सागर जिले में घूमने की 20 बेहतरीन जगह | Amazing Sagar Tourist Places in Hindi

Table of Contents

सागर जिले में घूमने की जगह – Sagar Tourist Places in Hindi

मध्य प्रदेश का सागर जिला (Sagar District) बुंदेलखंड क्षेत्र का एक प्रमुख हिस्सा है। सागर जिले का नाम लाखा बंजारा झील के नाम पर रखा गया है, जो शहर के मध्य में स्थित है। इस झील को सागर झील के नाम से जाना जाता है। यह झील बहुत बड़े एरिया में फैली हुई है।

यह जिला इतिहास, संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक धरोहरों से भरपूर है। यहाँ आपको प्राचीन मंदिर, ऐतिहासिक किले, झीलें, प्राकृतिक झरने और धार्मिक स्थल देखने को मिलेंगे।

सागर जिले का इतिहास

सागर का इतिहास कई शताब्दियों पुराना है। बुंदेला राजाओं और मराठाओं का यहाँ पर विशेष प्रभाव रहा। सागर जिले के आसपास ढेर सारी प्राचीन महल और किले की अवशेष देखने के लिए मिलते हैं। अंग्रेजों के समय में भी सागर का बड़ा महत्व था और यहाँ सैन्य छावनी (Cantonment) बनाई गई थी। आज भी सागर शहर और आसपास के क्षेत्र इतिहास, कला और संस्कृति की झलक प्रस्तुत करते हैं।

सागर जिले के आसपास घूमने के प्रमुख दर्शनीय और पर्यटन स्थल – Sagar Tourist Places in Hindi

सागर जिला मध्य प्रदेश के प्रमुख जिला है। सागर जिले में घूमने के लिए ढेर सारे स्थल है, जहां पर जाकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। सागर जिले के आस-पास प्राकृतिक स्थल, सुंदर झरने, धार्मिक स्थल, ऐतिहासिक स्थल मौजूद है, जहां पर आप जा सकते हैं।

इस लेख में, हम आपको सागर जिले के आसपास घूमने वाले प्रमुख जगहों के बारे में जानकारी है। सागर जिले के आसपास घूमने वाले प्रमुख स्थान –

सागर जिले के प्रसिद्ध मंदिर और धार्मिक स्थान (Famous temples in Sagar district)

चकरा घाट सागर (Chakra Ghat Sagar)

चकरा घाट सागर जिले में बना हुआ एक प्रमुख धार्मिक स्थान है। यह सागर झील के किनारे बना हुआ है। यहां पर आप आकर घूम सकते हैं और इस जगह में जाकर शांति का अनुभव कर सकते हैं। यहां पर ढेर सारे स्थल बने हुए हैं, जहां पर आप जा सकते हैं। चकरा तीर्थ में ढेर सारे मंदिर बने हुए हैं, जहां पर आप घूम सकते हैं। यहां पर शाम के समय बहुत सारे लोग आते हैं और अच्छा समय बिताते हैं।

चकरा घाट सागर की खासियत

  • यहां पर आप आकर बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। यहां पर बोट राइड की सुविधा उपलब्ध है।
  • यहां पर ढेर सारी बदक हैं, जिनको आप फीडिंग करवा सकते हैं।

भूतेश्वर शिव मंदिर सागर (Bhuteshwar Shiva Temple, Sagar)

भूतेश्वर शिव मंदिर सागर जिले के पास एक प्रमुख धार्मिक स्थान है। यह शिव भक्तों के लिए एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर सागर जिले में आनंद नगर में बना हुआ है। इस मंदिर में आप घूमने के लिए आसानी से आ सकते हैं। यहां पर ढेर सारे श्रद्धालु जाकर भगवान शिव का दर्शन करते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह मंदिर बहुत प्राचीन है।

भूतेश्वर शिव मंदिर की खासियत

  • यह मंदिर 400 साल पुराना है। इस मंदिर को लेकर ढेर सारी मान्यताएं हैं।
  • यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां पर भगवान शिव की पूजा भूतेश्वर महादेव के रूप में की जाती है।
  • मंदिर परिसर में ढेर सारे मंदिर बने हुए हैं, जिनकी आप यहां पर जाकर दर्शन कर सकते हैं।

शिव भक्ति धाम मंदिर सागर

शिव भक्ति धाम मंदिर सागर जिले के पास घूमने के लिए प्रमुख धार्मिक स्थान में से एक है। यह मंदिर सागर जिले में मकरोनिया के बाहरी क्षेत्र में NH934 के पास में बना हुआ है। यह मंदिर मुख्य हाईवे सड़क में बना हुआ है। यहां पर पार्किंग के लिए बहुत बड़ी जगह है। यह मंदिर भगवान शिव के विशाल प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है।

मंदिर में भगवान शिव की बहुत विशाल प्रतिमा विराजमान है, जो बहुत ही आकर्षक लगती है। यहां पर आपको 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर 12 ज्योतिर्लिंगों में से प्रत्येक के विवरण, कथाएं और महत्व दिया गया है। यह मंदिर सुबह और शाम के समय खुलता है।

शिव भक्ति धाम मंदिर की खासियत

  • यहां पर 12 ज्योतिर्लिंग की प्रतिकृति शिव प्रतिमा के अंदर गुफा में विराजमान है, जिनके जाकर आप दर्शन कर सकते हैं।
  • महाशिवरात्रि और सावन सोमवार में यहां पर भारी भीड़ होती है। बहुत सारे भक्त यहां पर दर्शन करने के लिए आते हैं।
  • मंदिर परिसर के बाहर की दुकान बनी हुई है, जहां से आप प्रसाद ले सकते हैं।

रुद्राक्ष धाम सागर (Rudraksh Dham Sagar)

रुद्राक्ष धाम सागर जिले के पास एक धार्मिक स्थान है। यह मंदिर सागर जिले के पास में मकरोनिया रेलवे स्टेशन से करीब 2 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर आराम से घूमने के लिए आ सकते हैं। इस मंदिर को प्रेम मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर वृंदावन के प्रेम मंदिर के जैसे लगता है। यह मंदिर शहर के बाहरी इलाके में स्थित है। आप यहां पर आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।

रुद्राक्ष धाम मंदिर की खासियत

  • रुद्राक्ष धाम मंदिर में श्री कृष्ण जी और राधा जी की बहुत ही आकर्षक प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। मंदिर में और भी ढेर सारे देवी देवता विराजमान है।
  • मंदिर के बाहर सुंदर गार्डन बना हुआ है, जहां पर ढेर सारे पेड़ पौधे और सुंदर फव्वारा लगा हुआ है। शाम के समय यह जगह बहुत ही अच्छी लगती है।
  • यह सागर जिले के पास एक मस्ट विजिट प्लेस है। आपको यहां पर अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ घूमने के लिए आना चाहिए।

श्री बालाजी मंदिर सागर (Shri Balaji Temple, Sagar)

श्री बालाजी मंदिर सागर जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है। श्री बालाजी मंदिर को मंशापूर्ण बालाजी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर सागर जिले के पास घूमने का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है। इस मंदिर में इस मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि इस मंदिर में आकर आप जो भी मनोकामना मांगते हैं। वह पूरी होती है। यहां पर हनुमान जी की स्वयंभू प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही आकर्षक लगती है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं और हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं।

बालाजी मंदिर की खासियत

  • यहां पर पूर्ण श्रद्धा से और सच्चे मन से मंदिर जाकर मनोकामना मांगता है उसकी मनोकामना जरुर पूरी होती है।
  • मंदिर का वातावरण अच्छा और आध्यात्मिक है, जिससे आप यहां पर शांतिपूर्वक समय बिता सकते हैं।

श्री हनुमान जी मंदिर गढ़पहरा (Shri Hanuman Temple, Garhpahara)

श्री हनुमान मंदिर सागर जिले के पास में एक प्रमुख धार्मिक स्थान है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। इस मंदिर को गढ़पहरा हनुमान मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर सागर में सागर झाँसी हाइवे मार्ग में सागर जिले से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित है। आप यहां आसानी से घूमने आ सकते है।

गढ़पहरा हनुमान मंदिर मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। मंदिर से चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में हनुमान जी की बहुत आकर्षक प्रतिमा विराजमान है /आप यहां पर आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। यह मंदिर बहुत प्राचीन है। मंदिर के बारे में ढेर सारी मान्यताएं प्रसिद्ध है। मंदिर में आकर अच्छा लगता है।

गढ़पहरा हनुमान मंदिर की खासियत

  • बरसात के समय यह जगह बहुत ही आकर्षक लगती है। यहां पर चारों तरफ पहाड़ी और पेड़ पौधों का दृश्य बहुत ही आकर्षक लगता है।
  • यहां पर ढेर सारे बंदर हैं ,आप चाहें तो बंदरों को चने खिला सकते हैं। यहां पर दुकानें हैं। यहां से आप चने खरीद सकते हैं।

मां हरसिद्धि माता मंदिर सागर (Maa Harsiddhi Mata Temple, Sagar)

मां हरसिद्धि माता मंदिर सागर जिले के पास घूमने के लिए धार्मिक और प्राकृतिक स्थान में से एक है। यह मंदिर सागर जिले के प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान में से एक है। यह मंदिर सागर जिले में रहली कस्बे में रानगिर में स्थित है। मंदिर के पास ही देहर नदी बहती है, जिस कारण मंदिर प्राकृतिक दृष्टि से बहुत ही सुंदर और आकर्षक लगता है।

यह मंदिर मां दुर्गा के स्वरूप देवी हरसिद्धि को समर्पित है। मंदिर में आकर देवी हरसिद्धि की बहुत ही आकर्षक प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर बहुत ही अच्छी तरह से बनाया गया है। यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है। मंदिर के आस-पास का वातावरण भी बहुत आकर्षक और आध्यात्मिक है। मंदिर में आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिताया जा सकता है।

मां हरसिद्धि मंदिर की खासियत

  • हरसिद्धि मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि यहां पर आप सच्चे मन से आकर माता के दर्शन करते हैं और पूजा करते हैं, तो माता आपकी मनोकामना जरुर पूरी करती है।
  • मंदिर के आस-पास पहाड़ियों और जंगल से घिरा है, जहां पर आप घूम सकते हैं और अच्छा समय बिता सकते हैं।
  • मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि मंदिर में माता अपने तीन स्वरूप बदलता है। सुबह के समय बच्ची के रूप में, दोपहर में लड़की के रूप में, और शाम को एक वृद्ध महिला के रूप में भक्तों को दिखाई देती है।

फूलनाथ स्वामी मंदिर सागर (Phoolnath Swami Temple, Sagar)

फूलनाथ स्वामी मंदिर सागर जिले के पास शिव भक्तों के घूमने का एक मुख्य स्थल है। इस मंदिर में आप आसानी से घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर सागर भोपाल मार्ग पर भापेल गांव में बना है। इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर भगवान शिव का प्राचीन शिवलिंग देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही सुन्दर लगता है। यहां पर शिव का बहुत ही बड़ा और प्राचीन शिवलिंग है, जो गर्भ ग्रह में विराजमान है। आप यहां पर आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।

फूलनाथ स्वामी मंदिर की खासियत

  • मंदिर के बाहर एक बड़ी सी झील बनी हुई है, जिसमें ढेर सारे कमल के फूल लगे हुए हैं। यह झील बहुत ही सुंदर लगती है।
  • यह मंदिर पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है। मंदिर से चारों तरफ का दृश्य बहुत ही सुंदर और आकर्षक होता है। बरसात के समय यह जगह बहुत ही मनमोहक लगती है।

गुरुजा दहार सागर (Guruja Dahar Sagar)

गुरुजा दहार मंदिर सागर के राहतगढ़ राहतगढ़ के पास घूमने के लिए एक प्रसिद्ध स्थान है। यह स्थल राहतगढ़ तहसील से करीब 7 किलोमीटर अंदर बीना नदी के किनारे बना है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर को लेकर अलग-अलग मान्यता है। यहां पर आप आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। मंदिर का वातावरण बहुत अच्छा और शांत है। यहां पर अच्छा लगता है और बीना नदी का दृश्य यहां पर देखने लायक रहता है।

गुरुजा दहार मंदिर की खासियत

  • मंदिर में एक जल कुंड बना है, जिसके बारे में विशेष मान्यता यह है, कि अगर इसमें बेलपत्र डाला जाता है, तो बेलपत्र डूब जाता है। बाकी अन्य पत्ती डालने पर वह पानी में तैरते रहता है।
  • यहां पर महाशिवरात्रि के समय बहुत सारे भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं।
  • यहां पर बीना नदी के किनारे सुंदर घाट बना हुआ है, जहां पर लोग स्नान कर सकते हैं। यहां पर बीना नदी बहुत ज्यादा गहरी है।

सूर्य मंदिर सागर (Surya Temple Sagar)

सूर्य मंदिर सागर जिले के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर सागर जिले के रहली में सुनार नदी के किनारे बना है। इस मंदिर को सागर का सन टेंपल के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर के अंदर सूर्य भगवान जी की प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। मंदिर में आकर अच्छा लगता है। यह मंदिर 10 वी शताब्दी का है। मंदिर के गर्भगृह में सूर्य देव की विशाल सूर्य प्रतिमा स्थापित है। मंदिर की बाह्य दीवारों पर वैष्णव, शिव, नवग्रह और अन्य देवी देवताओं की प्रतिमाओं को उकेरकर बनाया गया है।

सूर्य मंदिर की खासियत

  • मंदिर के आसपास का वातावरण बहुत सुंदर और आध्यात्मिक है। यहां पर आकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
  • मंदिर के किनारे ही महादेव मंदिर बना हुआ है, जो महादेव जी को समर्पित है। आप यहां पर महादेव जी के दर्शन कर सकते हैं और आशीर्वाद ले सकते हैं।
  • यहां पर बहुत सारे लोग सुनार नदी में नहाने का आनंद उठाते हैं। यहां पर अटल पुल बना है।

सागर जिले का फेमस पार्क (Famous park in Sagar district)

बया इको पार्क सागर (Baya Eco Park Sagar)

बया इको पार्क सागर जिले के पास घूमने के लिए एक अच्छा स्थान है। यह पार्क पथरिया जाट में रहली रोड पर बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से आ सकते हैं। यहां पर आप आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। यह पार्क सागर में हरि सिंह गौर यूनिवर्सिटी के पास में स्थित है। यहां पर बहुत बड़ा और सुंदर गार्डन बना है, जहां पर जाकर आप ढेर सारी एक्टिविटी कर सकते हैं। यहां पर बड़े और बच्चों के लिए बहुत सारी एक्टिविटी है।

बया इको पार्क की खासियत

  • बया इको पार्क में चारों तरफ हरियाली और पेड़ पौधे देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर ट्री हाउस बना हुआ है, जहां पर आप इंजॉय कर सकते हैं।
  • इस पार्क में आप ढेर सारी एडवेंचरस गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
  • यहां पर चिल्ड्रन पार्क बना हुआ है, जहां पर बच्चे लोग खेल सकते हैं। बच्चों के लिए ढेर सारे झूले लगे हुए हैं, जिसमें बच्चे एंजॉय कर सकते हैं।

सागर जिले का ऐतिहासिक स्थल (Historical places in Sagar district)

गढ़पहारा किला (Garhphra Kila)

गढ़पहारा का किला सागर जिले के पास घूमने के लिए एक मुख्य पर्यटन स्थान है। यह सागर से 15 किलोमीटर दूर सागर झांसी मार्ग पर बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से घूमने के लिए आ सकते हैं। इस किले का निर्माण गोंडवाना साम्राज्य के राजा संग्राम सिंह ने करवाया था, जिन्होंने 16वीं शताब्दी में शासन किया था। इसके बाद डांगी राजाओं ने यहां पर शासन किया था। यह किला बहुत ही सुंदर है।

यह पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है और राजनीतिक दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस किले से चारों तरफ का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। किले में मोती महल बना हुआ है, जो इस किले की सबसे सुंदर जगह में से एक है। किले के पास में हनुमान मंदिर और मोतीलाल झील भी बनी हुई है, जिसे आप देख सकते हैं।

गढ़पहारा किला की खासियत

  • यह प्राचीन किला बुंदेला राजा के समय का प्रमुख किला है।
  • पहाड़ी पर स्थित होने की वजह से यहाँ से पूरे इलाके का अद्भुत नजारा दिखाई देता है।
  • इतिहास और फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए यह जगह खास आकर्षण रखती है।

राहतगढ़ किला (Rahatgarh Fort)

राहतगढ़ का किला सागर जिले के पास घूमने के लिए एक ऐतिहासिक स्थान है। यह किला राहतगढ़ तहसील में बीना नदी के किनारे एक ऊंची पहाड़ी पर बना है। किले तक पहुंचने के लिए रोड बना हुआ है। किले के बाहर पार्किंग की व्यवस्था उपलब्ध है। किले में ढेर सारे स्थल देखने के लिए मिलते हैं। यह किला बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है।

राहतगढ़ किले के अंदर राजा रानी महल, मस्जिद, प्राचीन शिव मंदिर, बड़ी सी झील, फांसी घर और भी बहुत सारी जगह देखने के लिए मिलती है। किले में प्राचीन बुर्ज देखने के लिए मिलते हैं। किले से आप बीना नदी का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।

राहतगढ़ किला की खासियत

  • यह किला मुग़ल काल में बनाया गया था।
  • किले के अंदर कई प्राचीन संरचनाएँ और दीवारें आज भी देखी जा सकती हैं।
  • इतिहास प्रेमियों और फोटोग्राफर्स के लिए बेहतरीन जगह।

सागर का किला (Sagar Fort)

सागर का किला सागर जिले के मध्य में स्थित एक सुंदर किला है। यह किला सागर में लाखा बंजारा झील के किनारे बना हुआ है। सागर किले के अंदर जाने की मनाही है। किले को बाहर से देख सकते हैं। चकरा घाट से सागर किले के बुर्ज देखने के लिए मिलते हैं। यह किला अभी भी सही सलामत है और आप इस किले को देख सकते हैं।

धामोनी का किला सागर (Dhamoni Fort, Sagar)

धामोनी का किला सागर के पास घूमने के लिए एक ऐतिहासिक स्थान है। यह किला सागर जिले में धामोनी में स्थित एक फेमस किला है। यह किला प्राचीन है और ऐतिहासिक है। यह किला बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। यह किला धामोनी गांव से करीब एक से डेढ़ किलोमीटर दूर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। इस किले तक आप आसानी से घूमने के लिए जा सकते हैं। यह किला चारों तरफ से गहरी खाइयो से घेरा हुआ है।

धामोनी किले के अंदर ढेर सारे स्थल है, जो आप देख सकते हैं। यहां पर राजा रानी महल, प्राचीन बावड़ी, तहखाना देखने के लिए मिलता है। किले की ऊंची ऊंची दीवारों इसकी भव्यता को बताती हैं। इस किले की देखभाल अच्छे से नहीं की जा रही है, जिससे यह धीरे-धीरे नष्ट होते जा रहा है। अगर आपको बुंदेला स्थापत्य कला देखनी है. तो आप यहां पर आकर इस किले को देख सकते हैं।

धामोनी का किला की खासियत

  • बरसात और ठंड में यह किला सागर के पास एक देखने लायक जगह है।
  • इस किले में आप जाते हैं, तो दिन के समय जाए। यहां पर रात के समय न जाए।
  • यहां पर आप जाते हैं, तो खाने पीने का सामान लेकर जाएं, क्योंकि यहां पर कोई भी व्यवस्था नहीं है।

माल्थोन किला सागर (Malthon Fort Sagar)

माल्थोन फोर्ट सागर जिले में घूमने का एक मुख्य स्थान है। यह किला माल्थोन मुख्य शहर में बना हुआ है। यहां पर आप आसानी से आ सकते हैं। यह किला बहुत बड़ा और सुंदर है। किले के चारों तरफ दीवारें बनी हुई है। किले के अंदर मां काली का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर में घूमने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इस मंदिर के बारे में ढेर सारी मान्यताएं हैं। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह काली मंदिर एक सिद्ध पीठ है।

मालथौन फोर्ट की खासियत

  • इस किले में घूमने के लिए नवरात्रि के समय बहुत सारे लोग आते हैं। नवरात्रि के समय यहां बहुत भीड़ रहती है।
  • इस किले के अंदर एक प्राचीन जलाशय भी बना हुआ है, जिसका पानी बहुत खास है। कहते हैं, कि इस पानी में चमत्कारिक गुण है।

सानोधा किला सागर (Sanodha Fort Sagar)

सानोधा किला सागर जिले के पास घूमने के लिए एक ऐतिहासिक स्थान है। यह किला सागर दमोह मार्ग पर सानोधा गांव में बना हुआ है। यह मुख्य हाईवे सड़क से करीब 5 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर खुद की गाड़ी से आराम से पहुंच सकते हैं। यह किला चारों तरफ से दीवार से घिरा हुआ है।

किले के अंदर प्राचीन महल देखने के लिए मिलता है। किले के प्रवेश द्वार पर भगवान हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है। यहां पर साल में एक बार मेला लगता है। अगर आपके पास समय है, तो आप इस किले को देखने के लिए आ सकते हैं। किले के पास में एक बड़ा सा जलाशय भी है।

सागर जिले के प्राकृतिक स्थान (Natural places in Sagar district)

आपचंद रॉक शेल्टर केव्स (Aapchand Rock Shelter Caves)

आपचंद रॉक शेल्टर केव्स सागर जिले के पास एक प्राकृतिक स्थान है। यह जगह बहुत सुंदर है। यहां पर जंगल, चट्टान, नदी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आपचंद की गुफाएं सागर दमोह मार्ग में स्थित है। यह गुफाएं मुख्य हाइवे मार्ग से करीब तीन किलोमीटर अंदर जंगल में बनी हुई है।

यहां पर भगवान हनुमान जी का प्राचीन मंदिर भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर आदिमानव काल की गुफाएं देखने के लिए मिलती है, जिसमें रॉक पेंटिंग बनी हुई है। इन गुफाओं को देखने के लिए जंगल के अंदर ट्रैकिंग करके जाना पड़ता है। आप यहां पर जाकर अच्छा समय बिता सकते हैं।

आपचंद की गुफा की खासियत

  • यह गुफाएं फैमिली और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए बहुत ही बढ़िया जगह है। आप यहां पर आकर शांतिपूर्वक समय बिता सकते हैं।
  • यहां पर बरसात के समय सुंदर झरना देखने के लिए मिलता है।
  • यहां पर चारों तरफ हरियाली और पेड़ पौधे लगे हैं, जिससे यहां का वातावरण अच्छा और सुखमय है।
  • आदि मानव कल की गुफाओं को देखने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। ट्रैकिंग का रास्ता बहुत खूबसूरत है।

लाखा बंजारा झील सागर (Lakha Banjara Lake Sagar)

लाखा बंजारा झील जिसे सागर झील के नाम से भी जाना जाता है। यह सागर शहर के बीचों-बीच स्थित एक खूबसूरत झील है। पूरा सागर जिला इसी झील के किनारे बसा हुआ है। यह झील बहुत बड़े एरिया में फैली हुई है। झील के किनारे ढेर सारे स्थल बने हुए हैं, जहां पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं। झील का नजारा बहुत अच्छा और आकर्षण रहता है। झील में आकर आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं।

लाखा बंजारा झील की खासियत

  • लाखा बंजारा झील के किनारे गार्डन बना हुआ है, जहां पर जाकर आप बैठ सकते हैं और शांति से अपना समय बिता सकते हैं।
  • यहां पर शाम के समय बहुत सारे लोग अपना समय बिताने के लिए आते हैं। शाम के समय यह जगह बहुत ही आकर्षक लगती है।
  • झील के किनारे ढेर सारे मंदिर बने हुए हैं, जहां पर जाकर आप घूम सकते हैं।

राहतगढ़ झरना (Rahatgarh Waterfall)

राहतगढ़ का झरना सागर जिले के पास घूमने के लिए प्राकृतिक स्थान में से एक है। यह झरना सागर जिले के पास राहतगढ़ तहसील से करीब 5 किलोमीटर दूर जंगल के अंदर बना हुआ है। यह झरना बीना नदी पर बना हुआ है। यह झरना बहुत ही खूबसूरत है और ऊंची चट्टानों से गिरता है। झरने का दृश्य देखने लायक रहता है। आप यहां पर बरसात और ठंड में के समय जाकर झरने की खूबसूरत दृश्य का आनंद ले सकते हैं।

राहतगढ़ का झरना की खासियत

  • झरने के पास में व्यूप्वाइंट बना हुआ है, जहां से झरने का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
  • झरने के पास बैठने के लिए और पिकनिक के लिए स्थान बने हुए हैं, जहां पर आप पिकनिक बना सकते हैं। यहां पर आप सागर से 1 दिन की यात्रा के लिए आ सकते हैं और अपना एक दिन अच्छे से एंजॉय कर सकते हैं।
  • आप यहां पर खाने-पीने का सामान लेकर आए, क्योंकि यहां पर खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं है।
  • यह झरना लगभग 50 फीट ऊँचाई से गिरता है और बरसात के मौसम में बेहद शानदार दिखता है।
  • झरने के आस-पास का एरिया बहुत खूबसूरत है। यहां पर बरसात के समय आएंगे, तो आपको चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलेगी।

सागर घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit in Sagar)

सागर जिले में घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहावना और ठंडा रहता है। इस दौरान आप सागर के पर्यटन स्थल पर ट्रैकिंग और चलने से संबंधित गतिविधि कर सकते है। इस समय आपको कोई भी थकावट महसूस नहीं होंगे। आप आराम से अपनी यात्रा को एंजॉय करते हुए घूम सकते हैं।

गर्मी के समय यात्रा करने में परेशानी होती है। गर्मी में बहुत ज्यादा थकावट और धूप के कारण चलने में दिक्कत होती है, इसलिए गर्मी मैं यात्रा करना अच्छा नहीं है। बरसात में यात्रा करना अच्छा है। बरसात में आपको हरियाली देखने के लिए मिलती है, मगर भारी बारिश में यात्रा करने में दिक्कत हो सकती है।

सागर कैसे पहुँचे (How to Reach Sagar)

हवाई मार्ग : सागर का निकटतम हवाई अड्डा भोपाल (180 किमी) और जबलपुर (200 किमी) में है। आप अपनी सुविधा के अनुसार भोपाल या जबलपुर आ सकते हैं। और उसके बाद, बस या टैक्सी के द्वारा सागर पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग : सागर मुख्य शहर में रेलवे स्टेशन बना हुआ है। सागर रेलवे स्टेशन से देश के प्रमुख शहरों के लिए ट्रेनें उपलब्ध हैं। जबलपुर, भोपाल, इंदौर और दिल्ली से सीधी ट्रेनें मिलती हैं।

सड़क मार्ग : सागर राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा हुआ है। भोपाल, जबलपुर, इंदौर और झांसी से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है।

सागर जिले के गूगल मैप लोकेशन

सागर यात्रा के लिए उपयोगी टिप्स

  1. अगर आप झरनों और किलों को देखना चाहते हैं तो बरसात का मौसम चुनें।
  2. धार्मिक स्थलों पर जाते समय ड्रेस कोड और नियमों का पालन करें।
  3. झीलों और झरनों के पास सावधानी बरतें, खासकर बरसात में।
  4. स्थानीय बाजार से आप बुंदेली हस्तशिल्प और पारंपरिक सामान खरीद सकते हैं।
  5. स्थानीय व्यंजन जैसे भटूरे, दाल-बाफला और बुंदेली मिठाइयाँ जरूर चखें।

FAQs –सागर जिले में घूमने की जगह (Sagar Tourist Places in Hindi)

Q1. सागर जिले में घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?
सागर और आसपास की प्रमुख जगहें घूमने के लिए कम से कम 2-3 दिन चाहिए।

Q2. सागर में सबसे लोकप्रिय जगह कौन सी है?
राहतगढ़ झरना और किला सागर जिले के सबसे लोकप्रिय आकर्षण माने जाते हैं।

Q3. सागर घूमने का सही मौसम कौन सा है?
अक्टूबर से मार्च का मौसम सबसे बेहतर है।

Q4. क्या सागर परिवार के साथ घूमने योग्य जगह है?
हाँ, यहाँ झीलें, मंदिर, ऐतिहासिक स्थल और प्राकृतिक झरने परिवार के साथ घूमने के लिए उत्तम हैं।

Q5. क्या सागर के आसपास और भी दर्शनीय स्थल हैं?
हाँ, पास में दमोह, जबलपुर, भोपाल, विदिशा, टीकमगढ़, और खजुराहो जैसे पर्यटन स्थल भी घूमे जा सकते हैं।

निष्कर्ष

सागर जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों और धार्मिक स्थलों की वजह से मध्य प्रदेश का एक खास पर्यटन स्थल है। यहाँ की झीलें, झरने, किले और मंदिर यात्रियों को अनोखा अनुभव प्रदान करते हैं।

अगर आप मध्य प्रदेश की सैर पर निकल रहे हैं, तो सागर जिले को अपनी यात्रा सूची में ज़रूर शामिल करें। यह जगह इतिहास प्रेमियों, प्रकृति प्रेमियों और धार्मिक श्रद्धालुओं – सभी के लिए खास महत्व रखती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top