Jabalpur me ghumne ki jagah – जबलपुर के प्रमुख पर्यटन और दर्शनीय स्थलों की जानकारी और कंप्लीट यात्रा गाइड
परिचय
जबलपुर सिटी मध्य प्रदेश का हृदय स्थल है। यह नर्मदा नदी के किनारे बसा हुआ एक सुंदर शहर है। जबलपुर को संगमरमर की नगरी और नर्मदा नगरी के नाम से जाना जाता है। जबलपुर में घूमने के लिए ढेर सारे स्थान है, जो इसकी सुंदरता को दिखाते हैं। यहां पर ऊंची ऊंची चट्टानें, खूबसूरत झरने, प्राचीन मंदिर, ऐतिहासिक स्थल और प्राकृतिक पिकनिक स्पॉट है, जहां पर जाकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से हम आपको जबलपुर में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है। हम उन सभी जगह के बारे में जानकारी देंगे, ताकि आप जबलपुर में घूमने की योजना बना रहे हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए मददगार साबित हो।
जबलपुर का इतिहास और महत्व
जबलपुर के इतिहास में जाबालि ऋषि का उल्लेख आता है। माना जाता है कि यहां पर जाबालि नाम के ऋषि थे, यहां पर जिन्होंने तपस्या करी। इसलिए इस शहर को प्राचीन समय में जाबालिपुरम और वक्त के साथ इसके नाम को धीरे-धीरे बदलते हुए जबलपुर कहा जाने लगा।
- प्राचीन काल में यह क्षेत्र गोंडवाना साम्राज्य का हिस्सा रहा।
- रानी दुर्गावती और गोंड शासकों की वीरगाथाएँ आज भी इस क्षेत्र के किले और संग्रहालयों में जीवित हैं।
- ब्रिटिश शासनकाल में जबलपुर को “जबलपुर कैंट” के नाम से जाना जाता था।
- आज जबलपुर न केवल पर्यटन स्थल है, बल्कि मध्यप्रदेश हाई कोर्ट, डिफेंस प्रोडक्शन यूनिट्स और शैक्षणिक संस्थानों का भी बड़ा केंद्र है।
Jabalpur me ghumne ki jagah (जबलपुर के पास प्रमुख दर्शनीय और पर्यटन स्थल)
जबलपुर मुख्य शहर में और जबलपुर के आस-पास के क्षेत्र में घूमने के लिए ढेर सारी जगह है, जहां पर आप घूम सकते हैं। चलिए जानते हैं जबलपुर के पास घूमने के लिए प्रमुख दर्शनीय और पर्यटन स्थलों के बारे में :-
भेड़ाघाट एवं भेड़ाघाट के आसपास घूमने की जगह
भेड़ाघाट (Bhedaghat)
भेड़ाघाट को जबलपुर का प्रमुख पर्यटन स्थल माना जाता है। यहाँ नर्मदा नदी संगमरमर की ऊँची-ऊँची चट्टानों के बीच से बहती है। भेड़ाघाट में घूमने के लिए ढेर सारी जगह है, जहां पर जाकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। भेड़ाघाट जबलपुर से 25 किलोमीटर दूर एक छोटा सा नगर है, जहां पर नर्मदा नदी बहती है। नर्मदा नदी के किनारे ढेर सारे स्थल बने हुए हैं, जहां पर जाकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
भेड़ाघाट की विशेषताएं
- बोटिंग – भेड़ाघाट में जाकर आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं। यहां पर बोट क्लब बना हुआ है, जहां पर आपको बोटिंग के लिए एंट्री फीस देनी पड़ती है। उसके बाद आप बोट में बैठकर संगमरमर की घाटियों के सुंदर दृश्य का आनंद ले सकते हैं। यहां पर नर्मदा नदी संगमरमर की घाटियों के बीच से बहती है, जिससे यह जगह और भी ज्यादा आकर्षक लगती है। आप इन घाटियों को करीब से देख सकते हैं।
- संगमरमर की घाटी – भेड़ाघाट में संगमरमर की सुंदर घाटी देखी जा सकती हैं, जो अपने आप में विश्व प्रसिद्ध है। संगमरमर की सुंदर घाटी बहुत ही खूबसूरत है और अपनी अलग पहचान रखते हैं। यहां पर आप इन घाटियों को करीब से देख सकते हैं।
- प्राचीन मंदिरों के सैर – भेड़ाघाट में ढेर सारे प्राचीन मंदिर बने हुए हैं, जहां पर आप जाकर इन मंदिरों को देख सकते हैं ,भेड़ाघाट मुख्य शहर में शिव मंदिर, चौसठ योगिनी मंदिर, पंचमठा मंदिर बना हुआ है। आप इन सभी मंदिरों में जा सकते हैं। भेड़ाघाट के बाहरी क्षेत्र में भी ढेर सारे मंदिर है, जहां पर आप घूम सकते हैं।
- धुआंधार जलप्रपात – भेड़ाघाट का मुख्य आकर्षण धुआंधार जलप्रपात है। आप धुआंधार जलप्रपात की सैर कर सकते हैं।
टाइमिंग: सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक
बोटिंग फीस: ₹100 – ₹500 (सीजन और बोट के हिसाब से)
सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
भेड़ाघाट की गूगल मैप लोकेशन
धुआंधार जलप्रपात (Dhuandhar Falls)
धुआंधार जलप्रपात जबलपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में अपना विशेष स्थान रखता है। धुआंधार जलप्रपात भेड़ाघाट में स्थित है। धुआंधार जलप्रपात नर्मदा नदी पर बना हुआ है। धुआंधार जलप्रपात संगमरमर की चट्टानों से नीचे गिरता है और बहुत ही आकर्षक लगता है। धुआंधार जलप्रपात में जाकर आप ढेर सारी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
धुआंधार जलप्रपात की विशेषताएं
- धुआंधार इसका नाम – धुआंधार जलप्रपात का नाम इस जलप्रपात की संरचना से लिया गया है। धुआंधार जलप्रपात ऊंची चट्टानों से नीचे गिरता है, जिससे पानी के गिरने से छोटी-छोटी पानी की धुंध हवा में उड़ती है। इन धुंध के कारण धुआं जैसा बनता है और आसपास ठंडक लगती है। इसलिए इस जलप्रपात को धुआंधार जलप्रपात कहा जाता है।
- रोपवे सर्विस – धुआंधार जलप्रपात के पास रोपवे की सर्विस उपलब्ध है। रोपवे के द्वारा आप धुआंधार जलप्रपात का ऊपर से दृश्य देख सकते हैं, जो बहुत ही अद्भुत रहता है। यहां पर धुंआधार जलप्रपात के आसपास के पहाड़ियों और नर्मदा नदी को देखा जा सकता है।
- व्यूप्वाइंट – धुआंधार जलप्रपात के आसपास ढेर सारे व्यूप्वाइंट बने हुए हैं, जहां पर जलप्रपात और संगमरमर की पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
- शॉपिंग – धुआंधार जलप्रपात की तरफ जाने वाले मार्ग में ढेर सारी दुकाने हैं, जहां से शॉपिंग की जा सकती है। यहां पर अलग-अलग तरह की शॉपिंग की वस्तुएं मिलती है। यहां पर संगमरमर से बनी ढेर सारी वस्तुएं मिलती हैं, जिनको आप अपने साथ लेकर जा सकते हैं।
टाइमिंग: सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक
रोपवे चार्ज: ₹95 – ₹150 प्रति व्यक्ति
भेड़ाघाट से दूरी: 1 किमी
चौंसठ योगिनी मंदिर (Chausath Yogini Temple)
चौंसठ योगिनी मंदिर जबलपुर में भेड़ाघाट क्षेत्र में बना एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भेड़ाघाट में एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इस मंदिर में जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। यह मंदिर प्राचीन और सुंदर है। मंदिर से भेड़ाघाट और आस-पास की पहाड़ियों का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
चौंसठ योगिनी मंदिर की विशेषताएं
- मंदिर की संरचना – 64 योगिनी मंदिर का विशेष आकर्षण इसकी संरचना है। मंदिर की संरचना गोलाकार है, जो इस आकर्षण का केंद्र बनती है। मंदिर के बीच में शिव मंदिर बना हुआ है।
- 64 योगिनियों की मूर्ति – मंदिर में 64 योगिनियों की मूर्ति देखी जा सकती है। यह मूर्तियां बहुत ही सुंदर तरीके से बनाई गई है और वर्तमान समय में इन मूर्तियों को खंडित अवस्था में यहां पर देखा जा सकता है, क्योंकि मुस्लिम शासको के द्वारा इन मूर्तियों को खंडित कर दिया गया।
- शिव मंदिर – 64 योगिनी मंदिर के बीच में शिव मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है। मंदिर के गर्भगृह में शिव भगवान जी की बहुत ही अद्भुत प्रतिमा देखने के लिए मिलती है, जिसमें शिव भगवान जी दूल्हा वेश में विराजमान है।
- शाम के समय सनसेट का दृश्य – शाम के समय सनसेट का दृश्य यहां से देखना बहुत ही मनोरम होता है। आप यहां पर शाम के समय सीमेंटेड चेयर में बैठकर सूरज को डूबते हुए देख सकते हैं।
टाइमिंग: सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक
एंट्री फीस: फ्री
लोकेशन: भेड़ाघाट
लम्हेटा घाट जबलपुर (Lamheta Ghat Jabalpur)
लम्हेटा घाट जबलपुर के भेड़ाघाट के पास घूमने के लिए एक सुंदर स्थान है। यहां पर नर्मदा नदी पर एक सुंदर घाट बना हुआ है, जहां पर आप घूमने के लिए जा सकते हैं। इस घाट में ज्यादातर लोग नहीं आते हैं। जिस वजह से यह घाट सुंदर और शांति से भरपूर रहता है। आप यहां पर आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
लम्हेटा घाट की विशेषताएं
- स्नान के लिए अच्छा स्थान – लम्हेटा घाट स्नान के लिए एक बहुत ही बढ़िया जगह है। यहां पर आकर आप इस नहाने का आनंद ले सकते हैं। यहां पर कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम भी दिए गए हैं, जिससे यहां पर महिला और पुरुष दोनों ही स्नान कर सकते हैं।
- प्राचीन मंदिर – लम्हेटा घाट के किनारे ढेर सारे प्राचीन मंदिर है, जहां पर जाकर आप मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं। लम्हेटा घाट के पास में ही प्राचीन हनुमान मंदिर बना हुआ है, जो बहुत सुंदर है और प्राचीन है।
- सूर्यास्त का सुंदर दृश्य – घाट में आकर आप सूर्यास्त के सुंदर दृश्य को देख सकते हैं। यहां पर शाम के समय सूरज को डूबते हुए देखने का अनुभव अलग होता है।
टाइमिंग: सुबह 5 बजे से शाम 9 बजे तक
एंट्री फीस: फ्री
लोकेशन: भेड़ाघाट से 5 किलोमीटर दूर
घुघरा जलप्रपात जबलपुर
घुघरा जलप्रपात जबलपुर के भेड़ाघाट के पास घूमने के लिए एक बहुत ही बढ़िया जगह है। यहां पर आकर आप नर्मदा नदी पर बना हुआ एक सुंदर जलप्रपात देख सकते हैं। यह जलप्रपात बहुत ही आकर्षक लगता है। यहां पर आप शांति से बैठ सकते हैं। यह जलप्रपात लम्हेटा घाट के बहुत करीब है। आप यहां पर अपनी बाइक या कार से आराम से पहुंच सकते हैं।
घुघरा जलप्रपात की विशेषताएं
- आकर्षक जलप्रपात – घुघरा जलप्रपात नर्मदा नदी पर बना हुआ सुंदर जलप्रपात है। यहां पर नर्मदा नदी इतनी तेज वेग से बहती है, कि यह बहुत ही आकर्षक लगता है। यहां पर आप चट्टानें देख सकते हैं, जिनकी संरचना भिन्न है और इन्हीं चट्टानों के ऊपर से यह जलप्रपात बहता है।
- भीड़ भाड़ से दूर – यह जलप्रपात भीड़भाड़ से दूर है। यहां पर बहुत कम लोग घूमने लिए आते हैं, जिससे यहां पर भीड़भाड़ नहीं रहती है और आप यहां पर शांतिपूर्वक अपना समय व्यतीत कर सकते हैं।
- सूर्यास्त का सुंदर दृश्य – यहां पर सूर्यास्त का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। शाम के समय आकर आप यहां पर सूर्यास्त की सुंदर दृश्य का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर शाम के समय बहुत ज्यादा शांति रहती है।
टाइमिंग: सुबह 5 बजे से शाम 9 बजे तक
एंट्री फीस: फ्री
लोकेशन: भेड़ाघाट से 6 किलोमीटर दूर, लम्हेटा घाट के करीब
जबलपुर की फेमस झील – Famous lake of Jabalpur
देवताल झील जबलपुर (Devtal Lake Jabalpur)
देवताल झील जबलपुर की सुंदर झीलों में से एक है। यह झील जबलपुर जिले में मेडिकल रोड में बनी हुई है। इस झील में आप सड़क मार्ग से आसानी से घूमने के लिए आ सकते हैं। यह झील जबलपुर के प्राचीन स्थलों में से एक है। इस झील के किनारे ढेर सारे मंदिर बने हुए हैं, जहां पर आप जा सकते हैं।
देवताल झील की विशेषताए
- प्राकृतिक सुंदरता – देवताल झील चारों तरफ से प्राकृतिक सौंदर्य से घिरी है। यह झील बहुत बड़े एरिया में फैली हुई है और यह बहुत सुंदर है। यहां पर चारों तरफ पहाड़ों और पेड़ पौधों का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। झील के किनारे सुंदर घाट बनाया गया है, जहां पर जाकर लोग बैठते हैं और झीलों के सुंदर दृश्य का आनंद लेते हैं।
- मछलियां – देवताल झील में ढेर सारी मछलियां है। आप यहां पर मछलियों को खाना खिला सकते हैं। यहां पर मछलियों को खाना डालने पर ढेर सारी मछलियां आ जाती हैं, जो बहुत ही सुंदर लगते हैं।
- मंदिर – देवताल झील के किनारे ढेर सारे मंदिर बने हुए हैं, जो प्राचीन हैं। यहां पर आकर आप इन मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं। यहां पर आपको शिव भगवान जी, विष्णु भगवान जी, मां दुर्गा जी और मां काली जी का मंदिर देखने के लिए मिल जाता है।
टाइमिंग: सुबह 6 बजे से शाम 9 बजे तक
एंट्री फीस: फ्री
लोकेशन: मेडिकल रोड
संग्राम सागर झील (Sangram Sagar Lake)
संग्राम सागर झील जबलपुर की सबसे सुंदर और आकर्षक झील में से एक है। यह झील मेडिकल रोड में बजानामठ मंदिर के पास में बनी हुई है। यह झील बहुत बड़ी एरिया में फैली हुई है और बहुत खूबसूरत है। यहां पर आप अच्छा और शांति पूर्वक समय बिता सकते हैं। इस झील तक आप आसानी से घूमने के लिए अपने वाहन या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आ सकते हैं।
संग्राम सागर झील की विशेषता
- प्राकृतिक सुंदरता – यह झील चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरी है, जिससे यह बहुत ही आकर्षक लगती है। यहां पर बरसात के समय जाकर समय बिताना बहुत ही अच्छा लगता है। बरसात के समय यहां पर चारों तरफ हरियाली देखने के लिए मिलती है और पानी से पूरी तरह भरी हुई झील देखने के लिए मिलती है।
- झील का ओवरफ्लो होना – झील बरसात के समय पूरी तरह से पानी से भर जाती है, तो यह ओवरफ्लो होकर बहती है, जिससे यहां पर एक सुंदर सा झरना देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। यहां छोटा सा झरना रहता है, मगर आकर्षण रहता है।
- कमल के फूल – झील पर ढेर सारे कमल के फूल लगे हुए हैं, जो इस झील को और भी ज्यादा आकर्षक बनाते हैं।
- झील के किनारे प्रसिद्ध मंदिर – झील के किनारे प्रसिद्ध बजानामठ मंदिर बना है, जो जबलपुर और आसपास के एरिया में बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर में शनिवार के दिन बहुत ज्यादा भीड़ लगती है।
- गार्डन – झील के पास में गार्डन बना हुआ है, जहां पर पेड़ पौधे लगे हुए हैं और बैठने के लिए अच्छी व्यवस्था है। आप यहां पर आकर बैठ सकते हैं और झीलों की सुंदर दृश्य का आनंद ले सकते हैं। यहां पर बहुत शांति मिलती है।
टाइमिंग: सुबह 6 बजे से शाम 9 बजे तक
एंट्री फीस: फ्री
लोकेशन: मेडिकल रोड बाजना मठ मंदिर के पास
गुलौआ ताल जबलपुर (Gulaua Taal Jabalpur)
गुलौआ ताल जबलपुर के प्रसिद्ध तालों में से एक है। प्राचीन समय मैं जबलपुर में बहुत सारे ताले एवं झील हुआ करती थी। मगर अभी के समय जबलपुर में कुछ ताल और झील है, जिनमें से एक गुलौआ ताल भी है। यहां पर एक सुंदर गार्डन बना हुआ है और गुलौआ ताल के बीच में एक छोटा सा टापू भी बना हुआ है, जो इस जगह को और भी सुंदर बनाता है। यहां पर आप अपने वाहन से या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आ सकते हैं।
गुलौआ ताल की विशेषता
- गार्डन – गुलौआ ताल के पास में एक सुंदर गार्डन बना हुआ है, जहां पर जाकर आप घूम सकते हैं। यहां पर ढेर सारे पौधे लगे हुए हैं और यहां पर बैठने की जगह भी बनी हुई है, जहां पर आप शांति से बैठ सकते हैं और कुछ अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं।
- स्ट्रीट फूड – इस ताल के पास में ढेर सारी स्ट्रीट फूड मिलते हैं, जो आप इंजॉय कर सकते हैं। यहां पर चौपाटी बनी है, जहां पर अलग-अलग तरह के स्ट्रीट फूड खाए जा सकते हैं।
- बदक – यहां पर आपको बदक देखने के लिए मिल जाती है। यहां पर गार्डन में बदक पाली गई है, जिन्हें आप देख सकते हैं। इसके अलावा पानी में ढेर सारी मछलियां भी देखने के लिए मिलती हैं।
टाइमिंग: सुबह 6 बजे से शाम 9 बजे तक
एंट्री फीस: ₹10
लोकेशन: संजीवनी नगर गढ़ा
जबलपुर शहर की अन्य प्रसिद्ध झील एवं ताल
- जलपरी झील
- रानीताल झील
- सुपाताल झील
- गंगासागर झील
- हनुमान ताल
- खंदारी झील
जबलपुर के फेमस पार्क और गार्डन (Famous parks and gardens in Jabalpur)
भंवरताल उद्यान जबलपुर (Bhanwartal Garden Jabalpur)
भंवरताल उद्यान जबलपुर जिले में घूमने लायक प्रमुख जगहों में से एक है। यह उद्यान जबलपुर मुख्य शहर में बना है। यहां पर आप आसानी से सड़क माध्यम से आ सकते हैं। यहां पर पहुंचने के लिए आप अपने वाहन का प्रयोग कर सकते हैं या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आ सकते हैं। यहां पर पार्किंग के लिए बहुत बड़ी जगह है।
भंवरताल उद्यान की विशेषताएं
- चारों तरफ हरियाली – भंवरताल उद्यान में आपको चारों तरफ पेड़ पौधे देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर ढेर सारी फूलों वाले प्लांट लगाए गए हैं, जिससे यह उद्यान और भी ज्यादा आकर्षक लगता है।
- रानी दुर्गावती के स्टैचू – भंवरताल उद्यान के बीच में रानी दुर्गावती का एक सुंदर स्टैचू बना है, जो बहुत ही आकर्षक लगता है। यह स्टैचू बहुत सुंदर है। इसमें रानी दुर्गावती घोड़े पर सवार है।
- फव्वारा – भंवरताल उद्यान में फव्वारा देखने के लिए मिलता है। यह फव्वारा शाम के समय चालू होता है, जिससे यह जगह और भी सुंदर लगती है। जब यह फवारा चालू होता है, तो ठंडी ठंडी फुहार आती है, जो और भी अच्छी लगती है।
- व्यू प्वाइंट – भंवरताल उद्यान में एक व्यूप्वाइंट बना हुआ है, जहां पर आप सीढ़ियों के द्वारा जा सकते हैं और पूरे पार्क का दृश्य देख सकते हैं।
झूले – यहां पर ढेर सारे झूले लगे हुए हैं, जिसमें बच्चे लोग बहुत एंजॉय करते हैं।
टाइमिंग: सुबह 6 बजे से शाम 9 बजे तक
एंट्री फीस: ₹10
पार्किंग : ₹10
लोकेशन: नेपियर टाउन
टैगोर गार्डन जबलपुर
टैगोर गार्डन जबलपुर का एक घूमने के एक मुख्य आकर्षण स्थलों में से एक है। टैगोर उद्यान जबलपुर में सदर में बना हुआ है। यह उद्यान सदर चौपाटी के पास स्थित है। यहां पर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट और अपने समय के वाहन से जा सकते हैं। यहां पर पार्किंग के लिए बहुत बड़ी जगह है।
टैगोर उद्यान की विशेषताएं
- प्राकृतिक सुंदरता – टैगोर उद्यान में ढेर सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं, जिससे यह बहुत ही आकर्षक लगता है। यहां पर आकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। यहां पर शाम के समय ढेर सारे पंछी आते हैं, जिससे यह जगह और भी अच्छी लगती है। पंछियों की आवाज सुनने का अनुभव और ही अलग होता है।
- एक्सरसाइज – टैगोर गार्डन एक्सरसाइज के लिए बहुत ही बढ़िया जगह है। यहां पर एक्सरसाइज करने के लिए ढेर सारी यंत्र लगे हुए हैं, जिसमें एक्सरसाइज की जा सकती है। सुबह के समय यहां पर ढेर सारे लोग आते हैं और एक्सरसाइज का आनंद उठाते हैं।
- झूले और फिसलपट्टी – टैगोर गार्डन में ढेर सारे झूले और फिसलपट्टी हैं, जिससे यहां पर बच्चे लोग काफी एंजॉय करते हैं। इसके अलावा बड़े लोग भी झूले में एंजॉय करते हैं।
- कैंटीन – टैगोर गार्डन में एक छोटी सी कैंटीन भी है, जहां पर चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक, आइसक्रीम वगैरा मिलते हैं।
- पिकनिक के लिए बढ़िया – टैगोर गार्डन जबलपुर में पिकनिक के लिए एक बढ़िया जगह में से एक है। यहां पर आप परिवार और दोस्तों के साथ आ सकते हैं। यहां संडे के दिन बहुत सारी फैमिली वाले लोग आते हैं और अपने दिन को एंजॉय करते हैं।
टाइमिंग: सुबह 6 बजे से शाम 9 बजे तक
एंट्री फीस: ₹10
पार्किंग : ₹10
लोकेशन: सदर
शैलपर्ण उद्यान जबलपुर (Shailparn Garden Jabalpur)
शैलपर्ण उद्यान जबलपुर शहर का एक सुंदर और आकर्षक गार्डन है। यह गार्डन जबलपुर में देवताल के आगे बना हुआ है। यह गार्डन चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा है। यहां पर आप आ सकते हैं। यह गार्डन जबलपुर में कपल्स के लिए फेमस है। कपल्स यहां पर भारी मात्रा में आते हैं और अपना समय बिताते हैं।
शैलपर्ण उद्यान की विशेषताएं
- प्राकृतिक सुंदरता – यह उद्यान चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहां पर बड़ी-बड़ी चट्टानें और पेड़ पौधे देखने के लिए मिलते हैं, जो इस जगह को खूबसूरत बनाते हैं। इस जगह में आप आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
- बड़ी सी झील – इस उद्यान के अंदर एक बड़ी सी झील बनी हुई है, जिसमें बरसात के समय पानी भर जाता है और कमल के फूल खिल जाते हैं, जिससे यह झील और भी आकर्षक लगती है। बरसात में यह जगह बहुत सुंदर हो जाती है।
- झूला – उद्यान में ढेर सारे झूले लगे हुए हैं, जिससे बच्चे और कपल्स एंजॉय करते हैं।
- कपल्स का फेवरेट – जबलपुर में कपल्स के लिए यह उद्यान एक बहुत बढ़िया जगह है। कपल्स यहां पर भारी मात्रा में आते हैं। कपल्स यहां पर आकर शांत एरिया में बैठकर बातें कर सकते हैं।
टाइमिंग: सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक
एंट्री फीस: ₹20
पार्किंग : ₹10
लोकेशन: मेडिकल रोड देवताल के आगे
जबलपुर के फेमस ऐतिहासिक और प्राचीन स्थल (Famous historical and ancient places in Jabalpur)
मदन महल किला (Madan Mahal Fort)
मदन महल का किला जबलपुर शहर के मदन महल क्षेत्र में स्थित एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यह किला मदन महल की पहाड़ियों के ऊपर बना हुआ है। यह किला जबलपुर में घूमने लायक प्रमुख स्थानों में से एक है। अगर आप जबलपुर आ रहे हैं, तो आपको इस किले में जरूर जाना चाहिए। इस किले से जबलपुर का बहुत सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है।
मदन महल किले की विशेषताएं
- किले की स्थिति – मदन महल का किला पहाड़ी की चोटी पर बना हुआ है। किले तक पहुंचाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। किले में पहुंचकर बहुत अच्छा लगता है। किले से चारों तरफ का दृश्य देखने के लिए मिलता है, जो बहुत ही अद्भुत रहता है।
- ट्रैकिंग – मदन महल ट्रैकिंग के लिए बहुत बढ़िया जगह है। यह किला पहाड़ी की चोटी पर बना है, जिससे आप यहां पर ट्रैक करके पहुंच सकते हैं। यहां पर ट्रैकिंग का रास्ता भी बहुत खूबसूरत है। यहां पर चारों तरफ पेड़ पौधे और चट्टानें देखने के लिए मिलती है, जो इस जगह को आकर्षक बनाती है। यहां पर शंकर जी का मंदिर और दरगाह भी देखने के लिए मिलती है।
- मदन महल किले की संरचना – मदन महल किले की बनावट बहुत ही सुंदर और अनोखी है। यह पूरा किला एक बड़ी सी ग्रेनाइट की चट्टान पर बना हुआ है, जो इस किले को मध्य प्रदेश के अन्य किलों से भिन्न करती है। मदन महल किले के ऊपर जाने के लिए सीढ़ियां बनी है। किले के ऊपर और भी भवन बने हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं।
- जबलपुर का सुंदर दृश्य – मदन महल किले से जबलपुर का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। बरसात के समय यह जगह और भी ज्यादा मनोरम होती है, जिससे यहां पर आकर आप अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं।
टाइमिंग: सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक
एंट्री फीस: फ्री
जबलपुर शहर से दूरी: 5 किमी
रानी दुर्गावती संग्रहालय (Rani Durgavati Museum)
रानी दुर्गावती संग्रहालय जबलपुर के मध्य में स्थित एक प्रमुख दर्शनीय स्थान में से एक है। अगर आपको पुरानी वस्तु देखने का शौक है, तो आप यहां पर आ सकते हैं। यहां पर आपको जबलपुर शहर की हिस्ट्री के बारे में पता चलेगा। यहां पर ढेर सारी मूर्तियां देखने के लिए मिलती हैं, जो जबलपुर और आसपास के क्षेत्र से लाई गई है। यह संग्रहालय जबलपुर मुख्य शहर में भंवरताल गार्डन के पीछे बना हुआ है। आप यहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट या अपने खुद के वाहन से पहुंच सकते हैं।
रानी दुर्गावती संग्रहालय की विशेषताए
- प्राचीन वस्तुओं का कनेक्शन – इस संग्रहालय में ढेर सारी प्राचीन वस्तुएं देखने के लिए मिलती है। यहां पर प्राचीन मूर्तियां, सिक्के, हथियार का कलेक्शन देखा जा सकता है।
- मूर्तियों का कलेक्शन – यहां पर आपको प्राचीन मूर्तियों का कलेक्शन देखने के लिए मिलता है। यहां पर 9 वी से 11वीं शताब्दी की मूर्तियों का अद्भुत कनेक्शन किया गया है, जिन्हें आप देख सकते हैं।
- आदिवासी गैलरी – यहां पर आदिवासी गैलरी देखने के लिए मिलती है। इस गैलरी में गोंड जनजाति के लोगों की दिनचर्या को दिखाया गया है। यहां पर उनके प्रतिदिन की दिनचर्या और उनके द्वारा किए जाने वाले हर काम को दिखाया गया है। उनके द्वारा कौन से त्योहार मनाए जाते हैं। वह भी आप देख सकते हैं।
- बड़ा सा गार्डन – म्यूजियम के बाहर एक बड़ा सा गार्डन बना हुआ है, जहां पर मूर्तियों का अच्छा कलेक्शन रखा गया है। आप इन्हें भी देख सकते हैं। गार्डन में ढेर सारे पेड़ पौधे लगे हुए हैं।
टाइमिंग: सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक (सोमवार बंद)
टिकट फीस: ₹10 (इंडियन), ₹100 (विदेशी पर्यटक)
लोकेशन: जबलपुर सिविल लाइंस
जबलपुर के फेमस घाट (Famous Ghats in Jabalpur)
ग्वारीघाट (Gwarighat)
ग्वारीघाट जबलपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। ग्वारीघाट नर्मदा नदी के किनारे बना हुआ एक सुंदर घाट है। यहां पर ढेर सारे घाट बने हुए हैं, जहां पर जाकर आप शांति से बैठ सकते हैं और अच्छा अनुभव कर सकते हैं। गौरीघाट में जाकर आप स्नान भी कर सकते हैं। गोराघाट में ढेर सारे मंदिर बने हुए हैं।
गौरी घाट की विशेषताएं
- संध्या आरती – गौरी घाट अपनी संध्या आरती के लिए फेमस है। गौरी घाट में शाम के समय संध्या आरती होती है, जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। यह संध्या आरती बहुत ही भव्य तरीके से की जाती है। यह आरती शाम को 7:00 बजे होती है। आप यहां पर आरती में भाग ले सकते हैं।
- नहाने का आनंद – गौरी घाट में आकर आप नहाने का आनंद ले सकते हैं। नर्मदा नदी के किनारे सुंदर घाट बने हुए हैं, जहां पर महिला और पुरुष आराम से नहा सकते हैं। महिलाओं के लिए चेंज करने के लिए चेंजिंग रूम यहां पर दिए गए हैं, जिससे महिलाएं कपड़े चेंज कर सकती हैं।
- सूर्यास्त का समय – सूर्यास्त का समय गौरी घाट में समय बिताने के लिए बहुत ही अच्छा है। इस समय आप आकर सूर्यास्त का सुंदर दृश्य देख सकते हैं और गौरीघाट में इस समय माहौल बहुत अच्छा रहता है और ठंडा रहता है। यहां पर आकर इस समय बहुत अच्छा लगता है।
- भंडारा – गौरी घाट की खास बात यह है कि यहां पर भंडारा मिलता है। यहां पर शाम, सुबह या दोपहर के समय किसी भी समय भंडारा मिल सकता है। यहां पर श्रद्धालु अपने घर से स्वादिष्ट पकवान बना कर लाते हैं और मां नर्मदा को अर्पित करने के बाद, लोगों में वितरित करते है। यह स्वादिष्ट पकवान आप ले सकते है और खा सकते है।
- बोटिंग – ग्वारीघाट में बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर आप आकर बोटिंग का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर ढेर सारी नाव उपलब्ध रहते हैं, जिनमें आप बोटिंग कर सकते हैं।
जबलपुर शहर से दूरी: 6 किमी
टाइमिंग: सुबह 5 बजे से शाम 10 बजे तक
जबलपुर से दूरी: 40 किमी
तिलवारा घाट (Tilwara Ghat)
तिलवारा घाट जबलपुर के पास घूमने के प्रमुख स्थानों में से एक है। तिलवारा घाट जबलपुर में नर्मदा नदी के किनारे बना हुआ एक सुंदर घाट है। तिलवारा घाट जबलपुर में बायपास रोड में स्थित है। यहां पर आप अपने वाहन से या ऑटो से आराम से आ सकते हैं। तिलवारा घाट में आकर आप नहाने का आनंद उठा सकते हैं। तिलवारा घाट में ढेर सारे स्थल है, जहां पर आप घूम सकते हैं।
तिलवारा घाट की विशेषताएं
- संध्या आरती – तिलवारा घाट में प्रतिदिन शाम के समय आरती होती है, जिसमें आप भाग ले सकते हैं। यह आरती बहुत ही भव्य तरीके से की जाती है। आरती में शामिल होकर बहुत अच्छा लगता है। इस आरती में बहुत अधिक संख्या में लोग भाग लेते हैं।
- नहाने का आनंद – तिलवारा घाट में आप नहाने का आनंद ले सकते हैं। तिलवारा घाट बहुत सुंदर है और यहां पर सुंदर घाट बना हुआ है, जहां पर आप जाकर नहाने का आनंद उठा सकते हैं।
- प्राचीन शानी मंदिर – तिलवारा घाट में शनि भगवान जी का मंदिर बना हुआ है। यहां पर हर शनिवार के दिन बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। बहुत सारे लोग यहां पर दर्शन करने और शनि भगवान जी को तेल चढ़ाने के लिए आते हैं।
- गांधी स्मारक – तिलवारा घाट के पास में ही गांधी स्मारक बना हुआ है। यह स्मारक गांधी जी की याद में बनाया गया है। यह स्मारक बहुत अच्छे से बना हुआ है। यहां पर सुंदर गार्डन भी बना हुआ है, जहां पर आप घूम सकते हैं।
- पुराना ब्रिज – तिलवारा घाट में आकर आप अंग्रेजों के समय का बना हुआ पुराना ब्रिज देख सकते हैं, जो अभी भी अच्छी अवस्था में है और इस ब्रिज में आप घूम सकते हैं। भारी बरसात के समय यह ब्रिज पानी से पूरी तरह डूब जाता है।
जबलपुर के फेमस मंदिर (Famous temples in Jabalpur)
कचनार सिटी शिव मंदिर (Kachnar City Shiv Mandir)
कचनार सिटी शिव मंदिर जबलपुर में घूमने का एक प्रमुख धार्मिक स्थान है। यह मंदिर जबलपुर में विजयनगर में बना हुआ है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर भगवान शिव की बड़ी सी प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर में भगवान शिव की 76 फीट ऊंची प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इस मंदिर में आप आसानी से घूमने के लिए आ सकते हैं। इस मंदिर में आप अपने स्वयं के वाहन से या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से घूमने के लिए आ सकते हैं।
कचनार सिटी शिव मंदिर की विशेषताएं
- भगवान शिव की विशाल प्रतिमा – कचनार सिटी शिव मंदिर भगवान शिव के विशाल प्रतिमा के लिए एक प्रसिद्ध है। इस मंदिर में भगवान शिव की 76 फीट ऊंची प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह प्रतिमा खुले आकाश के नीचे रखी हुई है और बहुत ही सुंदर लगती है।
- 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन – शिव की प्रतिमा के नीचे की तरफ एक गुफा बनी हुई है, जिसमें 12 ज्योतिर्लिंग की प्रतिकृतियों को विराजमान किया गया है। आप यहां पर आकर इन ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकते हैं।
- बड़ा सा गार्डन – कचनार सिटी मंदिर में बड़ा सा गार्डन बना हुआ है, जहां पर आप शांति से बैठ सकते हैं और शिवजी की मूर्ति को ध्यान से देख सकते हैं।
- शिवरात्रि और सावन सोमवार मेला – महाशिवरात्रि और सावन सोमवार के समय यहां पर विशाल मेले का आयोजन होता है, जिसमें दूर-दूर से लोग इस मेले में घूमने के लिए आते हैं और शॉपिंग करते हैं। मेले में ढेर सारी दुकानें लगती है, जिन में शॉपिंग की जा सकती है।
श्री राम लला मंदिर जबलपुर (Shri Ram Lala Temple Jabalpur)
श्री राम लला मंदिर जबलपुर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर जबलपुर में ग्वारीघाट में स्थित है। यहां पर आप स्वयं के वाहन से या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आ सकते हैं। यह मंदिर बहुत प्राचीन है और बहुत सुंदर है। यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। इस मंदिर में मुख्य गर्भगृह में हनुमान जी की सुंदर प्रतिमा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। इसके अलावा यहां पर राम जी, सीता जी, लक्ष्मण जी, भगवान शिव जी और शनि देव के भी दर्शन होते हैं।
श्री राम लला मंदिर की विशेषताएं
- अर्जी पूरा करने वाला मंदिर – इस मंदिर में आकर लोग अर्जी लगाते हैं और लोगों की इच्छाएं पूरी होती है। यहां पर लोग अपनी इच्छा एक कागज में लिखकर हनुमान जी को अर्पित करते हैं और हनुमान जी उनकी इच्छाओं को पूरा करता है।
- शनि भगवान जी का मंदिर – यहां पर शनि भगवान जी का मंदिर बना हुआ है, जिसमें हर शनिवार को ढेर सारे लोग आकर शनि भगवान जी को तेल चढ़ाते हैं। यहां पर शनिवार के दिन बहुत भीड़ रहती है।
- भंडारा का आयोजन – यहां पर भंडारे का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान मिलते हैं, जिनको सभी लोग ग्रहण करते हैं।
पिसनहारी की मढ़िया मंदिर जबलपुर (Pisanhari ki Madhiya Temple, Jabalpur)
पिसनहारी की मढ़िया मंदिर जबलपुर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर जबलपुर में मेडिकल के पास में स्थित है। इस मंदिर मैं आप अपने वाहन से या पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आ सकते हैं। यह मंदिर बहुत अच्छी तरह से बना हुआ है। इस मंदिर में आकर आप अपना अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं।
पिसनहारी मंदिर की विशेषताएं
- प्राचीन एवं ऐतिहासिक – इस मंदिर में आपको प्राचीन प्रतिमाएं देखने के लिए मिलती है, जो पत्थर पर उकेरकर बनाई गई है ,यहां पर जैन संतु और मुनियों की प्रतिमा देखी जा सकती है।
- ट्रैकिंग – यहां पर आप ट्रैकिंग का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर मंदिर ऊंचाई पर बना हुआ है, जिसमें जाने के लिए सीढ़ियां बनी है। आप ट्रैकिंग करते हुए मंदिर के ऊपर तक जा सकते हैं। मंदिर के सीढ़ियों के इस रास्ते में ढेर सारी प्राचीन प्रतिमाएं और मंदिर देखने के लिए मिलते हैं।
- जबलपुर का सुंदर दृश्य – मंदिर के सबसे ऊपरी हिस्से में पहुंचकर आपको जबलपुर शहर का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर आकर आप जबलपुर के दूर-दूर तक के दृश्य को देख सकते हैं।
बाजनामठ मंदिर जबलपुर (Bajnamath Temple Jabalpur)
बाजनामठ मंदिर जबलपुर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थान में से एक है। यह मंदिर जबलपुर का ऐतिहासिक मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण गोंड शासको के द्वारा करवाया गया था। यह मंदिर जबलपुर में मेडिकल के आगे तिलवारा रोड में बना हुआ है। बाजना मठ मंदिर मुख्य रूप से भैरव बाबा को समर्पित है। यहां पर और भी बहुत सारे देवी देवता विराजमान है। यहां पर शनि देव जी, मां काली जी, शंकर भगवान जी के दर्शन करने के लिए मिलते हैं।
बाजनामठ मंदिर की विशेषताएं
- तंत्र विद्या के लिए प्रसिद्ध – यह मंदिर मुख्य रूप से तंत्र विद्या के लिए प्रसिद्ध मंदिर है। कहां जाता है कि प्राचीन समय में यहां पर तंत्र विद्याएं की जाती थी और वर्तमान में भी यह मंदिर तंत्र विद्या के लिए प्रसिद्ध है।
- शनि मंदिर – यहां पर शनि मंदिर बना हुआ है। यहां पर शनिवार के दिन ढेर सारे लोग आते हैं और शनि देवता के ऊपर तेल चढ़ाते हैं। शनिवार के दिन यहां पर बहुत ज्यादा भीड़ लगती है।
- बड़ी सी झील – बाजनामठ मंदिर के सामने संग्राम सागर झील बनी हुई है। बाजनामठ मंदिर से संग्राम सागर झील का बहुत ही सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर कुछ समय बैठकर झील के सुंदर दृश्य को एंजॉय कर सकते हैं।
- भंडारा का आयोजन – यहां पर शनिवार के दिन भंडारे का आयोजन भी होता है। बहुत सारे श्रद्धालु यहां पर आकर भंडारा करवाते हैं।
हनुमानताल बड़ा जैन मंदिर(Hanumantal Bada Jain Temple)
हनुमानताल बड़ा जैन मंदिर जबलपुर के मध्य शहर में स्थित एक सुंदर आकर्षक स्थलों में से एक है। यह मंदिर जबलपुर में हनुमान ताल झील के किनारे बना हुआ है और हनुमानतल झील के कारण ही इसे हनुमान ताल जैन मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर जबलपुर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है और बहुत सुंदर है। इस मंदिर में आकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण महसूस कर सकते हैं। इस मंदिर में आप आसानी से घूमने के लिए आ सकते हैं।
हनुमानताल बड़ा जैन मंदिर की विशेषताएं
- संगमरमर का सुंदर काम – इस मंदिर में संगमरमर का सुंदर काम देखने मिलता है। इस मंदिर में संगमरमर की सुंदर कारीगरी देखी जा सकती है, जो बहुत ही बारीकी से की गई है और बहुत ही आकर्षक है।
- रात के समय इस मंदिर और झील का दृश्य – रात के समय मंदिर को पूरी तरह रोशनी से सजाया जाता है, जिससे मंदिर और भी अधिक सुंदर लगता है और मंदिर का प्रतिबिंब हनुमानताल झील में दिखाई देता है, जिससे यह जगह और भी ज्यादा आकर्षक लगती है।
- दसवीं शताब्दी की मूर्ति – मंदिर के गर्भगृह में दसवीं शताब्दी की भगवान आदिनाथ की प्राचीन मूर्ति विराजमान है, जो दसवीं शताब्दी की है और बहुत पुरानी है। आप इस मूर्ति के दर्शन कर सकते हैं।
जबलपुर जिले के अन्य प्रसिद्ध मंदिर
- श्री अखंड मानस यज्ञ मंदिर
- संकट मोचन मंदिर (गौतम जी की मढ़िया)
- श्री माँ बूढ़ी खेरमाई मंदिर
- बड़ी खेरमाई मंदिर
- पाट बाबा मंदिर
- केदारनाथ मंदिर जबलपुर
- चिंतामणि हनुमान टेंपल
जबलपुर के फेमस डैम और जलाशय (Famous Dams and Reservoirs in Jabalpur)
बरगी डैम (Bargi Dam)
बरगी बांध जबलपुर के पास प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है बरगी बांध जबलपुर से करीब 25 किलोमीटर दूरहै बरगी बांध बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है बरगी बांध आकर आप अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं बरगी बांध में पहुंचने के लिए सड़क मार्ग उपलब्ध है बरगी बांध नर्मदा नदी पर बना हुआ है
बरगी बांध की विशेषताएं
- विशाल बरगी बांध – बरगी बांध में आकर आप इसकी विशालता को देख सकते हैं। बरगी बांध बहुत बड़े एरिया में फैला हुआ है। बरगी बांध का फैलाव क्षेत्र जबलपुर से मंडला तक का है। यहां पर आकर बरगी बांध को देखना, ऐसा लगता है कि आप किसी समुद्र के किनारे खड़े हैं।
- सिंचाई – बरगी बांध सिंचाई के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। बरगी बांध से दो नहर निकलती है, जो मध्य प्रदेश के बहुत सारे जिले को संचित करती है।
- एडवेंचरस स्पोर्ट्स – बरगी बांध के पास में ही रिजॉर्ट बना हुआ है, जहां पर ढेर सारे एडवेंचरस स्पोर्ट्स का आप मजा ले सकते हैं। यहां पर आप विभिन्न प्रकार की बोट का आनंद उठा सकते हैं। यहां पर क्रूज बोट की सुविधा भी उपलब्ध है, जिसमें आप जा सकते हैं।
- प्राकृतिक सुंदरता – बरगी बांध के चारों तरफ पहाड़ और पेड़ पौधों का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आकर इन सुंदर दृश्य को देख सकते हैं।
- सूर्यास्त का दृश्य – बरगी बांध में शाम के समय सूर्यास्त का बहुत ही सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। आप यहां पर आकर सूरज को डूबता हुआ देख सकते हैं, जो बहुत ही अद्भुत लगता है।
क्रूज चार्ज: ₹150 – ₹500
परियट डैम जबलपुर (Pariyat Dam Jabalpur)
परियट डैम जबलपुर के पास घूमने के लिए प्रमुख स्थानों में से एक है। यह बांध जबलपुर जिले के बाहरी क्षेत्र में खमरिया के बहुत आगे बना है। यह बांध बहुत सुंदर है। यह चारों तरफ से पहाड़ों और पेड़ पौधों से घिरा हुआ है। यहां पर आकर आप अच्छा समय बिता सकते हैं। यह बांध मुख्य रूप से मगरमच्छ के लिए प्रसिद्ध है।
परियट डैम की विशेषताएं
- मगरमच्छ – परियट डैम मुख्य रूप से मगरमच्छ संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर मगरमच्छ का संरक्षण किया जाता है। ठंड के समय आकर आप यहां पर मगरमच्छ को देख सकते हैं। मगरमच्छ ठंड के समय धूप सेखने के लिए बाहर आते हैं। तब आप इन्हें देख सकते हैं।
- प्राकृतिक सुंदरता – यह बांध चारों तरफ से प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। यहां पर पेड़ पौधे और पहाड़ियों देखने के लिए मिलती हैं, जो इस जगह को खूबसूरत बनती हैं। बरसात के समय यह जगह और भी आकर्षक लगती है।
जबलपुर के पास 50 किलोमीटर के भीतर घूमने के लिए अच्छी जगह (Best Places to visit within 50 kms near Jabalpur)
- बरगी बांध
- जमतरा ब्रिज
- शारदा मंदिर बरेला
- कैलाश धाम मंदिर खमरिया
- परियट डैम खमरिया
जबलपुर में कपल्स के घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह (Best place to visit for couples in Jabalpur)
- शैलपर्ण उद्यान
- न्यू धुआंधार
- बरगी बांध
- टैगोर गार्डन
- जमतरा ब्रिज
- पायली
जबलपुर के पिकनिक स्पॉट (Picnic spots in Jabalpur)
- बरगी डैम
- भेड़ाघाट
- ग्वारीघाट
- भंवरताल गार्डन
जबलपुर कैसे पहुँचे?
हवाई मार्ग: जबलपुर में वायु मार्ग से आ सकते हैं। जबलपुर में डुमना एयरपोर्ट बना हुआ है, जिससे आप जबलपुर में हवाई मार्ग से आ सकते हैं। यहां पर दिल्ली, मुंबई, भोपाल, इंदौर की फ्लाइट की उपलब्ध है। डुमना एयरपोर्ट में आने के बाद, आप टैक्सी के द्वारा जबलपुर मुख्य शहर में पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: जबलपुर जंक्शन मध्यप्रदेश का बड़ा रेलवे स्टेशन है। रेलमार्ग जबलपुर मुख्य शहर में रेलवे स्टेशन बना हुआ है। यहां पर प्रमुख शहरों से डायरेक्ट जबलपुर पहुंचने की सुविधा उपलब्ध है।
सड़क मार्ग: NH-30 और NH-45 से देश के अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है। सड़क मार्ग से जबलपुर मध्य प्रदेश के अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा है। जबलपुर आने के लिए बस की सुविधा उपलब्ध है। आप जबलपुर में सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं।
जबलपुर में घूमने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit in Jabalpur)
जबलपुर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहावना और ठंडा रहता है, जो यात्रा और पर्यटन के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।
गर्मी के समय – तापमान बहुत ज्यादा रहता है, जिससे यात्रा करने में बहुत ज्यादा थकान होती है। अगर आप इस मौसम में जाते हैं, तो आपको सुबह और शाम घूमना चाहिए। दोपहर के समय आप घूमने ना जाए, तो बेहतर रहेगा।
मानसून के समय – बारिश की वजह से प्रमुख दर्शनीय स्थलों में घूमने में परेशानी होती है। इसलिए मानसून में जाना भी बेहतर नहीं है। ठंड के समय आप आराम से सभी जगह घूम सकते हैं और सभी चीजों को एंजॉय कर सकते हैं।
जबलपुर में लोकल फूड (Local food in Jabalpur)
- पोहा-जलेबी
- साबूदाना खिचड़ी
- दाल-बाफले
- मावा बाटी
- चाट-पकौड़ी
निष्कर्ष
जबलपुर एक ऐसा शहर है जहाँ प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक धरोहरें सब एक साथ मिलती हैं। यहाँ का हर स्थल अपने आप में खास है – चाहे वह भेड़ाघाट की संगमरमर की चट्टानें हों, धुआंधार का जलप्रपात हो, मदनमहल किला हो या ग्वारीघाट की नर्मदा आरती।
अगर आप मध्यप्रदेश की यात्रा की योजना बना रहे हैं तो जबलपुर को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें। यह जगह आपके ट्रिप को यादगार बना देगी।
Jabalpur me ghumne ki jagah – FAQ (Frequently Asked Questions)
1. jabalpur me ghumne ki jagah कौन-कौन सी हैं?
उत्तर : जबलपुर में घूमने की प्रमुख जगहें हैं – भेड़ाघाट, धुआंधार जलप्रपात, मदनमहल किला, चौसठ योगिनी मंदिर, ग्वारीघाट, बरगी डैम, कचनार सिटी शिव मंदिर और रानी दुर्गावती संग्रहालय।
2. जबलपुर घूमने का सबसे अच्छा समय कब है?
उत्तर : जबलपुर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और पिकनिक व सैर-सपाटे का मज़ा दोगुना हो जाता है। मानसून में झरने अपने पूरे सौंदर्य पर होते हैं।
3. कपल्स के लिए jabalpur me ghumne ki jagah कौन सी हैं?
उत्तर : कपल्स के लिए सबसे बेहतरीन जगहें हैं – भेड़ाघाट (चाँदनी रात की बोटिंग), बरगी डैम (क्रूज राइड), ग्वारीघाट (नर्मदा आरती), कचनार सिटी शिव मंदिर और संगमरमर की घाटियाँ।
4. जबलपुर में पिकनिक स्पॉट कहाँ-कहाँ हैं?
उत्तर : जबलपुर के पिकनिक स्पॉट्स हैं – बरगी डैम, भेड़ाघाट, ग्वारीघाट और रानी दुर्गावती संग्रहालय के आसपास का क्षेत्र।
5. जबलपुर किस चीज़ के लिए फेमस है?
उत्तर : जबलपुर संगमरमर की चट्टानों, धुआंधार जलप्रपात, नर्मदा आरती (ग्वारीघाट), मदनमहल किला और बरगी डैम के लिए फेमस है।
6. जबलपुर कैसे पहुँचे?
उत्तर : हवाई मार्ग: जबलपुर एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई, भोपाल और इंदौर की सीधी फ्लाइट उपलब्ध है।
रेल मार्ग: जबलपुर जंक्शन मध्यप्रदेश का बड़ा रेलवे स्टेशन है।
सड़क मार्ग: NH-30 और NH-45 से देश के अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है।
7. jabalpur me ghumne ki jagah बच्चों के लिए कौन सी अच्छी है?
उत्तर : बच्चों के लिए बरगी डैम, भेड़ाघाट की बोटिंग, धुआंधार जलप्रपात और रानी दुर्गावती संग्रहालय उपयुक्त जगहें हैं।
बरगी डैम
डुमना नेचर पार्क
ग्वारीघाट
तिलवारा घाट
