूंजती है, जो एक मजेदार अनुभव होता है।
- चारों तरफ हरियाली – यहां पर आपको चारों तरफ हरियाली और सुंदर पेड़ देखने के लिए मिलते हैं, जो इस जगह को और भी ज्यादा अद्भुत बनाते हैं।
- फोटोग्राफी के लिए बेस्ट – पचमढ़ी में फोटोग्राफी के लिए यह जगह बहुत अच्छी है। आप यहां पर जाकर फोटो क्लिक कर सकते हैं। यहां पर फोटो बहुत ही अच्छी आती है।
राजेंद्र गिरि, पचमढ़ी
राजेंद्र गिरि पचमढ़ी का एक शांत और मनमोहक व्यूपॉइंट है, जिसे भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर बनाया गया है। राजेंद्र गिरी पॉइंट पचमढ़ी में महादेव जाने वाले रास्ते में स्थित है। जिप्सी वाले अक्सर पचमढ़ी से लौटते समय यहां पर लेकर जाते हैं और आप यहां पर घूम सकते हैं। यहां पर सुंदर गार्डन और व्यू प्वाइंट देखने के लिए मिलता है।
राजेंद्र गिरि की विशेषताएं
- प्राकृतिक सुंदरता – इस जगह से पचमढ़ी की घाटियों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर दूर-दूर तक फैले सतपुड़ा के पहाड़ियों का दृश्य देखा जा सकता है।
- सूर्यास्त का नजारा – यहां से सूर्यास्त का बहुत ही सुंदर नजारा देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही आकर्षक होता है।
- गार्डन – यहां पर गार्डन बना हुआ है, जहां पर तरह-तरह के पेड़ पौधे लगे हुए हैं। बैठने की जगह है। आप यहां पर आकर अच्छा शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
- यहां दूरबीन से नजरों का आनंद ले सकते हैं। यहां पर दूरबीन लेकर कुछ स्टाल लगे रहते हैं, जहां से आप दूरबीन से सतपुड़ा की पहाड़ियों के दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
- खाने के स्टॉल – पार्क के बाहर ढेर सारे स्टॉल लगे हुए हैं, जहां पर आपको खाने पीने की बहुत सारी चीज मिल जाती है। आप यहां पर खाने-पीने का आनंद ले सकते हैं।
- शांत वातावरण – यहां का वातावरण शांत है।

सूर्य नमस्कार पॉइंट
सूर्य नमस्कार पॉइंट पचमढ़ी में घूमने लायक प्रमुख जगहों में से एक है। यहां पर आपको एक छोटा सा पार्क देखने के लिए मिलता है, जो बहुत सुंदर है। सूर्य नमस्कार पार्क पचमढ़ी में सतपुड़ा एडवेंचर क्लब के पास में बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से पहुंच सकते हैं।
सूर्य नमस्कार पार्क की विशेषताएं
- सूर्य नमस्कार पार्क मुख्य तौर पर फिटनेस के लिए बनाया गया है। यहां पर बहुत सारे स्टैचू बनाए गए हैं, जो बहुत सुंदर लगते हैं और आप यहां पर आकर योग सकते हैं।
- यहां पर एक्यूप्रेशर ट्रैक बना हुआ है, जहां पर आप चल सकते हैं। जिससे आपके दर्द ठीक हो सकते हैं।
- यहां पर पहाड़ी से चारों तरफ का दृश्य देखा जा सकता है।
- यहां पर ढेर सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं, जो इस जगह को खास बनाते हैं।
रम्य कुंड
रम्य कुंड पचमढ़ी में घने जंगल के अंदर स्थित एक सुंदर जगह हैं। यह पचमढ़ी में घूमने वाले प्रमुख स्थानों में से एक है। आप यहां पर आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
रम्य कुंड की विशेषताएं
- ट्रैकिंग – रम्य कुंड तक पहुंचाने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यह घने जंगल के अंदर स्थित है और इस जगह तक पहुंचने का रास्ता बहुत खूबसूरत है। रास्ते पर दोनों तरफ पेड़ पौधे लगे हुए हैं, जो इस जगह की खूबसूरती को और भी ज्यादा बढ़ाते हैं। आप यहां पर जाते हैं, तो गाइड को साथ लेकर जाइए।
- एकांत – यहां पर एकांत है। यहां पर ज्यादा भीड़ नहीं रहती है। इस जगह के बारे में लोगों को जानकारी नहीं है, इसलिए लोग यहां पर ज्यादा नहीं आते हैं। आप यहां पर जाकर एकांत में समय बिता सकते हैं।
- फिश स्पा – यहां पर आप फिश स्पा का आनंद ले सकते हैं। यहां पर छोटा सा कुंड है, जिस पर आप पानी में पैर डालकर बैठ सकते हैं और ढेर सारी फिश आकर आपके पैर की डेड स्किन को खत्म कर देती है।
- साफ सुथरा पानी – यहां का पानी साफ सुथरा है। आप पानी के नीचे की हर चीज देख सकते हैं।
यहां पर आकर आप नहाने का आनंद ले सकते हैं। यहां पर आकर आप तैराकी और नहाने का आनंद ले सकते हैं। यहां पर नहाने में बहुत मजा आता है।
बेगम पैलेस पचमढ़ी
बेगम पैलेस पचमढ़ी के पास घूमने के प्रमुख स्थानों में से एक है। यह पिपरिया से पचमढ़ी आने वाले मार्ग पर पड़ता है। यह मुख्य मार्ग से थोड़ी पर स्थित है। बेगम पैलेस एक खंडहर भवन है और वर्तमान में इस जगह पर कोई भी नहीं रहता है। यह महल अंबा माई मंदिर के पास में बना हुआ है।
बेगम पैलेस की विशेषताएं
- बेगम पैलेस मुख्य रूप से एक हॉरर प्लेस के लिए प्रसिद्ध है। कहा जाता है, कि यहां पर भूत रहते हैं और रात में यहां पर भूत दिखाई देते हैं।
- बेगम पैलेस एक ऐतिहासिक महल है और बहुत सुंदर है। अभी यह खंडहर में तब्दील हो गया है। आप इसे जाकर देख सकते हैं।
- बेगम पैलेस के आस-पास का नजारा सुनसान और डरावना रहता है। यहां पर रात को न जाए। दिन को जाकर आप यहां पर घूम सकते हैं।
अंबा माई मंदिर
अंबा माई मंदिर पचमढ़ी का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है। यह मंदिर पचमढ़ी में पचमढ़ी पिपरिया रोड पर बना हुआ है। इस मंदिर में आप आसानी से घूमने लिए आ सकते हैं। यह मंदिर मुख्य रोड पर स्थित है। यह मंदिर मां दुर्गा के रूप अंबाजी को समर्पित है।
अंबा माई मंदिर की विशेषताएं
- इस मंदिर में ढेर सारे देवी देवता विराजमान है। यहां पर मां अंबा माई, श्री राम जी, माता सीता जी, लक्ष्मण जी, हनुमान जी, राधा कृष्ण जी की मूर्तियों के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
- शांत वातावरण – यहां का वातावरण शांत है, जिससे आप यहां पर अच्छा समय बिता सकते हैं।
- धार्मिक आयोजन – यहां पर ढेर सारे धार्मिक आयोजन होते रहते हैं, जिनमें आप शामिल हो सकते हैं।
नागद्वारी पचमढ़ी
नागद्वारी पचमढ़ी में घने जंगलों के अंदर घूमने लायक एक प्रमुख स्थानों में से एक है। यह मंदिर पचमढ़ी में सतपुड़ा के जंगलों के अंदर बना हुआ है। यह मंदिर मुख्य रूप से नाग देवता और भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर नाग पंचमी के समय ही खुलता है और इस समय आप यहां पर जा सकते हैं। यह मंदिर प्राकृतिक है और बहुत सुंदर है।
नागद्वारी की विशेषताएं
- ट्रैकिंग – मंदिर घने जंगलों के अंदर बना है। यहां पर पहुंचने के लिए करीब 12 से 13 किलोमीटर के घने जंगलों के भीतर ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यह ट्रैकिंग बहुत ही मजेदार रहती है। ट्रैकिंग का रास्ता रोमांचक रहता है, जिससे चलने में बहुत मजा आता है।
- प्राकृतिक सुंदरता – नागद्वारी में आप जहां पर भी देखते हैं, आपको प्राकृतिक सुंदरता देखने के लिए मिलती है। यहां पर चारों तरफ जंगल पहाड़ और नदी का दृश्य देखा जा सकता है। यहां पर आपको एक अनुभव मिलता है, ऐसा लगेगा जैसे आप अलग दुनिया में आ गए हो।
- मंदिरों के दर्शन – यहां पर आपको ढेर सारे प्राचीन मंदिर देखने के लिए मिलते हैं, जो घने जंगलों के अंदर बने हुए हैं। आप इन मंदिरों में जाकर घूम सकते हैं।
- नाग पंचमी – यहां पर साल में एक बार बस दर्शन किया जा सकता है। यहां पर नाग पंचमी के समय मेला लगता है। यह मेला 10 दिन का रहता है। आप इन 10 दिनों में जाकर इस जगह में घूम सकते हैं।

सतपुड़ा नेशनल पार्क
सतपुड़ा नेशनल पार्क मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध नेशनल पार्क में से एक है। यहां पर आप जाकर सफारी का आनंद ले सकते हैं और ढेर सारे जंगली जानवरों को देख सकते हैं। यहां पर ढेर सारे जंगली जानवर उनके नेचुरल आवास में देखने के लिए मिलते हैं।
सतपुड़ा नेशनल पार्क की विशेषताएं
- सफारी – यहां पर आप सफारी का आनंद ले सकते हैं। सफारी में आप जिप्सी में बैठकर जंगली जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं। यहां पर आपको टाइगर देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर और भी दूसरे जानवर देखे जा सकते हैं।
- जंगल का मनोरम दृश्य – यहां पर आपको जंगल का मनोरम दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आपको विभिन्न प्रकार के जंगली पेड़ पौधे और औषधीय प्लांट देखने के लिए मिलते हैं।
- नाइट सफारी – सतपुड़ा नेशनल पार्क में नाइट सफारी की सुविधा भी उपलब्ध है। जिससे आप यहां पर रात में सफारी का आनंद ले सकते हैं और रात्रिचर जिव को देख सकते हैं।

डचेस फॉल पचमढ़ी
डचेस फॉल पचमढ़ी में घूमने के प्रमुख और प्रसिद्ध झरनों में से एक है। यह जलप्रपात पचमढ़ी में घने जंगलों के अंदर बना हुआ है। इस जलप्रपात में पहुंचने के लिए करीब डेढ़ से 2 किलोमीटर चलना पड़ता है। यह जलप्रपात बहुत खूबसूरत है।
डचेस जलप्रपात की विशेषताएं
- ट्रैकिंग – यह जलप्रपात जंगल के अंदर बना हुआ है, जिससे यहां पर ट्रैकिंग करके जाना पड़ता है। ट्रैकिंग का रास्ता खूबसूरत है। आपके यहां पर बहुत मजाआएगा।
- नहाने – आप यहां पर आकर नहाने का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर पहाड़ों से गिरते हुए पानी में नहाने का एक अलग ही आनंद आता है। आपके यहां पर मजा आएगा।
- शांति – यहां पर बहुत शांति है। यहां चारों तरफ पेड़ पौधे और पक्षियों की आवाज सुनाई देती है। साथ में गिरते हुए पानी की आवाज सुनाई देती है, जो बहुत ही मधुर लगती है।
Twynum प्राकृतिक स्विमिंग पूल
यह प्राकृतिक पूल पचमढ़ी में जंगल के अंदर बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से घूमने के लिए जा सकते हैं। यहां पर चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आप नहाने का आनंद भी उठा सकते हैं।
Twynum प्राकृतिक स्विमिंग पूल की विशेषताएं
- यह पूल अंग्रेज अफसर Twynum द्वारा 1945 में निर्मित की गई अद्भुत रचना है।
- पूल में प्राकृतिक रूप से पानी पहाड़ों से आता है और पूल में इकट्ठा होता है। पूल में आप नहाने का आनंद उठा सकते हैं।
पचमढ़ी में करने योग्य गतिविधियाँ (Things to do in Pachmarhi)
- ट्रैकिंग और नेचर वॉक – धूपगढ़, रजत प्रपात तक ट्रैकिंग का मज़ा लें।
- बोटिंग – डेनवा नदी और शांत झीलों में बोटिंग का आनंद।
- एडवेंचर स्पोर्ट्स – पैराग्लाइडिंग और रॉक क्लाइम्बिंग भी लोकप्रिय हो रही हैं।
- धार्मिक दर्शन – जटा शंकर, महादेव और अन्य शिव मंदिर।
- फोटोग्राफी – जंगल, झरने और वन्यजीव फोटोग्राफी के लिए आदर्श जगह।
पचमढ़ी घूमने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Pachmarhi)
- अक्टूबर से मार्च – मौसम ठंडा और सुखद रहता है।
- जुलाई से सितंबर (मानसून) – झरने पूरे सौंदर्य के साथ बहते हैं, लेकिन ज्यादा बारिश ट्रैकिंग को कठिन बना सकती है।
- अप्रैल से जून – गर्मियों में मौसम थोड़ा गरम रहता है।
पचमढ़ी कहां है (Where is Pachmarhi)
पचमढ़ी (Pachmarhi) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) राज्य के नर्मदापुरम (Hoshangabad) ज़िले में स्थित है।
- इसे “सतपुड़ा की रानी” (Queen of Satpura) कहा जाता है, क्योंकि यह सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला की गोद में बसा एकमात्र हिल स्टेशन है।
- पचमढ़ी समुद्र तल से लगभग 1,067 मीटर (3,501 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है।
- यहाँ घने जंगल, झरने, गुफाएँ और धार्मिक स्थल मिलते हैं।
पचमढ़ी का गूगल मैप लोकेशन
पचमढ़ी तक कैसे पहुँचे? (How to reach Pachmarhi)
- हवाई मार्ग – निकटतम एयरपोर्ट भोपाल (210 किमी) और जबलपुर (250 किमी)।
- रेल मार्ग – पिपरिया रेलवे स्टेशन (50 किमी) सबसे नजदीक है।
- सड़क मार्ग – भोपाल, होशंगाबाद और पिपरिया से बस और टैक्सी उपलब्ध हैं।
भोपाल से पचमढ़ी की दूरी / उज्जैन से पचमढ़ी की दूरी
- भोपाल से पचमढ़ी कितनी दूर है? – लगभग 200 किमी (5–6 घंटे का सफर)।
- उज्जैन से पचमढ़ी की दूरी – लगभग 400 किमी (8–9 घंटे)।
- निकटतम रेलवे स्टेशन – पिपरिया (50 किमी)।
- निकटतम एयरपोर्ट – भोपाल (210 किमी) और जबलपुर (250 किमी)।
पचमढ़ी के आसपास घूमने लायक जगहें
- सतपुड़ा नेशनल पार्क
- मदई (Madai)
- होशंगाबाद का नर्मदा घाट
- चौबे फॉल्स
- झटका देवी मंदिर
पचमढ़ी यात्रा टिप्स
- आरामदायक कपड़े और ट्रैकिंग शूज साथ रखें।
- बरसात में छाता/रेनकोट जरूर लें।
- धार्मिक स्थलों पर शालीन कपड़े पहनें।
- गाइड के साथ ही जंगल सफारी या ट्रैकिंग करें।
- स्थानीय दुकानों से हस्तशिल्प और हर्बल उत्पाद खरीदें।
FAQs – पचमढ़ी से जुड़े सामान्य प्रश्न
Q1. पचमढ़ी क्यों प्रसिद्ध है?
पचमढ़ी अपने झरनों, गुफाओं, धार्मिक स्थलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
Q2. पचमढ़ी घूमने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है?
अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे उपयुक्त है।
Q3. पचमढ़ी कहाँ स्थित है?
यह मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में सतपुड़ा की पहाड़ियों पर स्थित है।
Q4. पचमढ़ी जाने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन कौन-सा है?
पिपरिया रेलवे स्टेशन (50 किमी)।
Q5. पचमढ़ी में कौन-कौन से झरने प्रसिद्ध हैं?
बी फॉल्स, रजत प्रपात, अप्सरा विहार और चौबे फॉल्स।
निष्कर्ष
पचमढ़ी वास्तव में मध्यप्रदेश का हीरा है। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य, पौराणिक इतिहास और रोमांचक गतिविधियाँ हर पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। यदि आप पहाड़, जंगल और झरनों का आनंद लेना चाहते हैं तो पचमढ़ी आपकी यात्रा सूची में जरूर होना चाहिए।
पचमढ़ी के अन्य पर्यटन स्थलों की जानकारी :- पांडव गुफा पचमढ़ी
बड़ा महादेव पचमढ़ी
