हिंडोला महल मांडू – स्थापत्य कला का अनोखा उदाहरण
हिंडोला महल मांडू के प्रसिद्ध आकर्षणों में से एक है। हिंडोला महल अपनी विशिष्ट प्रकार की वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। हिंडोला महल मध्य प्रदेश के मांडू शहर में स्थित एक प्रसिद्ध स्मारक है, जो अपनी विशिष्ट वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। इसकी दीवारें झुकी हुई है, जो इसकी खास पहचान है। चलिए जानते हैं मांडू के हिंडोला महल के बारे में
हिंडोला महल की यात्रा (Hindola Mahal Tour)
मध्यप्रदेश का मांडू सिटी अपने ऐतिहासिक धरोहरों, किलों और महलों के लिए महशूर है। यहाँ के स्मारक अफगान, फारसी और हिंदु स्थापत्य कला का अद्भुत संगम प्रस्तुत करते हैं। मांडू के महलों और किलों में हिंडोला महल (Hindola Mahal) एक ऐसा स्थापत्य है, जो अपनी अनोखी संरचना और झुकी हुई दीवारों के कारण विशेष पहचान रखता है।
मांडू के महलों और किलो में हिंडोला महल अपनी एक विशेष पहचान रखता है। इस महल की दीवारें झुकी हुई है, जो इसे झूले का रूप की तरह दिखती है और इसे सभी महलों से अलग बनाती है। आप अगर मांडू की यात्रा कर रहे हैं, तो आप हिंडोला महल (Hindola Mahal) को जरूर देखें और इसका बारीकी से अवलोकन करें।
हिंडोला महल (Hindola Mahal) मुगल और मालवा सल्तनत काल में देखने के लिए एक महत्वपूर्ण इमारतें में से एक है। यहां पर बहुत सारी मूवीस की शूटिंग भी हुई है। हिंडोला महल मांडू में मुख्य शहर में ही स्थित है। यहां पर आप आसानी से अपनी बाइक से आ सकते हैं। मांडू शहर में प्रवेश करने के बाद, आपको बहुत सारे स्मारक देखने के लिए मिलती है। यहां पर दिल्ली गेट और बहुत सारे प्राचीन गेट बने हैं, जिनसे होते हुए आप मांडू सिटी में आते है।
मांडू मुख्य शहर में, रोड के पास शाही परिसर बना है, जहां पर ढेर सारी इमारतें देखी जा सकती है। यहां पर जहाज महल, तबेली महल, नहर झरोखा, हिंडोला महल, चंपा बावड़ी, दिलावर खान की मस्जिद और जल महल बने हुए हैं। यह सभी महल बहुत सुंदर है और यह सभी देखने लायक है। आप यहां पर बाइक और कार से आकर पार्किंग स्पेस में अपनी बाइक और कार को खड़ा कर सकते हैं और उसके बाद इस शाही महल परिसर में घूमने के लिए जा सकते हैं।
महल परिसर के पार्किंग स्थल के पास में ही ढेर सारी दुकाने हैं, जहां पर खाने-पीने की वस्तुएं मिल जाती है और यहां पर ढेर सारे गिफ्ट्स आइटम, Souvenir और बच्चों के खिलौने मिलते हैं, जो आप खरीद सकते हैं। शाही महल परिसर में प्रवेश के लिए टिकट लेना पड़ता है। यहां पर और भी बहुत सारे महल हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं। सभी महल अपने-अपनी खास विशेषता के लिए प्रसिद्ध है।
प्रवेश टिकट लेने के बाद, शाही महल परिसर में प्रवेश करने में, सबसे पहले तबेली महल देखने के लिए मिलता है, जो परिसर के गेट के पास में ही बना हुआ है और बहुत सुंदर लगता है। आगे बढ़ने पर जहाज महल देखने के लिए मिलता है। जहाज महल के सामने एक विशाल तालाब बना है, जिसे कपूर तालाब के नाम से जाना जाता है। आगे जाने के लिए गलियारा बना हुआ है और गार्डन बना है, जहां पर पेड़ पौधे लगे हुए हैं और बैठने के लिए जगह बनी हुई है। आप यहां पर बैठकर तालाब का सुंदर दृश्य देख सकते हैं और जहाज महल का दृश्य देख सकते हैं।
आगे जाने पर हिंडोला महल (Hindola Mahal) देखने के लिए मिलता है, जिसकी वास्तु कला बहुत ही आकर्षक है। यह महल बाहर से देखने में किसी झूले के सामान लगता है, क्योंकि इसके ढलानदार दीवारें, इसे एक अनोखे झूले का रूप देता है, जो इस खास बनाता है। हिंडोला महल (Hindola Mahal) की बाहरी दीवारे 77 अंश कोण पर तिरछी है। इसलिए यह बाहर से देखने में एक झूले की तरह लगता है। इसकी दीवारें अत्यधिक मोटी हैं।
हिंडोला महल (Hindola Mahal) एक टी-आकार की इमारत है, जिसका उपयोग दर्शक दीर्घा या ओपन-एयर थिएटर के रूप में किया जा रहा है। यहां पर एक मुख्य हाल है, जो पहले बनाया गया था। बाद में, इसे क्रॉसबार जोड़ा गया है, जो एक अनुप्रस्थ भाग है। यह दो मंजिला हिस्सा है, जिसका उपयोग प्राचीन समय में जनाना महल के रूप में किया जाता था। महल का ऊपरी हिस्सा खुला हुआ है। हिंडोला महल देखने के बाद आप महल के आगे और भी महल और प्राचीन बावड़िया है, जिन्हें आप देख सकते हैं। जो बहुत सुंदर है।
हिंडोला महल का इतिहास (Hindola Mahal History)
हिंडोला महल (Hindola Mahal) का निर्माण 1469 से 1500 ई के बीच में किया गया था। इस इमारत का निर्माण सभा भवन के रूप में किया गया था। यहाँ सुल्तान अपने दरबार लगाते थे, जहाँ मंत्रणा, प्रशासनिक बैठकें और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते थे। इसके उत्तरी किनारे पर अंग्रेजी अक्षर टी के आकार का प्रक्षेपण परवर्ती काल में बनाया गया था। इस प्रक्षेपण पर महिलाओं के उपयोग के लिए एक उपरी मंजिल थी। इस मंजिल पर पहुंचने के लिए दो भिन्न मार्ग थे।
हिंडोला महल की स्थापत्य कला (Architecture)
हिंडोला महल (Hindola Mahal) स्थापत्य की दृष्टि से बेहद अद्वितीय और आकर्षक है।
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संरचना
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महल एक विशाल आयताकार भवन है। इसका मुख्य हॉल 30 मीटर लंबा और 18 मीटर चौड़ा है। हॉल की ऊँचाई लगभग 12 मीटर है।
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झुकी हुई दीवारें
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महल की बाहरी दीवारें लगभग 77 डिग्री के कोण पर झुकी हुई हैं। इन्हीं झुकी हुई दीवारों के कारण इसका नाम “हिंडोला महल” पड़ा। ये दीवारें महल को मजबूती और अनोखा रूप दोनों देती हैं।
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दरबार हॉल का डिज़ाइन
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महल के बीच में एक विशाल हॉल है, जिसे दरबार के रूप में प्रयोग किया जाता था। हॉल की छत अब नष्ट हो चुकी है, लेकिन उसकी विशालता आज भी प्रभावित करती है।
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मेहराबें और गलियारे
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महल में चार बड़े मेहराब (arches) बने हुए हैं, जो प्रवेश द्वार का काम करते थे। ये मेहराब गॉथिक शैली और अफगानी स्थापत्य कला का मिश्रण हैं।
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अन्य संरचनाएँ
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हिंडोला महल के पास कई अन्य छोटे महल और संरचनाएँ हैं, जैसे हम्माम (स्नानगृह), मस्जिद और निवास कक्ष।
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हिंडोला महल की विशेषताएँ
- झुकी हुई दीवारें – महल की दीवारें तिरछी हैं, जो इसे झूले जैसा लुक देती हैं।
- विशाल दरबार हॉल – यहाँ बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होकर सभा करते थे।
- ध्वनि व्यवस्था – हॉल का निर्माण इस तरह हुआ है कि ध्वनि पूरे हॉल में गूंजती थी।
- अद्वितीय इंजीनियरिंग – दीवारों की मजबूती और झुकाव उस समय की उच्च कोटि की वास्तुकला का प्रमाण है।
- पर्यटन आकर्षण – आज हिंडोला महल मांडू का प्रमुख दर्शनीय स्थल है और इतिहास प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
हिंडोला महल मांडू की फोटो (Hindola Mahal Mandu Photo)


हिंडोला महल घूमने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit Hindola Mahal)
हिंडोला महल में घूमने का सबसे अच्छा समय ठंड का है। आप ठंड के समय मांडू में आ सकते हैं और आराम से घूम सकते हैं। आप यहां पर अक्टूबर से मार्च के महीने के बीच में आ सकते हैं। अक्टूबर से मार्च का महीना सुहावना और अच्छा रहता है, जिससे घूमने में कोई भी दिक्कत नहीं होती है।
बाकी आप अपनी इच्छा अनुसार बरसात के समय भी यहां पर आ सकते हैं। बरसात के समय भी यहां पर बहुत अच्छा लगता है। बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली रहती है और झरने बहते हैं, जो बहुत ही आकर्षक लगते हैं। गर्मी के समय यहां पर आकर घूमने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है।
हिंडोला महल तक कैसे पहुँचें (How to reach Hindola Mahal)
हिंडोला महल मांडू (Hindola Mahal Mandu) मुख्य शहर में शाही महल परिसर में बना है। यहां पर आप आराम से घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मांडू मुख्य शहर में स्थित है। आप पांडू शहर में बस के द्वारा या अपने निजी वाहन के द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं। इस महल के बाहर पार्किंग के लिए बहुत बड़ा स्पेस है, जहां पर आप अपनी गाड़ी खड़ी कर सकते हैं। उसके बाद यहां पर आराम से आ सकते हैं।
अगर आप मांडू शहर हवाई मार्ग से आते हैं, तो मांडू के निकटतम हवाई अड्डा इंदौर में बना हुआ है। इंदौर में रानी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट बना हुआ है, जो मांडू से करीब 95 किलोमीटर दूर है।
अगर आप हिंडोला महल (Hindola Mahal) रेल मार्ग से आते हैं, तो मांडू का निकटतम रेलवे स्टेशन इंदौर में और डॉ अंबेडकर नगर में बना हुआ है। आप इंदौर या डॉ अंबेडकर नगर रेल के द्वारा आ सकते हैं और उसके बाद सड़क मार्ग द्वारा मांडू पहुंच सकते हैं। मांडू में सड़क मार्ग द्वारा आसानी से आ सकते है। यह मुख्य सड़कों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
हिंडोला महल का गूगल मैप लोकेशन
हिंडोला महल के पास घूमने योग्य स्थान
- जहाज़ महल – पानी से घिरा तैरते जहाज़ जैसा महल।
- रूपमती महल – रूपमती और बाज बहादुर की प्रेम कहानी का प्रतीक।
- हौशंगशाह का मकबरा – संगमरमर से बना भारत का पहला मकबरा।
- नील कंठ महादेव मंदिर – धार्मिक महत्व का स्थल।
- बाज़ बहादुर का महल – स्थापत्य और इतिहास का अद्भुत नमूना।
- लोहानी गुफा – प्राचीन और ऐतिहासिक गुफाएं।
हिंडोला महल यात्रा सुझाव (Travel Tips)
- सुबह और शाम का समय घूमने और फोटोग्राफी के लिए सबसे अच्छा है। आप यहां पर ठंड के समय जाते हैं, तो आप यहां पर दिन में कभी भी घूम सकते हैं।
- महल घूमते समय आरामदायक जूते पहनें।
- स्थानीय गाइड की मदद से इतिहास और कहानियाँ जानें।
- मानसून के मौसम में जाना विशेष अनुभव देता है। मानसून के समय चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है। यहां पर खूबसूरत झरने और हरी भरी वादियां देखी जा सकती है।
निष्कर्ष
हिंडोला महल (Hindola Mahal), मांडू केवल एक स्थापत्य स्मारक नहीं, बल्कि यह मालवा सल्तनत की कला, संस्कृति और शाही वैभव का अनोखा प्रतीक है। इसकी झुकी हुई दीवारें इसे अनूठा बनाती हैं और आज भी पर्यटकों को हैरान कर देती हैं।
यदि आप इतिहास और स्थापत्य कला के प्रेमी हैं, तो मांडू का यह महल आपके लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।
हिंडोला महल (Hindola Mahal) FAQs (Frequently Asked Questions)
Q1. हिंडोला महल कहाँ स्थित है?
Ans. हिंडोला महल मध्य प्रदेश के धार जिले के प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगर मांडू (मालवा) में स्थित है। यह मांडू के रॉयल एन्क्लोजर (शाही महल परिसर) का एक प्रमुख हिस्सा है।
Q2. हिंडोला महल का निर्माण किसने कराया था?
Ans. हिंडोला महल का निर्माण मालवा के सुल्तान होशंग शाह या उनके उत्तराधिकारी गियासुद्दीन खिलजी के शासनकाल में 15वीं शताब्दी के दौरान कराया गया था।
Q3. हिंडोला महल को यह नाम क्यों दिया गया?
Ans. इस महल की दीवारें झूले (हिंडोले) की तरह झुकी हुई दिखाई देती हैं, इसलिए इसे “हिंडोला महल” कहा जाता है। इसका नाम इसकी वास्तुकला की अद्भुत शैली पर आधारित है।
Q4. हिंडोला महल किस शैली में बना है?
Ans. यह महल अफगानी स्थापत्य शैली (Afghan Architecture) का उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें विशाल झुकी हुई दीवारें, मेहराबदार दरवाजे और जालीदार खिड़कियाँ देखने को मिलती हैं।
Q5. हिंडोला महल का उपयोग किस उद्देश्य से किया जाता था?
Ans. इतिहासकारों के अनुसार, हिंडोला महल को दरबार हॉल (Audience Hall) के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, जहाँ सुल्तान दरबार लगाते थे और राजकीय बैठकें आयोजित होती थीं।
Q6. हिंडोला महल की विशेषताएँ क्या हैं?
Ans. हिंडोला महल की विशेषताएँ – झुकी हुई मोटी दीवारें (77° के कोण पर)।
अंदर बड़े हॉल में ऊँची मेहराबें।
सुंदर वेंटिलेशन व्यवस्था।
पत्थर की मजबूत संरचना, जो समय की कसौटी पर खरा उतरी है।
Q7. हिंडोला महल कब बना था?
Ans. इसका निर्माण 15वीं शताब्दी (लगभग 1469 से 1500 ई.) के बीच कराया गया माना जाता है।
Q8. हिंडोला महल के पास और कौन-कौन से पर्यटन स्थल हैं?
Ans. हिंडोला महल के निकट ही जहाज महल, जामा मस्जिद, होषंग शाह का मकबरा, अशर्फी महल, और बाज बहादुर महल जैसे प्रमुख ऐतिहासिक स्थल स्थित हैं।
Q9. हिंडोला महल घूमने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है?
Ans. मांडू घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है, जब मौसम ठंडा और सुहावना रहता है।
Q10. हिंडोला महल कैसे पहुँचा जा सकता है?
Ans. नजदीकी शहर: इंदौर (लगभग 100 किमी)
रेलवे स्टेशन: रतलाम या इंदौर
एयरपोर्ट: देवी अहिल्या बाई होल्कर एयरपोर्ट, इंदौर
मांडू सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
Q11. हिंडोला महल देखने का समय और प्रवेश शुल्क क्या है?
Ans.समय: सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक। प्रवेश शुल्क: भारतीय पर्यटकों के लिए ₹25 और विदेशी पर्यटकों के लिए ₹300 (ASI नियम अनुसार)
Q12. क्या हिंडोला महल में फोटोग्राफी की अनुमति है?
Ans. हाँ, हिंडोला महल परिसर में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की अनुमति है, परंतु व्यावसायिक शूटिंग के लिए विशेष अनुमति लेनी होती है।
Q13. हिंडोला महल मध्य प्रदेश के किस जिले में है?
Ans. हिंडोला महल मध्य प्रदेश के धार जिले में है?
