यशवंत सागर डैम – इंदौर का प्रसिद्ध जलाशय और पिकनिक स्थल : Amazing Yashwant Sagar Dam

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यशवंत सागर डैम: इंदौर का प्रमुख जलाशय और सुंदर स्थल

यशवंत सागर बांध इंदौर शहर के पास घूमने का एक प्रमुख स्थान है। यह बांध घूमने के लिए ही नहीं, बल्कि इंदौर शहर के पानी आपूर्ति के लिए एक प्रमुख संसाधन है। यह जलाशय बहुत बड़े एरिया में फैला है। यहां आकर आप शांत जलाशय, हरियाली से घिरा वातावरण, पक्षियों की आवाज और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।

यह पर्यटकों और स्थानीय लोगों के घूमने के लिए एक सुंदर गंतव्य है। आज हम इंदौर शहर के यशवंत सागर जलाशय (Yashwant Sagar Dam) के बारे में जानेंगे।

यशवंत सागर बांध की यात्रा (Trip to Yashwant Sagar Dam)

यशवंत सागर बांध इंदौर (Yashwant Sagar Dam Indore) शहर के पास बाहरी क्षेत्र में घूमने के लिए एक सबसे बढ़िया जगह में से एक है। यह बांध बहुत बड़े एरिया में फैला है और बहुत खूबसूरत है। यह जलाशय इंदौर शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर है। इस जलाशय की यात्रा करने के लिए सबसे पहले आपको इंदौर शहर आना पड़ेगा। उसके बाद इंदौर शहर से आपको हथोड की ओर आना पड़ेगा।

यशवंत सागर जलाशय (Yashwant Sagar Dam) में आप कार या बाइक से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर पहुंचने के लिए पक्की सड़क बनी है। यहां पर आप सार्वजनिक परिवहन से भी आ सकते हैं। यह बांध काफी बड़े एरिया में फैला हुआ है। बांध के पास में एक और पर्यटन स्थल है, जहां पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं, जिससे गुलावत लोटस वैली के नाम से जाना जाता है। यह स्थल भी यशवंत सागर बांध (Yashwant Sagar Dam) के भराव क्षेत्र में स्थित है। कई सारे लोग कई सारे पर्यटक एवं स्थानीय लोग गुलावत लोटस वैली में घूमने के बाद, इस बांध की तरफ आते हैं।

यशवंत सागर बांध (Yashwant Sagar Dam) घूमने के लिए सबसे पहले आपको इंदौर आना होता है और इंदौर से होते हुए आप हातोद पहुंच सकते हैं। इंदौर से हातोद आने वाले मार्ग में ढेर सारे पर्यटन स्थल पहुंचने हैं, जिनकी सैर करते हुए आप हातोद पहुंच सकते हैं। हातोद की ओर जाने वाले मार्ग पर गोमटगिरी जैन मंदिर, बिजासन माता मंदिर और पितेश्वर हनुमान धाम जैसे पवित्र स्थल पड़ते हैं, जहां पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं और अपना समय बिता सकते हैं और उसके बाद आप हातोद पहुंच सकते हैं।

हातोद सिटी में पहुंचकर, हातोद से करीब 5 किलोमीटर दूर, हातोद और पलासिया मार्ग में, अंदर जाने पर गुलावत लोटस वैली देखने के लिए मिलती है। आप वहां पर अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। इसके बाद आप को वापस हातोद आना पड़ता है और हातोद आने के बाद, यशवंत सागर बांध की ओर जाना पड़ता है। हथोड से यशवंत सागर बांध की ओर जाने पर खजुरिया गांव पड़ता है। उसके आगे जाने पर, यशवंत सागर जलाशय (Yashwant Sagar Dam) देखने के लिए मिलता है।

यशवंत सागर बांध (Yashwant Sagar Dam) पहुंचकर, दूर तक फैला हुआ सुंदर जलाशय देखने के लिए मिलता है। दूर-दूर तक सिर्फ पानी ही पानी देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही आकर्षक लगता है। यहां पर आप बरसात के समय आते हैं, तो आपको और भी सुंदर नजारे देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।

यशवंत सागर बांध (Yashwant Sagar Dam) के नीचे की तरफ एक छोटा सा गार्डन बना हुआ है, जहां पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं। यहां पर पेड़ पौधे लगे हुए हैं और बैठने के लिए चेयर बनी हुई है, जहां पर आप बैठकर डैम के सुंदर दृश्य का आनंद ले सकते हैं। बरसात के समय बांध का पानी ओवरफ्लो बहता है, जिसका नजारा देखने लायक रहता है। आप यहां पर अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ आकर पिकनिक बना सकते हैं।

यशवंत सागर बांध के बारे में मुख्य जानकारी (Yashwant Sagar Dam Information )

यशवंत सागर बांध (Yashwant Sagar Dam) गंभीर नदी पर बना हुआ है। यह बांध इंदौर के पास हातोद में बना है। इस बांध का निर्माण वर्ष 1939 है। इस बांध का जल ग्रहण क्षमता 600 मी क्यूबिक फिट है। इसका जल ग्रहण क्षेत्र 140 वर्ग किलोमीटर है। मुख्य बांध की लंबाई 100 मीटर है। बांध की ऊंचाई 19 मीटर है। यह बांध साइफन प्रणाली पर आधारित है। इस बांध में साइफन की संख्या 25 बड़े साइज के साइफन है। 25 छोटे साइज के साइफन है। साइफन से पानी फेंकने की क्षमता की 13500 लीटर प्रति सेकंड है और छोटे साइफन की 11500 लीटर प्रति सेकंड है।

यशवंत सागर डैम का इतिहास

यशवंत सागर जलाशय (Yashwant Sagar Dam) का निर्माण इंदौर शहर की पानी की जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से किया गया था। 20वीं सदी के मध्य में इसकी नींव रखी गई थी। डैम का नाम तत्कालीन शासक महाराजा यशवंत राव होलकर द्वितीय के नाम पर रखा गया, जिन्होंने इंदौर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इस जलाशय ने इंदौर की पेयजल व्यवस्था, सिंचाई और मत्स्य उद्योग में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। समय के साथ, यह न केवल जल स्रोत रहा बल्कि पक्षी प्रेमियों और पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण केंद्र बन गया।

पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग

यशवंत सागर डैम मध्य प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड द्वारा एक संवेदनशील बर्ड सेंचुरी (Bird Sanctuary) के रूप में भी मान्यता प्राप्त कर चुका है। यहां सर्दियों के मौसम में सैकड़ों प्रवासी पक्षी भारत के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ साइबेरिया, यूरोप और अफ्रीका से भी आते हैं।

यहां पाए जाने वाले प्रमुख पक्षी:

  • सरस क्रेन
  • पेंटेड स्टॉर्क
  • ग्रे हेरॉन
  • ब्राह्मणी डक (रूद्राक्ष पक्षी)
  • कॉर्मोरेंट
  • ब्लैक-विंग्ड स्टिल्ट

पक्षियों के दर्शन के लिए सुबह और शाम का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है।

यशवंत सागर डैम का पर्यटन महत्व और गतिविधियाँ

यशवंत सागर डैम (Yashwant Sagar Dam) धीरे-धीरे इंदौर के आसपास घूमने की जगहों में प्रमुख रूप से उभर रहा है। यहां आप कई तरह की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं —

  1. बोटिंग (Boating): कुछ समय पहले तक यहां बोटिंग की सीमित सुविधा थी, लेकिन अब स्थानीय प्रशासन ने इसे और बेहतर बनाने की दिशा में काम किया है।
  2. फोटोग्राफी: यह स्थान फोटोग्राफरों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं। चाहे पक्षियों की तस्वीरें हों या सूर्यास्त का दृश्य, हर शॉट मन मोह लेता है।
  3. पिकनिक स्पॉट: इंदौर के लोगों के लिए यह एक बेहतरीन वीकेंड डेस्टिनेशन है। परिवार और दोस्तों के साथ यहां पिकनिक मनाने के लिए खूब लोग आते हैं।
  4. नेचर वॉक: जलाशय के किनारे टहलना, हवा में बहती ठंडक का अहसास और प्राकृतिक वातावरण में समय बिताना मन को सुकून देता है।

यशवंत सागर डैम कहां पर है (Where is Yashwant Sagar Dam located)

यशवंत सागर डैम (Yashwant Sagar Dam) मध्य प्रदेश के इंदौर ज़िले में स्थित है। यह डैम इंदौर शहर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर है। यह डैम गंभीर नदी (Gambhir River) पर बना हुआ है।

  • स्थान: यह डैम इंदौर शहर से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर, बेतमा रोड पर स्थित है।
  • निर्माण स्थल: गंभीर नदी पर।
  • क्षमता: इस डैम में लाखों घनमीटर पानी संग्रहित किया जा सकता है।
  • उद्देश्य: पेयजल आपूर्ति, सिंचाई और मछली पालन।

यह डैम एक बड़े जलाशय के रूप में फैला हुआ है। मानसून के मौसम में जब जलस्तर बढ़ता है, तो चारों ओर का नज़ारा अत्यंत मनमोहक हो जाता है।

यशवंत सागर डैम का गूगल मैप लोकेशन

यशवंत सागर डैम कैसे पहुंचे (How to Reach Yashwant Sagar Dam)

इंदौर से यशवंत सागर बांध सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे

Route: इंदौर → राऊ → हतोद → यशवंत सागर डैम
Distance: लगभग 26–28 किलोमीटर
Travel Time: लगभग 45 मिनट से 1 घंटा
Road Condition: पूरी तरह पक्की सड़क है, गूगल मैप पर आसानी से नेविगेट किया जा सकता है।

पब्लिक ट्रांसपोर्ट से इंदौर से यशवंत सागर डैम कैसे पहुंचे

इंदौर के Gangwal Bus Stand या Vijay Nagar Square से हतोद की तरफ जाने वाली बसें या शेयर टैक्सी मिलती हैं। हतोद से आप ऑटो या लोकल टैक्सी लेकर डैम तक पहुँच सकती हैं (लगभग 5–6 किमी)।

ट्रेन से यशवंत सागर बांध कैसे पहुंचे

अगर आप किसी और जिले या राज्य से आ रही हैं। पहले इंदौर जंक्शन रेलवे स्टेशन (INDB) पहुँचें। स्टेशन से यशवंत सागर डैम की दूरी लगभग 27 किमी है। स्टेशन से कैब/ऑटो सीधे डैम तक जा सकते हैं।

Flight से यशवंत सागर बांध कैसे पहुंचे

देवी अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट, इंदौर नज़दीकी हवाई अड्डा है। एयरपोर्ट से डैम की दूरी लगभग 22 किलोमीटर है। एयरपोर्ट से आप कैब या प्राइवेट टैक्सी से आसानी से पहुँच सकते हैं।

यशवंत सागर डैम घूमने का सही समय (Best Time to Visit Yashwant Sagar Dam)

यशवंत सागर डैम (Yashwant Sagar Dam) घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी के बीच होता है। इस दौरान यहां का मौसम सुहावना रहता है और अधिकतर प्रवासी पक्षी दिखाई देते हैं। इस समय आकर, आप बांध के सुंदर दृश्य का आनंद उठा सकते हैं। इस समय मौसम बहुत ही बढ़िया रहता है, जिससे घूमने में कोई भी परेशानी नहीं होती है।

आप यहां पर शांतिपूर्वक आ सकते हैं और अपना अच्छा समय बिता सकते हैं। मानसून (जुलाई–सितंबर) में यहाँ का जलस्तर बढ़ जाता है, जिससे डैम और झील का नज़ारा बहुत आकर्षक लगता है।

आसपास के प्रमुख पर्यटन स्थल

अगर आप यशवंत सागर डैम (Yashwant Sagar Dam) घूमने जा रहे हैं, तो इन जगहों को भी अपनी यात्रा सूची में शामिल करें:

  1. पातालपानी झरना (Patalpani Waterfall) – लगभग 20 किमी दूर
  2. चोरल डैम (Choral Dam) – 25 किमी
  3. राजवाड़ा पैलेस, इंदौर – 18 किमी
  4. लाल बाग पैलेस – 16 किमी
  5. कांच मंदिर – 20 किमी
  6. इंदौर में घूमने की जगह
  7. उज्जैन में घूमने की जगह
  8. बिजासन माता मंदिर
  9. मांडू
  10. धार का किला

मछली पालन और स्थानीय अर्थव्यवस्था

यशवंत सागर डैम न केवल पेयजल का स्रोत है बल्कि यह मत्स्य पालन (Fisheries) के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां कई मछुआरे समुदाय अपनी आजीविका चलाते हैं। जलाशय में कार्प, रोहू, कतला जैसी कई प्रजातियों की मछलियां पाई जाती हैं। आप यहां पर घूमने जाएंगे, तो आपके यहां पर ताजी-ताजी मछलियां मिलती हैं, जिन्हें आप खरीद सकते हैं।

यशवंत सागर डैम से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQ)

Q1. यशवंत सागर डैम कहाँ स्थित है?
👉 यह मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में, बेतमा रोड पर गंभीर नदी पर स्थित है।

Q2. यशवंत सागर डैम का निर्माण कब हुआ था?
👉 इसका निर्माण 20वीं सदी के मध्य में इंदौर की जल आपूर्ति के उद्देश्य से किया गया था।

Q3. यहां कौन-कौन से पक्षी देखने को मिलते हैं?
👉 सरस क्रेन, पेंटेड स्टॉर्क, ब्राह्मणी डक, हेरॉन और अन्य प्रवासी पक्षी।

Q4. यशवंत सागर डैम तक कैसे पहुंचा जा सकता है?
👉 इंदौर से टैक्सी या निजी वाहन द्वारा 30–40 मिनट में यहां पहुंच सकते हैं।

Q5. क्या यहां बोटिंग की सुविधा है?
👉 हां, सीमित स्तर पर बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है और प्रशासन इसे विकसित करने पर काम कर रहा है।

Q6. घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
👉 अक्टूबर से फरवरी के बीच का समय सबसे अनुकूल है।

Q7. यशवंत सागर बांध किस नदी पर बना हुआ है
👉 यशवंत सागर बांध गंभीर नदी में बना हुआ है

📜 निष्कर्ष

यशवंत सागर डैम न केवल इंदौर की जल आवश्यकताओं को पूरा करता है बल्कि यह शहर के पास एक शांत, सुंदर और पर्यावरणीय दृष्टि से समृद्ध पर्यटन स्थल भी है। यहां का शांत वातावरण, पक्षियों की चहचहाहट और प्राकृतिक सौंदर्य हर आगंतुक को मंत्रमुग्ध कर देता है। अगर आप इंदौर की भीड़भाड़ से कुछ समय के लिए दूर होकर प्रकृति के बीच सुकून पाना चाहते हैं, तो यशवंत सागर डैम आपके लिए एक आदर्श डेस्टिनेशन है।

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