गुलावट लोटस वैली – इंदौर की छिपी हुई स्वर्ग जैसी जगह
गुलावट लोटस वैली मध्य प्रदेश के सबसे सुंदर औरआकर्षक जगह में से एक है। गुलावट लोटस वैली का नाम मस्तिष्क में आती ही एक सुन्दर जगह का तस्वीर बन जाती है और यह जगह अपने नाम के अनुसार सुन्दर और आकर्षक है। यहां पर कमल के फूलों से घिरी हुई एक सुंदर और बड़ी झील देखने के लिए मिलती है।
आप यहां आकर इन तालाब को देख सकते है। आप इन फूलों को देख सकते हैं और उनकी सुंदरता का अनुभव कर सकते हैं। गुलावट लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के पास में स्थित है। आप यहां पर जाकर अच्छा समय बिता सकते हैं। आज हम आपको इंदौर के प्रसिद्ध गुलावत लोटस वैली के बारे में जानकारी देंगे।
गुलावट लोटस वैली की यात्रा और अनुभव (Gulawat Lotus Valley Trip)
मध्य प्रदेश का इंदौर शहर अपने ढेर सारे प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थानों के लिए प्रसिद्ध है, इन्ही स्थानों में एक जगह है – गुलावट लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley), जिसे स्थानीय लोग “लोटस लेक” या “कमल घाटी” के नाम से भी जानते हैं। इस जगह के पास एक गांव पड़ता है, जिसका नाम गुलावत है, जिसके कारण इस जगह को गुलावत लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) के नाम से जाना जाता है।
यह स्थान उन लोगों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है जो भीड़-भाड़ से दूर प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण में समय बिताना चाहते हैं। यह जगह इंदौर मुख्य शहर से दूर प्रकृति के बीच बसी है। कमल के फूलों से ढकी यह झील, चारों ओर फैले हरे-भरे जंगल, शांत वातावरण और पक्षियों की चहचहाहट हर किसी को मोह लेती है। आजकल यह जगह इंदौर का सबसे बेहतरीन और प्रसिद्ध वीकेंड डेस्टिनेशन मानी जाती है।
गुलावत लोटस वैली इंदौर (Gulawat Lotus Valley Indore)मुख्य शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर है। यहां तक आने के लिए अच्छा सड़क मार्ग बना है। गुलावत लोटस वैली तक आने के लिए आप अपने वाहन का प्रयोग कर सकते हैं। आप यहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आ सकते हैं। यहां पर आप बस के द्वारा भी पहुंच सकते हैं। बस से आप हथोड तक आ सकते हैं और उसके बाद ऑटो के द्वारा या अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट के द्वारा आप गुलावत लोटस वैली तक पहुंच सकते हैं।
इंदौर से गुलावत लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) आने के लिए सबसे पहले आपको हातोद आना पड़ता है। हातोद, इंदौर से करीब 20 किलोमीटर दूर है। हातोद से आने के लिए अच्छा पक्का रास्ता बना है। हातोद तक आने के लिए आपको बस और अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट मिल जाते हैं। हातोद के रास्ते में, ढेर सारे पर्यटन स्थल देखने के लिए मिलते हैं, जहां पर जाकर आप घूम सकते हैं और अपना समय बिता सकते हैं। आप यहाँ थोड़ा ज्यादा समय निकल कर आये, क्योंकि यह जगह बहुत ही खूबसूरत है।
हातोद से गुलावत लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) पांच किलोमीटर दूर है। लोटस वैली जाने का रास्ता थोड़ा सा खराब है, मगर आप यहां पर जा सकते हैं। इस रास्ते में आपको कई जगह छोटे-छोटे तालाब देखने के लिए मिलते हैं, जहां पर कमल के फूल लगे हुए हैं, जो इस जगह जाने की एक्साइटमेंट को और भी बढ़ाते हैं। हातोद से पलासिया गांव की ओर जाना पड़ता है। पलासिया गांव सबसे पहले गुलावत गांव पड़ता है। गुलावत गांव के नाम पर ही, इस जगह को गुलावत लोटस वैली के नाम से जाना जाता है।
गुलावत लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) में पहुंचकर आने जाने के रास्ते के दोनों तरफ घना जंगल देखने के लिए मिलता है और तालाब देखने के लिए मिलता है, जहां पर ढेर सारे कमल के फूल लगे हुए हैं। यहां पर चारों तरफ हरियाली और कमल के फूल देखे जा सकते हैं। इस जगह में आकर बहुत अच्छा और शांति का अनुभव होता है। यहां पर आकर आप ढेर सारे पंछी भी देख सकते हैं, जो इस जगह को और भी खूबसूरत और मनमोहक बनाते हैं।
यहां पर आप ढेर सारी एक्टिविटी भी कर सकते हैं, जो स्थानीय लोगों के द्वारा कराई जाती है। यहां पर फोटो शूट किए जाते हैं। यह जगह फोटोशूट के लिए बहुत ही बढ़िया लोकेशन है। आप यहां पर आकर अपनी फोटो क्लिक कर सकते हैं। लोटस वैली (Lotus Valley)में आपको ढेर सारे स्ट्रीट फूड के स्टॉल देखने के लिए मिल जाते हैं, जहां पर खाने-पीने के लिए ढेर सारी चीज रहती है। यहां पर आप स्वीट कॉर्न, मैगी। फुल्की और भी ढेर सारे स्ट्रीट फूड का आनंद उठा सकते हैं।
यहां पर झूले लगे रहते हैं, जिनमें आप झूम सकते हैं। यहां पर आप ऊंचे ऊंचे ऊंचे पेड़ पौधे देख सकते हैं। यहां पर ढेर सारे बस के पेड़ लगे हुए हैं जो इस जगह को एक अलग अनुभव देते हैं। घने जंगलों से आगे बढ़ने पर ब्रिज देखने के लिए मिलता है, जिससे यशवंत सागर बांध के भराव क्षेत्र को देख सकते हैं, जो बहुत दूर तक फैला है और इसमें खिले हुए ढेर सारे कमल के फूलों को देख सकते हैं, जो इस झील में चारों तरफ फैले हुए हैं और इस जगह को बहुत ही आकर्षक बनाते हैं।
आप यहां पर झील और आस-पास के दृश्यों का आनंद उठा सकते हैं। आप यहां पर अपना एक पूरा दिन बता सकते हैं। यह जगह इंदौर के पास फैमिली और दोस्तों के साथ घूमने के लिए बहुत ही बढ़िया है। यहां पर आकर आप पिकनिक मना सकते हैं।

गुलावट लोटस वैली की खासियतें (Highlights)
- कमल से ढकी झील – झील की सतह पर फैले हजारों गुलाबी कमल मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करते हैं, जो पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है।
- शांति और सुकून – शहर की भागदौड़ से दूर यह जगह शांति चाहने वालों के लिए परफेक्ट है।
- फोटोग्राफी के लिए स्वर्ग – नेचर फोटोग्राफी, प्री-वेडिंग शूट और ट्रैवल फोटोज के लिए यह जगह बेहद लोकप्रिय है।
- पक्षियों का ठिकाना – यहाँ विभिन्न स्थानीय और प्रवासी पक्षियों को देखा जा सकता है।
- बोटिंग और पिकनिक – बोटिंग करते समय कमल के बीच से गुजरना एक अनोखा अनुभव है।
गुलावट लोटस वैली में करने लायक गतिविधियाँ (Things to Do)
- बोटिंग का आनंद : गुलावत लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) में आकर आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। यहां पर लकड़ी की पतली सी नाव रहती है, जिससे आप यहां पर बोटिंग कर सकते हैं। लकड़ी की नाव से झील में घूमना और कमल के फूलों के बीच से गुजरना एक यादगार अनुभव है। बोटिंग के दौरान शांत लहरें और ठंडी हवा मन को सुकून देती हैं।
- फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी – यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य कैमरे में कैद करने लायक है। प्री-वेडिंग शूट और ड्रोन फोटोग्राफी के लिए यह जगह परफेक्ट है।
- पिकनिक और पारिवारिक समय – परिवार और दोस्तों के साथ यह जगह पिकनिक मनाने के लिए और अच्छा समय बिताने के लिए बहुत ही बढ़िया है।
- पक्षी अवलोकन (Bird Watching) – गुलावत लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) में आकर आप ढेर सारे पक्षी देख सकते हैं। यहां पर ढेर सारे विभिन्न प्रजातियों के पक्षी देखने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर ठंड के समय विदेशी पक्षी भी देखने के लिए मिलते हैं। सुबह और शाम के समय यहाँ विभिन्न प्रजातियों के पक्षी देखने को मिलते हैं।
- नेचर वॉक और ट्रेकिंग – आसपास के हरे-भरे जंगल और घाटी में हल्की ट्रेकिंग और वॉक का मज़ा लिया जा सकता है।
गुलावट लोटस वैली घूमने का सबसे अच्छा समय (Gulawat Lotus Valley Best time to visit)
गुलावत लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) में घूमने का सबसे अच्छा समय अगस्त से फरवरी का रहता है। आप यहां पर बरसात और ठंड के समय आ सकते हैं। बरसात और ठंड के समय झील का दृश्य और कमल के फूलों का दृश्य बहुत ही सुंदर रहता है। यहां पर कमल के फूल बरसात और ठंड के समय खिलते हैं। इस समय आकर आप यहां के दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
गर्मियों में यहां कमल के फूल मुरझा जाते हैं और झील सूख जाती है, जिससे यहां पर घूमने का कोई भी फायदा नहीं रहता है, क्योंकि कमल के फूल देखने के लिए नहीं मिलते हैं। आप यहां पर ठंड में आकर अच्छा समय बिता सकते हैं।
गुलावट लोटस वैली की तस्वीरें (Gulawat Lotus Valley Photos)


गुलावत लोटस वैली कहां पर स्थित है (Where is Gulawat Lotus Valley located?)
गुलावत लोटस वैली, यशवंत सागर बांध का भराव क्षेत्र है। गुलावत लोटस वैली इंदौर शहर के बाहरी क्षेत्र में हातोद के पास में स्थित है। गुलावत लोटस वैली इंदौर शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर है और हातोद 5 किलोमीटर दूर है। आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं।
- स्थान: गुलावट गाँव, रालामंडल के पास, इंदौर जिला।
गुलावट लोटस वैली कैसे पहुँचे? (How to Reach Gulawat Lotus Valley)
गुलावत लोटस वैली पहुंचना बहुत ही आसान है। आप यहां पर रोड के माध्यम से आराम से पहुंच सकते हैं।
सड़क के माध्यम से गुलावत लोटस वैली कैसे पहुंचे (How to reach Gulawat Lotus Valley by road)
सड़क के माध्यम से गुलावत लोटस वैली आने के लिए आप सबसे पहले इंदौर आ सकते हैं और उसके बाद, बस के द्वारा या अपने समय वाहन के जरिये गुलावत लोटस वैली तक पहुंच सकते हैं।
वायु मार्ग से गुलावत लोटस वैली कैसे पहुंचे (How to reach Gulawat Lotus Valley by air)
वायु मार्ग से गुलावत लोटस वैली आने के लिए, आपको इंदौर की हवाई अड्डे में आना होता है। इंदौर में देवी अहिल्याबाई होलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना है, जो गुलावत लोटस वैली से करीब 15 किलोमीटर दूर है। आप वायु मार्ग से भारत के किसी भी शहर से इंदौर पहुंच सकते हैं और उसके बाद सड़क मार्ग के द्वारा गुलावत लोटस वैली आ सकते हैं।
गुलावत लोटस वैली ट्रेन के माध्यम से कैसे पहुंचे (How to reach Gulawat Lotus Valley by train)
गुलावत लोटस वैली ट्रेन के माध्यम से पहुंचना आसान है। गुलावत लोटस वैली का सबसे नजदीकी स्टेशन इंदौर में बना हुआ है। आप इंदौर अन्य शहरों से आ सकते हैं और उसके बाद, सड़क मार्ग से गुलावत लोटस वैली पहुंच सकते हैं।
गुलावट लोटस वैली घूमने का समय और शुल्क
गुलावट लोटस वैली खुलने का समय: गुलावत लोटस वैली में आप किसी भी समय घूमने के लिए आ सकते हैं। यहां पर कोई समय सीमा नहीं है। आप यहां पर आकर घूम सकते हैं।
गुलावत लोटस वैली में लगने वाला शुल्क : गुलावत लोटस वैली में कोई भी शुल्क नहीं लगता है। अगर आप यहां पर कोई गतिविधि करते हैं, जैसे यहां पर आप बोटिंग करते हैं, तो उसका शुल्क दिया जाता है।
गुलावट लोटस वैली के पास घूमने लायक जगहें
- रालामंडल अभयारण्य – वाइल्डलाइफ और नेचर प्रेमियों के लिए।
- गोमटगिरी दिगंबर जैन मंदिर – इंदौर का प्रसिद्ध जैन मंदिर।
- पितृ पर्वत – विशाल पर्वत और हनुमान जी की विशाल मूर्ति।
- श्री बिजासन माता मंदिर इंदौर – श्री बिजासन माता का प्राचीन मंदिर।
- यशवंत सागर बांध – इंदौर का फेमस और विशाल डैम।
- पातालपानी झरना – इंदौर का प्रसिद्ध जलप्रपात।
- जानापाव कुटी – परशुराम जी का जन्मस्थान।
- इंदौर शहर – सराफा बाजार, राजवाड़ा, खजराना गणेश मंदिर।
यात्रा सुझाव (Travel Tips for Gulawat Lotus Valley)
- यहाँ सुबह जल्दी पहुँचना सबसे अच्छा है, क्योंकि तब कमल पूरी तरह खिले होते हैं।
- गर्मियों में यहाँ न जाएँ, झील सूख जाती है।
- बोटिंग करते समय सुरक्षा का ध्यान रखें और बच्चों पर नज़र रखें।
- कैमरा और मोबाइल चार्ज करके लाएँ क्योंकि यहाँ फोटोग्राफी का भरपूर मौका है।
- आसपास ज्यादा रेस्टोरेंट नहीं हैं, इसलिए पिकनिक का सामान साथ ले जाएँ।
- यहां पर पानी में ना जाएं, क्योंकि पानी यहां पर बहुत गहरा है और यहां दुर्घटनाएं सकती हैं।
निष्कर्ष
गुलावट लोटस वैली (Gulawat Lotus Valley) प्रकृति प्रेमियों और सुकून तलाशने वालों के लिए एक बेहतरीन जगह है। कमल के फूलों से ढकी झील, शांत वातावरण, बोटिंग का आनंद और प्राकृतिक सुंदरता इसे इंदौर का स्वर्ग बनाती है। यदि आप इंदौर या मध्य प्रदेश की यात्रा कर रहे हैं तो गुलावट लोटस वैली को अपनी लिस्ट में ज़रूर शामिल करें।
यह स्थान उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो भीड़-भाड़ से दूर परिवार या दोस्तों के साथ कुछ सुकून भरे पल बिताना चाहते हैं।
