Mysterious and Amazing Bhimkund : भीमकुंड, मध्य प्रदेश छतरपुर का रहस्यमयी कुंड

भीमकुंड (Bhimkund): मध्य प्रदेश का रहस्यमयी कुंड

दुनिया में ढेर सारी रहस्यमई चीजे हैं, जो अपने रहस्य के लिए जानी जाती हैं। मध्य प्रदेश में भी एक ऐसा रहस्यमई जगह है, जो अपने रहस्य के लिए जाना जाता है। आज हमें ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से उस जगह के बारे में जानेंगे और मैं आपको उसे जगह के बारे में आपको पूरी जानकारी दूंगी। ताकि आप वहां पर जाकर घूम कर आए।

मध्य प्रदेश राज्य में स्थित भीमकुंड (Bhimkund) ऐसा ही एक अनोखा स्थान है, जहाँ की नीला पानी (Blue Water Lagoon) न केवल प्राकृतिक दृष्टि से अद्भुत है बल्कि धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व से भी जुड़ी हुई है।

भीमकुंड की प्राकृतिक सुंदरता और इसका रहस्य (Beautiful and Mysterious Bhimkund)

भीमकुंड (Bhimkund) वैसे तो भारत की एक रहस्यमय जगह में जोड़ा जाता है। इस जगह के बारे में बहुत सारी बातें कही जाती है, मगर मुख्य बात यह है कि यह बहुत खूबसूरत है और अगर आपका छतरपुर और सागर आना-जाना होता है, तो आप यहां पर जरूर जाना चाहिए। इसकी खूबसूरती लाजवाब है। यहां पर एक अजीब सा गड्ढा है, जो दिखने में थोड़ा अजीब है मगर सुन्दर है। यहां पर ज्यादा डेवलप नहीं किया गया है।

यहां पर एक जमीन का भूभाग है, जिसमें एक बड़ा सा गड्ढा है और इस बड़े से कुंड को ही भीमकुंड (Bhimkund)  कहा जाता है। ऊपर से देखने में यह थोड़ा अजीब लगता है। जब आप इसके नीचे जाएंगे, तो आपको चट्टानों पर बनी हुई सुंदर संरचनाओं दिखाई देने दिखाई देती हैं। ऐसा लगता है, कि आप किसी गुफा के अंदर जा रहे हैं। यहां पर पहाड़ियों में छोटे-छोटे कमरेनुमा संरचना बनी हुई है, जो यहां पर सुंदर लगती है।

यहां नीचे पहुंच कर आपको सुंदर सा भीमकुंड देखने के लिए मिलेगा, जिसका पानी हमेशा ही नीला रहता है और बहुत सुंदर लगता है। इसमें तैरती हुई मछलियों को आप साफ-साफ देख सकते हैं। यहां पर नीचे की चट्टानें साफ-साफ दिखाई देती है, कि नीचे चट्टानें हैं। उसके बाद कुंड की गहराई भी थोड़ी दुरी तक साफ दिखाई देती है।

भीमकुंड की यात्रा – Trip to Bhimkund

भीमकुंड मध्य प्रदेश के हिडन प्लेसन में से एक है। यह जगह सागर और छतरपुर मार्ग में स्थित है। आप यहां पर अपने वाहन से आसानी से पहुंच सकते हैं। आप अपनी यात्रा कहीं से भी शुरू कर सकते हैं। आपको आना कहां है, वह हम आपको बताते हैं।

भीमकुंड (Bhimkund) पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले बजाना गांव आना पड़ता है। बजाना गांव मलहरा तहसील में पड़ता है। मलहरा छतरपुर की एक प्रमुख तहसील है। मलहरा से करीब 26 किलोमीटर बजाना गांव है। बजाना गांव के पास में भीमकुंड स्थित है। आप यहां पर अपनी कार और बाइक से आ सकते हैं। यहां पर पार्किंग की व्यवस्था दी गई है।

आप अपनी कार और बाइक पार्क करके कुंड की तरफ जा सकते हैं। यहां पर ढेर सारी दुकाने हैं, जहां पर आपको चाय, कॉफी और प्रसाद मिलता है। यह जगह धार्मिक है। यहां पर मंदिर बने हुए हैं। आप मंदिर भी घूम सकते हैं। यहां पर पहाड़ी है, जिसके ऊपर मंदिर बना हुआ है, जहां पर आप जा सकते हैं।

यहां पर भीमा देवी मंदिर श्री कृष्ण मंदिर बना हुआ है और चाय और नाश्ते के लिए ढेर सारी दुकान है, जहां पर जाकर आप चाय नाश्ता कर सकते हैं। यहां पर आपको बाल्टी भी मिलती है, जिससे आप कुंड पर नहा सकते हैं। अगर आपको तैरना नहीं आता है, तो आप कुंड से बाल्टी से पानी निकाल कर नहा सकते हैं। उसके बाद आप गेट से प्रवेश करेंगे, तो आपके यहां पर छोटा सा आश्रम देखने के लिए मिलता है, जो ब्राह्मणों का आश्रम है और यहां पर ब्राह्मणों को शिक्षा दी जाती है। एंट्री गेट के पास में छोटा सा मैदान बना हुआ है और उसके बाद में गुरुकुल देखने के लिए मिलता है।

यहां पर श्री कृष्ण जी का मंदिर बना है और उसके पास ही में कुंड में जाने का रास्ता दिया हुआ है। भीमकुंड (Bhimkund) में जाने का रास्ता देखकर ऐसा लगता है कि हम किसी खोह के अंदर जा रहे हैं। मगर यह बहुत इंटरेस्टिंग लगता है। थोड़ा जाने में डर भी लगता है, मगर अच्छा लगता है। कुंड के अंदर जाने पर यहां चट्टानों पर बने हुए छोटे-छोटे कमरे देखे जा सकते हैं, जो इस जगह को और भी सुंदर बढ़ाते हैं और इन कमरों में मंदिर बने हुए हैं। इन मंदिर में भगवान जी विराजमान है।

वैसे यहां दिन में लाइट भी लगी जलती रहती है, क्योंकि यहां का गुफा नुमा है, तो थोड़ा अंधेरा भी रहता है। मगर यहां पर आप दिन के समय साफ देख सकते हैं, क्योंकि गुफा या खोह का ऊपर का एरिया खुला हुआ है और ऊपर से जो रोशनी आती है। आपको कुंड का पानी उसमें साफ दिखाई देता है। कुंड में बहुत सारे लोग नहाते हुए और तैरते हुए देखने के लिए मिल जाते हैं। इस जगह पर लड़के लोग आकर काफी एंजॉय करते हैं। लड़कियों को यहां पर नहाने में दिक्कत हो सकती है, क्योंकि यहां पर चेंजिंग रूम नहीं है।

यहां पर आकर आप भीमकुंड (Bhimkund) को देख सकते हैं, जो बहुत सुंदर लगता है। इसका नीला अपनी और आकर्षित करता है। पानी के अंदर की हर एक चीज को देखा जा सकता है। पानी के अंदर की चट्टानें, तैरती हुई मछलियां सभी कुछ दिखाई देते हैं। यहां पर लोग इस पानी में नहाने का आनंद उठाते हैं। यह पानी अपने आप में रहस्यमय है, मगर बहुत सुंदर है।

भीमकुंड (Bhimkund) को देखने के बाद आप ऊपर जाकर राधा कृष्ण के मंदिर घूम सकते हैं और भीमा देवी के मंदिर घूम सकते हैं। भीमा देवी का मंदिर पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। मंदिर में जाने के लिए सीढ़ियां बनी है। आप मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं और आसपास का दृश्य भी देख सकते हैं, क्योंकि ऊंचाई से आस-पास का बहुत ही सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।

भीमकुंड कहां स्थित है (Where is Bhimkund located)

भीमकुंड (Bhimkund) मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बाजना गाँव के पास स्थित है। यह जगह छतरपुर शहर से लगभग 77 किलोमीटर दूर है। यहाँ तक पहुँचने के लिए सड़क मार्ग बहुत ही अच्छा है और पर्यटक आसानी से अपने वाहन से आ सकते हैं।

अगर आप भोपाल, दमोह, जबलपुर या पचमढ़ी की ओर घूमने आए हैं तो इस स्थान की यात्रा ज़रूर करें। यह जगह पर्यटन मानचित्र पर बहुत लोकप्रिय होती जा रही है क्योंकि इसकी नीली झील और गहराई आज भी रहस्य बनी हुई है।

भीमकुंड की गूगल मैप लोकेशन

भीमकुंड का रहस्य (The Mystery of Bhimkund )

भीमकुंड (Bhimkund) का सबसे बड़ा रहस्य इसकी गहराई है। आज तक कोई भी वैज्ञानिक या गोताखोर इस झील की असली गहराई का पता नहीं लगा पाया है।

  • कहा जाता है कि डिस्कवरी चैनल की टीम ने इसकी गहराई मापने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रही।
  • भारतीय सेना के गोताखोर भी इसकी गहराई नहीं नाप पाए।
  • स्थानीय लोग मानते हैं कि यह जलस्रोत समुद्र से जुड़ा हो सकता है क्योंकि यहाँ समुद्री मछलियाँ भी देखी गई हैं और पानी की अधिक गहराई में जाकर लोगों को कुछ अलग अनुभव होता है।
  • प्राकृतिक आपदाओं के समय कुंड का पानी कुछ अलग प्रकार का व्यवहार करता है। यहां का पानी अचानक ऊपर की तरफ उठने लगता है, जिससे यह पता चलता है, कि दुनिया में कहीं ना कहीं कुछ अनहोनी होने वाली है। कुछ बड़ा तूफान आने वाला है। जैसे 2004 की सुनामी और नेपाल भूकंप के समय यहाँ के जलस्तर में अचानक उफान देखा गया था।

भीमकुंड की कहानी (Story of Bhimkund)

भीमकुंड (Bhimkund) की कहानी या धार्मिक मान्यता के अनुसार यहां पर अज्ञात वास के समय पांडव आए थे। यहां पर द्रौपदी को बहुत प्यास लगी थी। तब पांड वपुत्रों में से भीम ने यहां पर अपनी गदा से जमीन में प्रहार किया और यहां से जलस्रोत फूट पड़ा, जिसे पीकर पांडवों एवं द्रौपदी ने अपनी प्यास बुझाई। आगे चलकर इस कुंड को भीमकुंड का नाम दिया गया।

इसी कारण यह स्थल पवित्र माना जाता है और यहाँ आने वाले श्रद्धालु इसे धार्मिक दृष्टि से भी महत्व देते हैं।

भीमकुंड की गहराई कितनी है? (Depth of Bhimkund?)

भीमकुंड (Bhimkund) की गहराई आज भी एक रहस्य है। स्थानीय लोग कहते हैं कि यह 200–300 फीट से भी ज़्यादा गहरा है, लेकिन वैज्ञानिक अब तक इसका सही अनुमान नहीं लगा पाए हैं।

शोधकर्ताओं ने बार-बार गोता लगाया लेकिन तेज़ धाराओं के कारण नीचे तक नहीं जा सके। 1977 में जिला प्रशासन ने यहाँ तीन बड़े पंप लगाकर पानी निकालने की कोशिश की थी, लेकिन सात दिनों तक लगातार प्रयास करने के बावजूद पानी का स्तर ज़रा भी कम नहीं हुआ।

भीमकुंड का प्राकृतिक सौंदर्य (Natural beauty of Bhimkund)

  • यह झील चारों ओर से चट्टानों और गुफाओं से घिरी हुई है।
  • पानी का रंग नीला और हरा दिखाई देता है, जो सूरज की रोशनी में और भी आकर्षक लगता है।
  • पानी इतना साफ है कि झील में तैरती मछलियाँ ऊपर से साफ नज़र आती हैं।
  • यहाँ का वातावरण शांत और रहस्यमयी है, जो हर पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देता है।

भीमकुंड की फोटो गैलरी (Bhimkund Photo)

bhimkund madhya pradesh
भीमकुंड का प्रवेश द्वार
bhimkund madhya pradesh
भीमकुंड का नीला पानी
bhimkund madhya pradesh
भीमकुंड में आने का रास्ता सीढ़ियों से
bhimkund madhya pradesh
भीमकुंड का ऊपरी हिस्सा चट्टानों वाला

भीमकुंड की अन्य शहरों से दूरी (Distance of Bhimkund from other cities)

  • छतरपुर से भीमकुंड की दूरी (Distance from Chhatarpur to Bhimkund) – 77 किलोमीटर
  • दमोह से भीमकुंड की दूरी (Distance from Damoh to Bhimkund) – 50 किलोमीटर
  • पन्ना से भीमकुंड की दूरी (Distance from Panna to Bhimkund) – 78 किलोमीटर
  • खजुराहो से भीमकुंड की दूरी (Distance from Panna to Bhimkund) – 75 किलोमीटर

इनमें से किसी भी शहर से आप टैक्सी, बस या निजी वाहन के माध्यम से यहाँ पहुँच सकते हैं।

भीमकुंड के बारे में रोचक तथ्य (Interesting facts about Bhimkund)

  • इस कुंड का जलस्तर कभी कम नहीं होता।
  • यहाँ डूबने वाले का शव कभी ऊपर नहीं आता, बल्कि हमेशा गायब हो जाता है।
  • सुनामी और भूकंप जैसे प्राकृतिक हादसों से पहले इसका जलस्तर बढ़ जाता है।
  • यहाँ वैज्ञानिकों को गहराई में समुद्री जीव भी मिले थे।
  • पुराणों में इसे नीलकुंड या नारदकुंड के नाम से भी जाना गया है।

भीमकुंड में घूमने का सही समय (Best time to visit Bhimkund)

  • भीमकुंड घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का है।
  • गर्मियों में यहाँ का पानी ठंडक देता है।
  • सुबह 6 बजे से द्वार खुल जाते हैं और पर्यटक यहाँ आराम से घूम सकते हैं।

भीमकुंड FAQs

Q1. भीमकुंड कहाँ स्थित है?
भीमकुंड मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बक्सवाहा क्षेत्र में स्थित एक प्राकृतिक जलकुंड है।

Q2. भीमकुंड का धार्मिक महत्व क्या है?
मान्यता है कि महाभारत काल में जब भीम ने अपनी गदा से प्रहार किया, तब यह जलकुंड बना था। इसलिए इसे पवित्र स्थान माना जाता है।

Q3. भीमकुंड कितना गहरा है?
भीमकुंड की गहराई अभी तक पूरी तरह से मापी नहीं जा सकी है। वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी गहराई अज्ञात है और यही इसे रहस्यमयी बनाता है।

Q4. भीमकुंड का पानी नीला क्यों दिखाई देता है?
भीमकुंड का पानी हमेशा साफ और गहरा नीला दिखाई देता है। यह इसकी प्राकृतिक संरचना और सूर्य की किरणों के परावर्तन (reflection) के कारण है।

Q5. भीमकुंड का पानी सूखता क्यों नहीं है?
यहाँ का पानी कभी सूखता नहीं है, चाहे गर्मी हो या सर्दी। यही इसकी सबसे बड़ी विशेषता है।

Q6. भीमकुंड घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
अक्टूबर से मार्च तक का समय यहाँ घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। मानसून के बाद भी यहाँ का वातावरण सुहावना होता है।

Q7. भीमकुंड कैसे पहुँचा जा सकता है?
भीमकुंड तक पहुँचने के लिए छतरपुर और खजुराहो सबसे नजदीकी बड़े शहर हैं। यहाँ से टैक्सी या लोकल वाहन द्वारा भीमकुंड जाया जा सकता है।

Q8. क्या भीमकुंड में स्नान करने की अनुमति है?
भीमकुंड को पवित्र स्थल माना जाता है, लेकिन यहाँ पर स्नान करने की अनुमति नहीं है। केवल जल का दर्शन और पूजा की जा सकती है।

Q9. भीमकुंड के आसपास और कौन-कौन से पर्यटन स्थल हैं?
भीमकुंड के पास पन्ना नेशनल पार्क, खजुराहो मंदिर समूह, और पांडव गुफाएँ जैसे प्रसिद्ध स्थल भी देखने लायक हैं।

Q10. क्या भीमकुंड के बारे में कोई रहस्य है?
हाँ, कहा जाता है कि भीमकुंड की गहराई अब तक कोई पूरी तरह से नाप नहीं पाया है। इसके अलावा, यहाँ का जल कभी गंदा नहीं होता और प्राकृतिक आपदाओं (जैसे सुनामी) से पहले इसका जलस्तर स्वतः बढ़ जाता है।

निष्कर्ष

भीमकुंड मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक ऐसा स्थान है जो प्रकृति और रहस्य दोनों का संगम है।

  • यहाँ का नीला पानी,
  • इसकी अथाह गहराई,
  • और महाभारत से जुड़ी पौराणिक कथाएँ

इसे भारत के सबसे अनोखे पर्यटन स्थलों में शामिल करती हैं।

अगर आप प्राकृतिक अद्भुत नज़ारे और रहस्यमयी स्थानों को देखने के शौकीन हैं, तो एक बार भीमकुंड की यात्रा ज़रूर करें। यह अनुभव आपके जीवन भर की यादों में शामिल हो जाएगा।

मध्य प्रदेश के अन्य पर्यटन स्थलों की यात्रा :- धुआंधार जलप्रपात
वन विहार राष्ट्रीय उद्यान
पचमढ़ी के दर्शनीय स्थल
मैहर

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top