माँ चामुंडा और तुलजा भवानी का पवित्र धाम
देवास टेकरी मध्य प्रदेश (Dewas Tekri Madhya Pradesh) के प्रसिद्ध धार्मिक और आध्यात्मिक स्थान में से एक है। मध्य प्रदेश का देवास शहर अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ स्थित देवास टेकरी न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र है, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता और अध्यात्म का अद्भुत संगम भी है।
देवास टेकरी (Dewas Tekri) को स्थानीय लोग माँ चामुंडा टेकरी या माँ तुलजा भवानी टेकरी के नाम से भी जानते हैं। देवास टेकरी में ढेर सारी मंदिर बने हुए हैं। देवास टेकरी में दर्शन करने के लिए पूरे देश से लोग आते हैं। यह जगह लोगों को सुकून देती है, तो चलिए आज जानते हैं – मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध देवास टेकरी के बारे में
देवास टेकरी का आध्यात्मिक और प्राकृतिक वातावरण (Spiritual and Natural Environment of Dewas Tekri)
देवास टेकरी मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थान में से एक है। देवास टेकरी मध्य प्रदेश (Dewas Tekri Madhya Pradesh) में इंदौर शहर के पास देवास जिले में स्थित है। देवास टेकरी को मां चामुंडा टेकरी, देवास टेकरी माता मंदिर और देवास माता टेकरी के नाम से जाना जाता है। यह शहर के मध्य में स्थित है। यहां पर आकर आप एक आध्यात्मिक वातावरण में आ जाते हैं। देवास टेकरी में दो प्रसिद्ध मंदिर है – मां चामुंडा माता का और माँ तुलजा माता का।
देवास टेकरी मंदिर ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है, इसलिए इस जगह को टेकरी के नाम से जाना जाता है। यहां पर जाकर लोगों को एक दिव्य वातावरण मिलता है, जिसमें लोग आकर सुकून भरा समय बिता सकते हैं। यह जगह लोगों की रोजगार की जिंदगी से दूर उन्हें एक आध्यात्मिक वातावरण की ओर लेकर जाती है, जो लोगों को एक अद्भुत अनुभव देता है।
यहां पर पहुंचने के लिए सीढ़यों और रोपवे की व्यवस्था उपलब्ध है। यहां पर आकर देवास शहर का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है। यहां आपको प्राकृतिक वातावरण भी अनुभव होता है। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे देखे जा सकते हैं, जो इस जगह को एक हरियाली से भरा वातावरण बनाते हैं।
तुलजा माता मंदिर और चामुंडा माता मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग में ढेर सारे मंदिर बने हुए हैं, जिन्हें देखा जा सकता है और दर्शन किए जा सकते हैं। यहां पर नवरात्रि के समय बहुत भीड़ लगती है। बहुत दूर-दूर से लोग यहां पर दर्शन करने के लिए आते हैं।
चामुंडा माता मंदिर देवास टेकरी की यात्रा (Maa Chamunda Mandir Dewas Tekri)
देवास टेकरी का मां चामुंडा मंदिर पूरे मध्य प्रदेश में प्रसिद्ध है और इस मंदिर के दर्शन करने के लिए पूरे भारत देश से लोग आते हैं। देवास जिला मध्य प्रदेश के मध्य में उज्जैन और इंदौर जैसे शहरों के पास में स्थित है, इसलिए देवास जिले में ट्रेवल करना बहुत ही आसान है। उज्जैन आने वाले बहुत सारे भक्त देवास मंदिर में देवास टेकरी के दर्शन करने के लिए जरूर आते हैं।
उज्जैन से देवास के लिए बस और ट्रेन की सुविधा उपलब्ध है। देवास में आप बस के द्वारा और रेल के द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं। रेलवे स्टेशन चामुंडा माता मंदिर के बहुत करीब है। मंदिर का स्टार्टिंग पॉइंट, जहां से आप मंदिर जाने के लिए वॉकिंग स्टार्ट करते हैं। वह देवास रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। चामुंडा माता मंदिर पहुंचने के लिए सीढ़यों का रास्ता और रोपवे की सुविधा उपलब्ध है। आप अपनी इच्छा अनुसार जिस भी मार्ग से जाना चाहते हैं, उसका चयन कर सकते हैं। सीढ़यों का रास्ता बहुत ही एडवेंचरस रहता है। सीढ़यों से यात्रा करने में बहुत ही आनंद आता है।
आप देवास टेकरी (Dewas Tekri) के स्टार्टिंग पॉइंट पर ऑटो से आराम से पहुंच सकते हैं और वॉकिंग स्टार्ट कर सकते हैं। स्टार्टिंग पॉइंट में आपके साथ अगर कोई वृद्धि व्यक्ति हैं और चलने में सक्षम नहीं है, तो यहां व्हीलचेयर की सुविधा मिल जाती है। इसके लिए आपको समिति स्थल कार्यालय पर जाना पड़ता है, जहां पर आपको व्हीलचेयर मिल जाती है। स्टार्टिंग पॉइंट पर बहुत ही सुंदर प्रवेश द्वार बना हुआ है, जहां से आप अपनी यात्रा स्टार्ट कर सकते हैं। इस प्रवेश द्वार के दोनों तरफ बड़े-बड़े शंख बने हुए हैं। इस प्रवेश द्वार को शंख द्वार के नाम से जाना जाता है।
इस रास्ते से गाड़ी और पैदल पहुंचा जा सकता है। स्टार्टिंग पॉइंट के पास ही मां चामुंडा पर्वत परिक्रमा पथ बना हुआ है। इस तरफ से भी जाकर आप अपनी यात्रा शुरू कर सकते हैं। देवास टेकरी में चामुंडा माता के दर्शन करने के लिए जाने वाले मार्ग पर आपको सबसे पहले स्पॉट लक्ष्मण झूला देखने के लिए मिलता है। ये जगह बहुत ही आकर्षक है। यहां पर एक सुंदर सा ब्रिज बना हुआ है, जो यहां पर आकर्षण का केंद्र है। ब्रिज के दूसरे तरफ बैठने के लिए एक छोटा सा शेड बना है, जहां पर आप बैठकर प्रकृति के सुंदर दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
अगर आप चाहे, तो लक्ष्मण झूला पर घूमने के लिए जा सकते हैं और यहां घूमने के बाद आप आगे की यात्रा शुरू कर सकते हैं। आगे आपको पैदल चलकर पहाड़ी के ऊपर तक पहुंचना रहता है। रास्ते में ढेर सारे शेड बने हुए हैं, जहां पर आप लोग के आराम कर सकते हैं। यहां पर बैठने की जगह भी बनी हुई है। यहां पर आप चलते-चलते चामुंडा माता मंदिर परिक्रमा पथ पर बने प्रसिद्ध जैन मंदिर पहुंच जाते हैं।
यहां पर श्री आदिनाथ मंदिर बना हुआ है। यहां पर जैन मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। यह मंदिर सफेद मार्बल से बना है। आप इस मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं। मंदिर के पास में ही एक छोटा सा भोजनालय बना हुआ है, जहां पर प्रसाद मिलता है। यहां पर 10 या ₹20 में भरपेट खाना मिलता है। यहां पर शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलता है। आप इस खाने को ग्रहण कर सकते हैं।
जैन मंदिर से थोड़ा आगे बढ़ने पर, मां तुलजा भवानी मंदिर देखने के लिए मिलता है। माँ तुलजा माता को बड़ी माता के रूप में माना जाता है और उनकी पूजा बड़ी माता के रूप में की जाती है। इनका मंदिर पहाड़ी में चट्टान के पास बना हुआ है। यह मंदिर बहुत अच्छे से बना हुआ है। माता की प्रतिमा बहुत ही आकर्षक है। मंदिर का पूरा गर्भगृह चांदी का बना हुआ है और बहुत ही आकर्षक लगता है। माता को गहनों से सजाया हुआ है, जिससे माता की प्रतिमा बहुत ही आकर्षक लगती है। यहां पर नवविवाहित जोड़े माता का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं।
तुलजा माता के दर्शन करने के बाद, आगे जाने परिक्रमा मार्ग पर और भी ढेर सारे मंदिर देखने के लिए मिलते हैं, जिनके आप दर्शन कर सकते हैं। परिक्रमा पथ में खो-खो माता मंदिर, राम हनुमान मंदिर, कुबेर मंदिर, भैरव बाबा मंदिर, कालिका मंदिर, और अष्टभुजी देवी मंदिर बना है। हर मंदिर के आप दर्शन कर सकते है। खो-खो माता मंदिर खांसी ठीक करने वाली माता का मंदिर है और यह परिक्रमा पथ में ही पड़ता है। यहां पर दवाई मिलती है, जिसको पीने के बाद खांसी जड़ से ठीक हो जाती है।
परिक्रमा पथ पर बने मंदिरों के दर्शन करते हुए, आप चामुंडा देवी के मंदिर पहुंच जाते हैं। चामुंडा देवी का मंदिर बहुत ही सुंदर है। चामुंडा मंदिर के बाहर प्रवेश द्वार पर दीवार में 108 देवियों के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर 108 देवियों की तस्वीर बहुत ही आकर्षक तरीके से बनाई गई है, जो पर्यटक और श्रद्धालु को बहुत ही सुंदर लगती है।
चामुंडा मंदिर में प्रवेश करते ही एक छोटी सी पहाड़ी देखने के लिए मिलती है, जिसमें गुफा बनी हुई है और मां चामुंडा देवी का मंदिर बना हुआ है। मां चामुंडा देवी को छोटी माता के रूप में जाना जाता है। मां चामुंडा देवी के प्रतिमा बहुत ही आकर्षक है। यहां पर गर्भगृह में चामुंडा देवी की प्रतिमा चट्टान पर उकेरी गई है, जो बहुत ही सुंदर लगती है। इस प्रतिमा को गहनों और कपड़ों से सजाया गया है।
मां चामुंडा माता परिसर में और भी मंदिर बने हुए हैं, जिनके आप दर्शन कर सकते हैं। यहां पर भैरव बाबा का मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है और भैरव बाबा का विग्रह भी बहुत ही आकर्षक है। यहां पर भगवान शिव के दर्शन किए जा सकते हैं। चामुंडा मंदिर से दर्शन करने के बाद, आप नीचे की तरफ आकर कुछ देर यहां पर बैठ सकते हैं। यहां पर बैठने के लिए व्यवस्था है। आप यहां पर देवास जिले का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर देवास जिले का बहुत ही मनोरम दृश्य देखने के लिए मिलता है।
देवास टेकरी का इतिहास (Dewas Tekri History)
देवास टेकरी का इतिहास बहुत ही रोचक है। मान्यताओं के अनुसार यहां पर देवी मां के दो स्वरूप विराजमान है। इन दोनों स्वरूप को छोटी मां और बड़ी मां के रूप में जाना जाता है। बड़ी मां तुलजा भवानी है और छोटी मां चामुंडा देवी है। इन दोनों माता के बीच बहन का रिश्ता है। एक बार इन दोनों माता के बीच में किसी बात को लेकर बहस हो गई और दोनों माता अपना स्थान छोड़कर जाने लगी।
बड़ी मां पाताल में जाने लगी और छोटी मां अपने स्थान से ऊपर जाने लगे। माता को कुपित देखकर बजरंगबली और भैरव बाबा ने माता से क्रोधित होने का कारण पूछा। माता ने उन्हें कारण बताया और हनुमान जी और भैरव बाबा ने माता से विनती करी, की वो यहीं पर रुक जाए, तो माता जिस अवस्था में थी, यहीं पर रुक गई।
इस समय बड़ी मां का आधा शरीर पाताल में समा चुका था वैसे ही स्थिति में वहां यहां पर रुक गई और छोटी माता के नीचे उतर रही थी। वह उस स्थिति में ही यहां पर रुक गई। माना जाता है, की माता इस अवस्था में आज भी यहां पर विराजमान है, जिन्हें आप मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं।
चामुंडा माता मंदिर और तुलजा माता मंदिर के इतिहास के बारे में एक और बातें कही जाती है, कि प्राचीन समय में यहां पर दो राजवंश राज करते थे। पहले राजवंश होल्कर था और दूसरा राजवंश पॉवर परिवार था। बड़ी मां तुलजा भवानी देवी होलकर वंश की कुलदेवी थी और छोटी मां चामुंडा देवी पवार वंश की कुलदेवी थी।
देवास टेकरी माता मंदिर का धार्मिक महत्व या मान्यता (Religious significance or belief of Dewas Tekri)
देवास टेकरी (Dewas Tekri) में बना चामुंडा माता मंदिर और तुलजा माता मंदिर का खास महत्व है। देवास टेकरी को लेकर धार्मिक मान्यता यह है, कि माता सती के जहां-जहां अंग गिरे, वहां शक्तिपीठ बने और जहां पर रक्त गिरा, वहां पर रक्त शक्ति पीठ बने या अर्थशक्ति पीठ बने। देवास में माता सती का रक्त गिरा था। माता सती के रक्त देवास में गिरने पर यहां दो देवियों की उत्पत्ति हुई। यहां पर मां चामुंडा देवी और मां तुलजा देवी की उत्पत्ति हुई और इन दोनों देवियों के बीच बहनों का रिश्ता था।
देवास टेकरी मंदिर में होने वाला चमत्कार (Miracle in Dewas Tekri)
देवास टेकरी (Dewas Tekri) में चमत्कार होता है, जो आप यहां पर आकर देख सकते हैं। माना जाता है, कि यहां पर माता दिन में तीन बार रूप बदलता है। सुबह के समय उनकी बाल अवस्था और दोपहर के समय युवावस्था और रात होते-होते मां का वृद्धावस्था देखा जा सकता है।
देवास टेकरी नाइट व्यू (Dewas Tekri Night View)
देवास टेकरी मंदिर का रात का नजारा बहुत ही अद्भुत होता है। यहां पर बहुत सारे लोग रात के समय दर्शन करने के लिए आते हैं। देवास टेकरी मंदिर से देवास शहर के चारों तरफ का व्यू देखा जा सकता है। यह बहुत ही आकर्षण रहता है। रात के अंधेरे में दूर-दूर तक का दृश्य एक अलग अनुभव देता है। यहां पर लाइट से जलते हुए बल्ब टिमटिमाते हुए तारे लगते हैं।
यहां पर जाकर शाम के समय आप माँ तुलजा देवी और मां चामुंडा देवी के दर्शन कर सकते हैं। मां तुलजा देवी और चामुंडा देवी की आरती शाम को होती है, जिसको आप शामिल हो सकते हैं। यहां पर मंदिर 10:00 बजे तक खुले रहते हैं, तो आप आराम से आकर मंदिर में दर्शन कर सकते हैं।
देवास टेकरी रोपवे (Dewas Tekri Ropeway)
देवास टेकरी में चामुंडा माता मंदिर पहुंचने के लिए रोपवे की सुविधा उपलब्ध है। रोपवे की सुविधा का उपयोग करने के लिए, आप मीठा तालाब रोड की तरफ भोपाल मोड़ में आ जाओ। यहां चौराहे के पास में, मक्सी जाने वाले मार्ग पर रोपवे ट्राली स्टेशन बना है। यह रोपवे ट्राली स्टेशन मुख्य मार्ग में मिल जाता है। आप यहां पर आकर अपनी गाड़ी पार्क कर सकते हैं। यहां पर बड़ा सा गार्डन बना हुआ है, जहां पर आप बैठ सकते हैं।
यहां पर कैंटीन बनी हुई है, जहां पर खाने-पीने की व्यवस्था उपलब्ध है। यहां पर प्रसाद की दुकान भी है, जहां से आप प्रसाद ले सकते हैं। यहां पर ऑफिस से रोपवे से ट्रेवल करने के लिए टिकट ले सकते हैं। रोपवे का टिकट लेने के बाद आप ट्रॉली में बैठकर मंदिर की तरफ प्रस्थान कर सकते हैं। रोपवे से मंदिर की तरफ जाने का रास्ता बहुत ही उत्तेजना से भर होता है। आप जैसे-जैसे ऊपर जाते हैं, आपको एक अलग अनुभव होता है।
यहां आपको एक अलग एक्सपीरियंस मिलेगा, जैसे-जैसे ट्रॉली ऊपर जाती जाएगी आपको और भी ज्यादा एक्साइटमेंट होगी और देवास शहर के सुंदर दृश्य को भी आप यहां पर एंजॉय करेंगे। ट्रॉली ऊपर पहुंचने पर, आप बाहर आ सकते हैं और मंदिर जाने के लिए पैदल चल सकते हैं। शत्रुन्जय अवतार जैन मंदिर के पास में ही रोपवे पॉइंट बना हुआ है, जहां पर आप उतर जाते हैं और यहां से आपको पैदल दूरी तय करनी पड़ती है।
देवास टेकरी रोपवे टिकट प्राइस (Dewas Tekri Ropeway Ticket Price)
देवास टेकरी रोपवे का टिकट प्राइस एक व्यक्ति का 147 लगता है। यह चार्ज एक व्यक्ति का आने और जाने का चार्ज है। 5 साल से कम उम्र के बच्चों का चार्ज नहीं लगता है।
देवास टेकरी रोपवे का समय (Dewas Tekri Ropeway Timings)
देवास टेकरी (Dewas Tekri) रोपवे का समय सुबह 8:00 से रात के 8:00 तक है। आप यहां पर सुबह के 8:00 से रात के 8:00 तक रोपवे की सेवा का उपयोग कर सकते हैं।
देवास टेकरी मां चामुंडा माता की फोटो (Photo of Dewas Tekri)




देवास टेकरी घूमने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Dewas Tekri)
देवास टेकरी घूमने का सबसे अच्छा समय आपके उद्देश्य पर निर्भर करता है – धार्मिक दर्शन या प्राकृतिक सौंदर्य देखने के लिए
देवास टेकरी में यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च का माना जाता है। इस समय ठंड का मौसम रहता है। ठंड के मौसम में यात्रा करने में कोई भी दिक्कत या परेशानी नहीं होती है। ठंड के मौसम में आप आसानी से चढ़ाई कर सकते हैं और माता के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर काफी चढ़ाई है और पैदल चलना पड़ता है, जिससे आप अगर यहां ठंड में आते हैं, तो आप आराम से इस जगह की यात्रा कर सकते हैं।
बरसात का समय भी देवास टेकरी (Dewas Tekri) पर यात्रा करने के लिए बहुत अच्छा है। बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता देखने के लिए मिलती है। बरसात में आप जुलाई से सितंबर महीने के बीच में, यहां पर यात्रा कर सकते हैं। बरसात के समय यहां पर थोड़ी सावधानी बरतनी जरूरी है, क्योंकि बरसात में यहां पर चढ़ाई करते हुए या पैदल चलते हुए फिसलन हो सकती है। इसलिए इस बात का आप जरूर ध्यान रखें और यहां पर आस-पास जंगल का एरिया है, तो जंगल के अंदर ना जाएं या आपके लिए बेहतर होगा।
गर्मी का समय यहां पर यात्रा करने के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। अगर गर्मी में आप यहां यात्रा कर रहे हैं, तो आप यहां शाम के समय आ सकते हैं और यात्रा कर सकते हैं। गर्मी के समय दिन के समय यात्रा करने में बहुत ज्यादा कठिनाई होगी, इसलिए गर्मी के समय दिन के समय यात्रा करने से बचें।
नवरात्रि के समय देवास टेकरी माताजी की यात्रा (Dewas Tekri Yatra during Navratri)
नवरात्रि के समय देवास टेकरी (Dewas Tekri) की यात्रा का अलग महत्व है। आप यहां पर आकर माता तुलजा देवी और भवानी माता के दर्शन कर सकते हैं। नवरात्रि के समय यहां पर पूरे भारत से लोग आते हैं और माता के दर्शन करते हैं। नवरात्रि के समय यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ रहती है।
नवरात्रि के समय यहां पर बहुत सारे धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। यहां पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। यहां पर प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया जाता है। आप यहां पर साल के दोनों नवरात्रि में आकर माता के दर्शन कर सकते हैं और आशीर्वाद ले सकते हैं।
देवास टेकरी मंदिर में देखने और करने योग्य गतिविधियां (Things to see and do in Dewas Tekri)
- बड़ी माता और छोटी माता के दर्शन
- मां चामुंडा परिक्रमा पथ पर बने ढेर सारे मंदिरों के दर्शन
- देवास सिटी का मनोरम दृश्य
- रोपवे सर्विस का अनूठा अनुभव
- चारों तरफ हरियाली और पेड़ पौधे
- आध्यात्मिक वातावरण में शांति भरा समय बिताना
- प्रसाद ग्रहण करना
- रात के समय देवास टेकरी का दर्शन
देवास टेकरी कहां पर स्थित है (Where is Dewas Tekri located)
देवास टेकरी मध्यप्रदेश राज्य के देवास शहर में स्थित है। यह जगह इंदौर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर है और भोपाल–इंदौर हाईवे (NH-52) पर पड़ती है। टेकरी पर माँ चामुंडा माता और माँ तुलजा भवानी के प्रसिद्ध मंदिर स्थित हैं, जिनके दर्शन के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु यहाँ आते हैं। यह टेकरी शहर के बीचों-बीच ऊँचाई पर स्थित होने के कारण देवास का मुख्य धार्मिक और पर्यटन स्थल मानी जाती है।
लोकेशन हाइलाइट्स:
- राज्य → मध्यप्रदेश
- ज़िला → देवास
- नजदीकी बड़ा शहर → इंदौर (35 किमी)
- उज्जैन से दूरी → लगभग 40 किमी
- भोपाल से दूरी → लगभग 150 किमी
- रेलवे स्टेशन → देवास जंक्शन
- एयरपोर्ट → इंदौर (देवी अहिल्या बाई होलकर एयरपोर्ट)
देवास टेकरी गूगल मैप लोकेशन
देवास टेकरी तक कैसे पहुँचें (How to reach Dewas Tekri)
देवास टेकरी में सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे (How to reach Dewas Tekri by road)
देवास टेकरी में सड़क मार्ग से आसानी से आ सकते है। देवास राष्ट्रीय राजमार्ग NH3 पर स्थित है, जिसे आगरा-बॉम्बे रोड भी कहा जाता है। आप यहां पर देश के विभिन्न हिस्सों से आराम से पहुंच सकते हैं। आप यहां पर बस के द्वारा आ सकते हैं। यहां पर आने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर प्रमुख शहरों से बस आती है।
- इंदौर से दूरी – 35 किमी
- उज्जैन से दूरी – 40 किमी
- भोपाल से दूरी – 150 किमी
देवास टेकरी में रेलमार्ग से कैसे आए (How to reach Dewas Tekri by rail)
देवास रेलवे स्टेशन पश्चिम रेलवे का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। देवास रेलवे स्टेशन मुख्य शहर में बना हुआ है। यह देवास टेकरी (Dewas Tekri) से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। आप यहां पर रेल मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। भारत के प्रमुख शहरों से यहां पर आने के लिए रेल की सुविधा उपलब्ध है। आप यहां पर रेल मार्ग के द्वारा पहुंच सकते हैं और उसके बाद ऑटो या पैदल टेकरी तक पहुंच सकते हैं।
देवास टेकरी में हवाई मार्ग से कैसे पहुंचे (How to reach Dewas Tekri by air)
देवास का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा इंदौर में बना हुआ है। इंदौर में देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट है, जो देवास से लगभग 40 किलोमीटर दूर है। अगर आप भारत के किसी भी हिस्से से हवाई मार्ग के द्वारा देवास आना चाहते हैं, तो आप देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट आ सकते हैं और उसके बाद बस सर्विस के द्वारा आप देवास पहुंच सकते हैं और टेकरी मंदिर जा सकते हैं।
देवास टेकरी से जुड़े त्योहार और आयोजन
- शारदीय और चैत्र नवरात्रि – नौ दिन तक विशेष पूजा और भव्य मेले का आयोजन।
- दशहरा पर्व – रावण दहन और देवी की विशेष आरती।
- सावन माह – शिव भक्तों के लिए विशेष पूजन और आयोजन।
देवास टेकरी के आस-पास घूमने के दर्शनीय स्थान (Places to visit near Dewas Tekri)
- कैला देवी मंदिर
- मीठा तालाब
- खाटू श्याम मंदिर
- प्राचीन छतरियां
- शंकरगढ़ हिल्स
- सोनकच्छ
- भोपाल
यात्रा सुझाव (Travel Tips)
- टेकरी पर चढ़ने के लिए आरामदायक कपड़े और जूते पहनें।
- नवरात्रि के समय भीड़ अधिक रहती है, इसलिए पहले से तैयारी करें।
- पानी की बोतल और हल्का भोजन साथ रखें।
- बुजुर्ग और छोटे बच्चों के लिए गाड़ी से जाने की सुविधा भी है।
- मंदिर में मोबाइल और कैमरा का सीमित उपयोग करें।
FAQs – देवास टेकरी से जुड़े सामान्य प्रश्न
Q1. देवास टेकरी कहाँ स्थित है?
देवास टेकरी, मध्य प्रदेश के देवास शहर में स्थित है, जो इंदौर से 35 किमी की दूरी पर है।
Q2. देवास टेकरी पर कौन-कौन से मंदिर हैं?
यहाँ माँ चामुंडा और माँ तुलजा भवानी के मंदिर प्रमुख हैं।
Q3. देवास टेकरी पर चढ़ने के लिए कितनी सीढ़ियाँ हैं?
लगभग 900 सीढ़ियों से होकर भक्त टेकरी तक पहुँचते हैं।
Q4. देवास टेकरी घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
नवरात्रि और सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा माना जाता है।
Q5. देवास टेकरी तक पहुँचने के लिए कौन-कौन से साधन उपलब्ध हैं?
आप सड़क, रेल और हवाई मार्ग से आसानी से देवास पहुँच सकते हैं।
निष्कर्ष
देवास टेकरी मध्य प्रदेश के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। यहाँ श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। माँ चामुंडा और माँ तुलजा भवानी के आशीर्वाद से यह स्थान हर भक्त की आत्मा को शांति प्रदान करता है। चाहे आप धार्मिक दृष्टिकोण से आएँ या प्राकृतिक सुंदरता देखने, देवास टेकरी हर किसी के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव है।
