14 Amazing Panna Tourist Places in Hindi – पन्ना में घूमने की बेहतरीन जगहें : Picnic Spot, Travel Guide & Attractions

Table of Contents

Panna Tourist Places – पन्ना जिले के दर्शनीय और पर्यटन स्थल और पन्ना यात्रा गाइड

परिचय

मध्य प्रदेश का पन्ना जिला छत्रसाल की नगरी के रूप में जाना जाता है। पन्ना जिला अपने प्रमुख विशेषता के कारण पूरे भारत देश में प्रसिद्ध है। पन्ना जिला में हीरे की खदान पाई जाती हैं। पन्ना जिला प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की हरे-भरे जंगल, सुंदर झरने, प्राचीन मंदिर और हीरे की खदानें इसे विशेष बनाती हैं।

यदि आप प्रकृति प्रेमी, इतिहास के जानकार या धार्मिक आस्था रखने वाले हैं, तो पन्ना की यात्रा आपके लिए अविस्मरणीय साबित होगी। इस लेख में हम आपको पन्ना जिले में घूमने की कौन-कौन सी जगह है, पन्ना जिले में क्या फेमस है, पन्ना जिले के पिकनिक स्पॉट कौन से हैं। इन सभी जगह के बारे में जानकारी देंगे।

पन्ना जिले का इतिहास (Panna District History)

पन्ना जिला मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित है। यह क्षेत्र चंदेल राजाओं और बुंदेला वंश के शासकों के अधीन रहा। 9वीं से 13वीं शताब्दी के दौरान चंदेल वंश ने इस क्षेत्र पर शासन किया। 16वीं शताब्दी में पन्ना पर बुंदेला शासकों का शासन शुरू हुआ। बुंदेला राजा छत्रसाल (1649–1731 ई.) पन्ना के सबसे प्रसिद्ध शासक माने जाते हैं। उन्होंने पन्ना जिले को अपनी राजधानी बनाई थी। राजा छत्रसाल ने मुगलों के विरुद्ध संघर्ष किया और बुंदेलखंड को स्वतंत्र कराया।

पन्ना में घूमने की प्रमुख जगहें (Panna Tourist Places)

पन्ना मध्य प्रदेश का एक सुंदर जिला है। पन्ना में घूमने के लिए लिए ढेर सारे प्राकृतिक, धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल हैं, जहां पर आप जा सकते हैं। अगर आप पन्ना में यात्रा करने की सोच रहे हैं, तो आप पन्ना की कौन से जगह में जा सकते है। चलिए जानते हैं – पन्ना में घूमने के लिए प्रमुख दर्शनीय और पर्यटन स्थलों (Tourist Places in Panna City) के बारे में

पन्ना की फेमस पार्क और गार्डन (Famous Parks in Panna)

छत्रसाल पार्क पन्ना (Chhatrasal Park Panna)

छत्रसाल पार्क पन्ना जिले का एक फेमस पार्क है। यह पार्क पन्ना जिले में कोतवाली के पास में बना हुआ है। यह पार्क महाराजा छत्रसाल के नाम से जाना जाता है। यहां पर बगीचे के बीच में महाराजा छत्रसाल की मूर्ति बनी हुई है, और मूर्ति के नीचे कविताएं लिखी हुई है। यह पार्क बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। पार्क में ढेर सारे मनोरंजन के साधन उपलब्ध हैं, जिनके बच्चे और बड़े सभी लोग आनंद ले सकते हैं।

छत्रसाल पार्क की खासियत

  • छत्रसाल पार्क में ढेर सारे फूलों वाले प्लांट लगे हुए हैं, जिससे यह पार्क बहुत ही सुंदर लगता है। पार्क में गुलाब का बगीचा भी है, जहां पर तरह-तरह के गुलाब लगे हुए हैं।
  • यहां पर बच्चों के खेलने के लिए बड़ा सा मैदान बना हुआ है और ढेर सारी मनोरंजन गतिविधियों उपलब्ध है।
  • यहां पर पैदल चलने के लिए सीमेंट का रोड बना हुआ है, जिसमें मॉर्निंग वॉक और इवनिंग वॉक करने वाले आराम से घूम सकते हैं।
  • पार्क में ढेर सारे बदक और खरगोश देखे जा सकते हैं।

धरमसागर झील और पार्क पन्ना (Dharamsagar Lake and Park Panna)

धरमसागर झील और पार्क पन्ना जिले में घूमने का एक प्रमुख स्थान है। यहां पर एक विशाल झील देखने के लिए मिलती है, जो ऐतिहासिक है। झील के बीच में प्राचीन मंदिर बना हुआ है। झील के किनारे पार्क बना हुआ है, जो इस जगह को और भी खूबसूरत बनाता है। पार्क के पास एक प्राचीन इमारत देखने के लिए मिलती है, जिसका ऐतिहासिक महत्व है।

धरमसागर झील और पार्क की खासियत

  • धर्म सागर झील और पार्क सुबह और शाम के समय घूमने वालों के लिए एक बहुत ही बढ़िया जगह है। यहां पर सुबह एवं शाम के समय बहुत सारे लोग घूमने के लिए आते हैं और अच्छा समय बिताते हैं।
  • यहां पर आकर आप शाम के समय सूर्यास्त का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।
  • यहां पर बैठने के लिए जगह बनाई गई है, जहां से आप झील का और आसपास के दृश्यों को इंजॉय कर सकते हैं।

पन्ना के प्रसिद्ध मंदिर और धार्मिक स्थल (Famous temples in Panna City)

जुगल किशोर मंदिर, पन्ना (Jugal Kishore Temple, Panna)

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के बीचों-बीच स्थित जुगल किशोर मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर पन्ना में घूमने के आध्यात्मिक स्थलों में से एक है। यहाँ भगवान कृष्ण को जुगल किशोर के नाम से पूजा जाता है। मंदिर की स्थापत्य शैली बुंदेला मंदिर वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है जिसमें मंडप, गर्भगृह, मंडप और प्रदक्षिणा पथ जैसी संरचनाएँ शामिल हैं। यह मंदिर न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पन्ना आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र भी है।

जुगल किशोर मंदिर मंदिर की खासियत

  • वृंदावन से लाई गई प्रतिमा – मंदिर की मूर्ति वृंदावन से ओरछा होते हुए पन्ना लाई गई थी, जिससे इसका धार्मिक महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है।
  • हीरों से सुसज्जित विग्रह – ठाकुर श्री जुगल किशोर जी की प्रतिमा चमकते हुए हीरों से सुसज्जित है, जो भक्तों को दिव्य अनुभूति कराती है।
  • आध्यात्मिक वातावरण – मंदिर परिसर में आरती का माहौल अत्यंत मनमोहक और ऊर्जावान होता है। यहाँ की भक्ति और भजन-संकीर्तन भक्तों को एक अलग अनुभव कराते हैं।
  • आस्था का केंद्र – स्थानीय लोग इसे पन्ना का छोटा वृंदावन मानते हैं। यहां पर बड़ी संख्या में सुबह एवं शाम के समय भक्त भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करने के लिए आते हैं।

श्री पदमावती धाम (प्राणनाथ मंदिर, पन्ना) (Shri Padmavati Dham (Prannath Temple, Panna))

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में स्थित श्री पद्मपुरी धाम, जिसे प्राणनाथ मंदिर या मुक्ति धाम भी कहा जाता है, प्रणामी संप्रदाय का एक अत्यंत महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह पन्ना जिले के प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर न केवल प्रणामी समाज के लिए आस्था का केंद्र है, बल्कि सभी धर्मों के लोग यहाँ आकर आध्यात्मिक शांति का अनुभव करते हैं।
इस मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है। इस मंदिर की वास्तुकला मुगल स्थापत्य शैली से मिलती है। प्राणनाथजी महाराज ने यहाँ अनेक लीलाएँ की थीं और यह स्थान उनके पवित्र समाधि स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है।

श्री पदमावती धाम की खासियत

  • पवित्र समाधि स्थल – यह वही स्थान है जहाँ प्राणनाथ जी महाराज ने अपना अंतिम विश्राम किया। यहाँ की शांति और दिव्यता हर भक्त को आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव कराती है।
  • महाराजा छत्रसाल से संबंध – प्राणनाथ जी ने बुंदेला राजा छत्रसाल को आशीर्वाद दिया था कि जहाँ भी वे घोड़े पर सवार होंगे वहाँ हीरे मिलेंगे। इसी कारण पन्ना जिला हीरों की नगरी के रूप में प्रसिद्ध हुआ।
  • संग्रहालय – मंदिर परिसर में एक संग्रहालय है जहाँ प्राणनाथ जी के निजी वस्त्र, बर्तन और धार्मिक सामग्री सुरक्षित रखी गई है।
  • हस्तलिखित शास्त्र और ग्रंथ – यहाँ प्रणामी संप्रदाय के दुर्लभ हस्तलिखित शास्त्र और ग्रंथ मौजूद हैं, जो इसके सिद्धांतों और शिक्षाओं को समझने का अवसर प्रदान करते हैं।
  • आध्यात्मिक चित्र और मूर्तियाँ – मंदिर की दीवारें और परिसर प्राणनाथ जी के जीवन प्रसंगों और प्रणामी धर्म की शिक्षाओं को दर्शाती सुंदर पेंटिंग्स और मूर्तियों से सुसज्जित हैं।

बलदेवजी मंदिर, पन्ना (Baldevji Temple, Panna)

बलदेव जी मंदिर पन्ना जिले के मुख्य बाजार में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर न केवल लोगों की आस्था केंद्र है, बल्कि यह अपनी अनूठी स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर का परिसर बहुत सुंदर और बड़ा है। मंदिर की आकर्षक खिड़कियां, नक्काशेदार स्तंभ और कलात्मक दरवाजे इस मंदिर को सुसज्जित करते हैं। यह मंदिर पन्ना आने वाले हर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

बलदेव जी मंदिर की खासियत

  • विशिष्ट वास्तुकला – बलदेवजी मंदिर की वास्तुकला रोमन शैली से प्रभावित है और इसमें गॉथिक डिज़ाइन की झलक मिलती है। यह इसे पन्ना के अन्य मंदिरों से अलग बनाता है। मंदिर देखने में भव्य लगता है।
  • महा मंडप (Grand Hall) – मंदिर में विशाल स्तंभों वाला एक भव्य हॉल है जिसे महा मंडप कहा जाता है। यह मंदिर के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को और बढ़ाता है।
  • श्री बलदेवजी की प्रतिमा – मंदिर के मुख्य गर्भ ग्रह में बलदेव जी की प्रतिमा विराजमान है, जो काले शालिग्रामी पत्थर से निर्मित है और बहुत ही सुंदर लगती है। यह प्रतिमा भक्तों को अलौकिक अनुभव कराती है।
  • मंदिर के बाहर ढेर सारी प्रसाद और मिठाइयों की दुकान है, जहां से आप मंदिर में चढ़ने के लिए प्रसाद और मिठाइयां ले सकते हैं।

श्री जगन्नाथ मंदिर पन्ना (Shri Jagannath Temple Panna)

श्री जगन्नाथ मंदिर पन्ना जिले में घूमने का एक मुख्य स्थल है। यह मंदिर पन्ना जिले में इंद्रमण सागर तालाब के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर प्राचीन है और बहुत सुंदर है। इस मंदिर की वास्तुकला बहुत ही अद्भुत लगती है। मंदिर के गर्भ ग्रह में भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा, भाई बलभद्र की प्रतिमा विराजमान है। आप इस मंदिर में आकर दर्शन कर सकते हैं।

जगन्नाथ मंदिर की खासियत

  • यहां पर हर साल रथ यात्रा निकाली जाती है, जिसमें श्रद्धालु भाग लेते हैं।
  • मंदिर का वातावरण आध्यात्मिक और शांत है। आप यहां पर आकर अच्छा समय बिता सकते हैं।

अद्भुत शक्ति पीठ हनुमान जी मंदिर पन्ना (Adbhut Shakti Peeth Hanuman Ji Temple Panna)

अद्भुत शक्ति पीठ हनुमान जी मंदिर पन्ना मुख्य शहर में क्षीरसागर झील के किनारे बना हुआ है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। इस मंदिर में आकर अच्छा लगता है और शांति मिलती है। मंदिर के पास ही बड़ी सी झील है, जिसका दृश्य बहुत सुंदर रहता है। इस मंदिर के आस-पास बहुत सारी देवी देवताओं के मंदिर बने हुए हैं, जिनकी आप दर्शन कर सकते हैं।

अद्भुत शक्ति पीठ हनुमान जी मंदिर की खासियत

  • मंदिर के आस-पास सुंदर बगीचा बना हुआ है, जहां पर आप कुछ अच्छा समय बिता सकते हैं।
  • मंदिर के पास में आदिशक्ति माता मंदिर और शनि मंदिर बना हुआ है। यहां पर बहुत सारे भक्त सुबह के समय भगवान के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर आकर अच्छा लगता है।

श्री राम जानकी मंदिर पन्ना (Shri Ram Janaki Temple Panna)

श्री राम जानकी मंदिर पन्ना जिले के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर पन्ना जिले में बस स्टैंड के पास में बना हुआ है। इस मंदिर के मुख्य गर्भगृह में श्री राम जी, जानकी माता, लक्ष्मण और हनुमान की प्रतिमाएँ स्थापित है। मंदिर में आकर अच्छा लगता है। यह मंदिर प्राचीन है और मंदिर की वास्तुकला बहुत ही सुंदर है। यहां पर आकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।

राम जानकी मंदिर की खासियत

  • रामनवमी के दिन मंदिर में बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। मंदिर में भंडारे का वितरण किया जाता है, जिसे भक्तगण ग्रहण कर सकते हैं।
  • इस मंदिर की वास्तुकला बहुत सुंदर है। इस मंदिर की वास्तुकला ओरछा के राम मंदिर के समान लगती है।

पन्ना जिले के पास फेमस झरने (Famous waterfalls near Panna district)

पांडव फॉल्स (Pandav Falls)

पांडव फॉल्स मध्यप्रदेश के पन्ना ज़िले में स्थित एक प्राकृतिक झरना है। यह झरना अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरियाली और ऐतिहासिक महत्व के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है। पांडव जलप्रपात के बारे में मान्यता है, कि प्राचीन काल में यहां पर पांडवों ने अपने अज्ञातवास के समय निवास किया था। इसी कारण इस झरने को पांडव फॉल कहा जाता है। इस झरने का महत्व ऐतिहासिक स्थल के रूप में भी है, क्योंकि यहां पर क्रांतिकारियों ने शरण ली थी। यह जलप्रपात पन्ना नेशनल पार्क के अंदर स्थित है। इस जलप्रपात में प्रवेश के लिए प्रवेश शुल्क लिया जाता है।

पांडव फॉल्स की खासियत

  • यहाँ लगभग 30 मीटर ऊँचाई से गिरता हुआ झरना प्राकृतिक दृश्य को बेहद आकर्षक बना देता है।
  • झरने का पानी कुंड में गिरता है। यह कुंड बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है और बहुत सुंदर है। कुंड में ढेर सारी मछलियां देखने के लिए मिलती हैं।
  • झरने के पास ही प्राचीन गुफाएँ और शिलालेख मिलते हैं, जिनसे इसका ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व बढ़ जाता है।
  • चारों ओर फैली हुई घनी हरियाली और प्राकृतिक वातावरण इसे पन्ना जिले में फोटोग्राफी और पिकनिक के लिए आदर्श स्थान बनाते हैं।

रानेह फॉल्स पन्ना (Raneh Falls Panna)

रानेह फॉल्स पन्ना जिले के पास घूमने के लिए एक बहुत ही अच्छी जगह है। यह झरना केन नदी पर बनता है और यहां पर रंग बिरंगी ग्रेनाइट चट्टानों की घाटी देखने के लिए मिलती है, जो बहुत ही सुंदर लगती है। यह झरना इन्हीं घाटियों के बीच से बहता है। यह घाटी लगभग 5 किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है।

रानेह जलप्रपात की खासियत

  • रानेह जलप्रपात ग्रेनाइट की घाटियों में बहता है। यह घाटी लाल गुलाबी हरे और काले रंग की विशाल चट्टानें हैं, जिनसे यह जलप्रपात बहता हुआ बहुत खूबसूरत लगता है।
  • मानसून के समय इस जलप्रपात का दृश्य बहुत ही अद्भुत रहता है।

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किलकिला वॉटरफॉल पन्ना (Kilkila Waterfall Panna)

किलकिला वॉटरफॉल पन्ना जिले के पास एक प्राकृतिक स्थान है। यह पन्ना जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर मुख्य हाईवे रोड पर बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से आकर जलप्रपात की सैर कर सकते हैं। यह जलप्रपात किलकिला नदी पर बना हुआ है। बरसात में जलप्रपात का दृश्य बहुत ही अद्भुत रहता है। यहां पर आकर अच्छा लगता है।

किलकिला जलप्रपात की खासियत

  • यह जलप्रपात बरसात के समय बहुत सुंदर लगता है। इस जलप्रपात में पानी की बहुत अधिक मात्रा रहती है, जिससे आप यहां पर जाकर एंजॉय कर सकते हैं।
  • जलप्रपात के पास में ही एक मंदिर बना हुआ है, जहां पर आप बैठकर जलप्रपात के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं।

पन्ना जिले के पास ऐतिहासिक स्थान (Historical places near Panna district)

अजयगढ़ किला, पन्ना (Ajaygarh Fort, Panna)

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में विंध्याचल पर्वत श्रृंखला की चोटी पर स्थित अजयगढ़ किला एक मुख्य स्थल है। यह पन्ना जिला का एक ऐतिहासिक और स्थापत्य धरोहर है। अजयगढ़ पन्ना जिले से करीब 40 किलोमीटर दूर है। यहां पर सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है। किला ऊंचे पहाड़ी पर बना हुआ है। किले तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करने पड़ती है। किले के चारों तरफ घना जंगल है। यह किला बड़े एरिया में फैला हुआ है।

अजयगढ़ किले की खासियत

  • अजयगढ़ किले का निर्माण 9वीं शताब्दी में चंदेल शासको के द्वारा कराया गया था।
  • यह किला बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। किले में भव्य प्रवेश द्वार, तालाब, प्राचीन मंदिर और महलों के अवशेष देखने के लिए मिलते हैं।
  • किले में पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। ट्रैकिंग का रास्ता बहुत खूबसूरत है। किले परिसर में कुछ प्राचीन हिंदू और जैन मंदिर आज भी मौजूद हैं, जिनमें प्राचीन मूर्तियां विराजमान है। जिनके दर्शन कर सकते हैं और पूजा कर सकते हैं।
  • यह किला अभी भी पर्यटकों की भीड़ से अछूता है, लेकिन इतिहास और रहस्य में रुचि रखने वाले यात्रियों के लिए बेहद खास जगह है।
  • यह किला प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक स्थलों का अद्भुत संगम है।

कालिंजर किला (Kalinjar Fort)

कालिंजर का किला पन्ना के पास घूमने के लिए एक मुख्य स्थान में से एक है। अगर आप चित्रकूट से पन्ना की तरफ यात्रा कर रहे हैं, तो आप इस किले की जरूर यात्रा करें। कालिंजर किला विंध्य पर्वतमाला की सुरम्य पहाड़ियों पर बसा हुआ भारत का एक प्राचीन और दुर्गम किला है। यह किला समुद्र तल से लगभग 800 फीट ऊँचाई पर स्थित है और भारतीय इतिहास में इसकी गिनती सबसे मजबूत और अपराजेय किलों में होती है।

कालिंजर” शब्द का अर्थ है – “काल का नाश करने वाला”, और यह नाम भगवान शिव से जुड़े नीलकंठ रूप की मान्यता से आया है। यहां भगवान नीलकंठ का प्राचीन मंदिर बना हुआ है।

कालिंजर का किला की खासियत

  • किले का क्षेत्रफल लगभग 1 वर्ग मील में फैला है और इसकी दीवारें 5.7 किमी परिधि में बनी हुई हैं।
  • यहाँ 7 मुख्य दरवाजे हैं – आलम दरवाज़ा, गणेश दरवाज़ा, चंडी या चौबुर्जी दरवाज़ा, बुद्ध-भद्र दरवाज़ा, हनुमान दरवाज़ा, लाल दरवाज़ा और बड़ा दरवाज़ा।
  • किले के अंदर मंदिर, महल, मस्जिदें और तालाबों बने है, जो इसे एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर बनाते हैं।
  • यहाँ का सबसे प्रसिद्ध स्थल है नीलकंठ मंदिर, जहाँ भगवान शिव की विशाल शिला-मूर्ति आकर्षक है। यहां पर पहाड़ी के ऊपर एक प्राकृतिक कुंड बना हुआ है, जिसमें से पहाड़ों से पानी आता है। इस पानी का उपयोग पीने के लिए किया जाता है। यहां पर ढेर सारे बंदर भी है।
  • नीलकंठ मंदिर के अलावा किले के अन्य आकर्षणों में सीता सेज, पाताल गंगा, मंडुका भैरव, पांडु कुंड, शनिचरी कुंड, राम कटोरा, मृगधारा, अमन सिंह महल, मोती महल, रंग महल और रानी महल शामिल हैं।

पन्ना के नेशनल पार्क और अभयारण्य (National Parks & Sanctuaries in Panna)

पन्ना नेशनल पार्क (Panna National Park)

पन्ना नेशनल पार्क मध्यप्रदेश के छतरपुर और पन्ना ज़िलों में स्थित एक प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यान है। इसे 1981 में नेशनल पार्क घोषित किया गया था और बाद में 1994 में टाइगर रिज़र्व का दर्जा मिला। यह पार्क अपनी जैव-विविधता, प्राकृतिक सुंदरता और बाघों के संरक्षण के लिए पूरे भारत में जाना जाता है। पन्ना नेशनल पार्क के बीच से बहने वाली केन नदी पार्क की शोभा बढ़ाती है और इसे कई भागों में बाँटती है। केन नदी में ढेर सारी एक्टिविटी कर सकते हैं।

पन्ना नेशनल पार्क की खासियत

  • बाघों का घर – पन्ना नेशनल पार्क भारत के प्रमुख टाइगर रिज़र्व में से एक है, जहाँ बाघों की सफल पुनर्वास परियोजना चलाई गई। यहां बाघ आसानी से देखा जा सकता है।
  • यहाँ पर तेंदुआ, भेड़िया, चिंकारा, चीतल, नीलगाय, जंगली कुत्ता, स्लॉथ भालू, लंगूर और सियार जैसे अनेक वन्यजीव पाए जाते हैं।
  • आप यहां पर आकर सफारी का आनंद ले सकते हैं।
  • पक्षी प्रेमियों के लिए यह स्वर्ग समान है, क्योंकि यहाँ लगभग 200 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ मिलती हैं।
  • पार्क का प्राकृतिक सौंदर्य – घास के मैदान, झरने, गुफाएँ, खाईयाँ और चट्टानी पठार इसे बेहद रोमांचक बनाते हैं।
  • केन नदी न केवल जंगल की सुंदरता बढ़ाती है बल्कि यहाँ मगरमच्छ और घड़ियाल भी देखे जा सकते हैं। केन नदी में आप यहां पर नौकायान का आनंद भी उठा सकते हैं।
  • यह पार्क यूनेस्को द्वारा बायोस्फीयर रिज़र्व के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।

केन घड़ियाल अभयारण्य (Ken Gharial Sanctuary)

केन घड़ियाल अभयारण्य मध्यप्रदेश के पन्ना ज़िले में स्थित एक प्रसिद्ध संरक्षित क्षेत्र है, जिसे विशेष रूप से घड़ियाल और मगरमच्छ के संरक्षण के लिए बनाया गया है। यह अभयारण्य 1981 में स्थापित हुआ। यह पन्ना नेशनल पार्क के पास केन नदी के किनारे फैला हुआ है। यहाँ का प्राकृतिक वातावरण, चट्टानी घाटियाँ और नदी की गहराई घड़ियालों के लिए आदर्श आवास प्रदान करती है। यह पन्ना जिला के पास घूमने और पिकनिक मनाने के लिए एक बढ़िया ही जगह है।

केन घड़ियाल अभयारण्य खासियत

  • यह अभयारण्य मुख्य रूप से घड़ियालों और मगरमच्छों के संरक्षण के लिए जाना जाता है।
  • बर्ड वॉचिंग और फोटोग्राफी के लिए यह जगह बहुत अच्छी है।

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पन्ना में घूमने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Panna)

पन्ना में घूमने का सबसे अच्छा मौसम ठंड का रहता है। अक्टूबर से मार्च (सर्दी का मौसम) का समय सुहावना और ठंडा रहता है। इस समय आकर आप पन्ना जिले के सभी पर्यटन स्थलों की सैर कर सकते हैं। आपको इस समय किसी भी तरह का थकान और शारीरिक दिक्कत नहीं आएगी। यह पन्ना का पीक टूरिस्ट सीज़न है।
अप्रैल से जून (गर्मी का मौसम) के समय गर्मी बहुत जयदा होती है। तापमान 35°C से 45°C तक पहुँच सकता है। इस समय घूमने से आपको बहुत जल्दी थकावट होगी और आप इस समय ट्रैकिंग वगैरा भी नहीं कर सकते हैं। जुलाई से सितम्बर (मानसून का मौसम) के समय झरनों की सैर के लिए बढ़िया है।

पन्ना कैसे पहुँचे

  • हवाई मार्ग: नजदीकी एयरपोर्ट खजुराहो (25 किमी) और जबलपुर है।
  • रेल मार्ग: सतना और खजुराहो नजदीकी रेलवे स्टेशन हैं।
  • सड़क मार्ग: पन्ना सड़कों से खजुराहो, सतना, कटनी और छतरपुर से जुड़ा है।

पन्ना जिले का गूगल मैप लोकेशन

पन्ना में ठहरने की सुविधा

  • पन्ना और खजुराहो में बजट होटल, रिसॉर्ट और लॉज उपलब्ध हैं।
  • वन विभाग द्वारा संचालित गेस्ट हाउस भी मिलते हैं।

पन्ना यात्रा के टिप्स

  1. सफारी बुकिंग पहले से कराएँ।
  2. कैमरा और दूरबीन साथ रखें।
  3. धार्मिक स्थलों पर शालीन वस्त्र पहनें।
  4. मानसून में झरनों के पास सावधानी रखें।

FAQs – पन्ना यात्रा

प्रश्न 1. पन्ना में सबसे प्रसिद्ध जगह कौन सी है?
उत्तर: पन्ना टाइगर रिज़र्व और रानेह फॉल्स सबसे प्रसिद्ध हैं।

प्रश्न 2. पन्ना घूमने का सबसे अच्छा मौसम कौन सा है?
उत्तर: अक्टूबर से मार्च का समय सबसे उपयुक्त है।

प्रश्न 3. पन्ना कैसे पहुँचा जा सकता है?
उत्तर: सड़क, रेल और हवाई मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

प्रश्न 4. पन्ना की पहचान क्या है?
उत्तर: पन्ना अपनी हीरे की खदानों और टाइगर रिज़र्व के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

प्रश्न 5. क्या पन्ना परिवार के साथ घूमने लायक है?
उत्तर: हाँ, यह प्राकृतिक और धार्मिक पर्यटन के लिए परिवारों के लिए आदर्श जगह है।

निष्कर्ष

पन्ना प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक धरोहरों का अनोखा संगम है। यहाँ के जंगल, झरने, मंदिर और खदानें पर्यटकों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करते हैं। यदि आप मध्यप्रदेश की वास्तविक पहचान जानना चाहते हैं, तो पन्ना की यात्रा जरूर करें।

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