लोहानी गुफाएँ – मांडू की प्राचीन एवं रहस्यमयी गुफाएं | Amazing Lohani Caves Mandu

लोहानी गुफाएँ, मांडू – प्राचीन शैव साधकों का आश्रय स्थल

मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थित मांडू अपने भव्य महलों, किलों और स्थापत्य धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। मांडू में बहुत सारी प्राचीन धरोहर हैं, जो बहुत खूबसूरत है। यहां पर आप घूमने जा सकते हैं और मांडू शहर के अद्भुत दृश्य का आनंद उठा सकते हैं। लोहानी गुफाएँ (Lohani Caves), जो मांडू के पुराने और प्राकृतिक स्थलों में से एक है।
लोहानी गुफाएँ (Lohani Caves) मुख्य रूप से शैव साधुओं का निवास और साधना स्थल मानी जाती हैं। यहाँ पाई गई मूर्तियाँ और अवशेष इस बात का प्रमाण हैं कि यह स्थान एक समय में शिव उपासना का बड़ा केंद्र रहा होगा।

लोहानी गुफाएँ की प्राकृतिक सुंदरता (The Natural Beauty of Lohani Caves)

लोहानी गुफा (Lohani Caves) या मांडू की गुफाएं मध्य प्रदेश की प्राकृतिक स्थान में से एक है। यह गुफाएं प्राकृतिक चट्टानों को काटकर बनाई गई है और बहुत ही आकर्षक लगते हैं। यह जगह प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। यहां पर खूबसूरत घाटी का दृश्य देखने के लिए मिलता है, जो गुफा के ठीक सामने है। यहां पर चट्टानों को काटकर गुफाएं बनाई गई है।

लोहानी गुफा (Lohani Caves) ज्यादा बड़ी नहीं है, छोटी है। मगर बहुत सुंदर है। गुफाओं के सामने एक सुंदर जलकुंड बना है, जो प्राकृतिक है। इस जल कुंड में साल भर पानी ऐसे ही भरा रहता है। बरसात और ठंड के समय यहां पर पहाड़ों से आता है और इस कुंड में गिरता है, जिससे एक सुंदर झरना बनता है, जो बहुत ही आकर्षक लगता है। यहां पर आप घूमने के लिए आ सकते हैं और इस जगह को देख सकते हैं, जो नेचर की खूबसूरती से भरपूर है।

यहां पर आकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते है। यह जगह बहुत ही खूबसूरत है। यहां पर बैठने के लिए अच्छी जगह बनी हुई है। शाम के समय यहां पर सूर्यास्त का दृश्य देखा जा सकता है, जो बहुत ही अद्भुत रहता है। बरसात के समय पूरी घाटी हरियाली से ढक जाती है, जो इस जगह को और भी ज्यादा आकर्षक बनाता है। यहां पर बहुत सारी फोटोशूट होते हैं। यहां पर वेडिंग फोटोशूट होते हैं। यह फोटो क्लिक करने के लिए एक बढ़िया जगह है।

लोहानी गुफाएँ की यात्रा (Lohani Caves Tour)

लोहानी गुफाएं (Lohani Caves) मध्य प्रदेश की खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। यह गुफाएं इंदौर के पास मांडू में स्थित है। आप यहां पर आसानी से सड़क मार्ग से आ सकते हैं। मांडू शहर के केंद्र से करीब एक किलोमीटर के काम दायरे में ही स्थित है। आप यहां पर अपने गाड़ी से जा सकते हैं। यहां पर आने के लिए अच्छा सड़क मार्ग है। यहां पर आप पैदल या अपने गाड़ी से ही आ सकते हैं। यहां पर दो स्पॉट है। यहां पर एक स्पॉट सनसेट व्यू प्वाइंट है।

लोहानी गुफाएं (Lohani Caves) और सनसेट व्यू पॉइंट (Sunset View Point) मांडू शहर के केंद्र से करीब 600 किलोमीटर दूर है। लोहानी गुफाओं (Lohani Caves) में जाने के लिए रास्ता दरिया खान के मकबरे के पास से जाता है। दरिया खान के मकबरे से थोड़ा आगे जाने पर लोहानी गुफाओं के लिए रास्ता मिलता है। रास्ता थोड़ा खराब है, मगर आप यहां पर आसानी से जा सकते हैं। यहां पर सबसे पहले सूर्यास्त प्वाइंट देखने के लिए मिलता है। सूर्यास्त प्वाइंट के लिए सड़क के पास में ही एंट्री गेट बना हुआ है। आप एंट्री गेट के पास में गाड़ी खड़ी करके सूर्यास्त प्वाइंट में घूमने के लिए जा सकते हैं।

सूर्यास्त प्वाइंट में जाकर, सूर्यास्त का बहुत ही सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। शाम के समय इस जगह में आप सूर्यास्त का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर खूबसूरत घाटी का दृश्य देखने के लिए मिलता है। सूर्यास्त प्वाइंट में बैठने के लिए जगह बनी है, जहां पर आप बैठकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। यहां पर पहाड़ियों का नजारा बहुत ही अद्भुत रहता है।

सूर्यास्त प्वाइंट में घूमने के बाद, आप सूर्यास्त प्वाइंट के बाहर आकर नीचे की तरफ जाते हैं, तो आपको लोहानी गुफाएं (Lohani Caves) देखने के लिए मिलती है। लोहानी गुफाएं भीबहुत सुंदर है। यहां पर एंट्री गेट बना हुआ है। सूर्यास्त प्वाइंट और लोहानी गुफाओं में एंट्री फ्री है। आप दोनों जगह में जाकर घूम सकते हैं।

यहां पर आप अपना वाहन एंट्री गेट के पास खड़ा कर सकते हैं। उसके बाद इस जगह पर आ सकते हैं। यहां पर नीचे आने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। आप यहां पर थोड़ी सी सीढ़ियां नीचे उतरने के बाद, लोहानी गुफाएं पहुंच जाते है। सीढ़ियां के दोनों तरफ प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर आपको प्राचीन मूर्तियां और कलाकृतियां भी देखने के लिए मिलती हैं, जो आस-पास बिखरी हुई है। जो प्राचीन है और अद्भुत है, जिनमें सुंदर नक्काशी की गई है।

सीढ़ियों के सामने घाटी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। सीढ़ियों के बाजू से ही एक छोटी सी जलधारा बहती है, जिसकी आवाज कानों को सुखद लगती है। आगे जाने पर घाटी का और भी सुंदर दृश्य दिखाई देता है, जो बहुत ही अद्भुत रहता है और सीढ़ियों के बाजू से ही पहाड़ियां दिखाई देती है। पहाड़ों के नीचे गुफा बनी हुई है, जो बहुत सुंदर है और जो छोटी सी जलधारा थी। वह यहां पर जलप्रपात का रूप लेती है और एक कुंड पर गिरती है।

यह छोटा सा जलप्रपात बहुत आकर्षक लगता है। भारी बरसात के समय इस जलप्रपात में पानी की मात्रा बहुत ज्यादा रहती है। मगर ठंड के समय पानी की मात्रा बहुत कम हो जाती है। गुफाओं में नमी और पानी भी भर जाता है। इस समय यहां पर बहुत संभाल कर चलने की आवश्यकता होती है, नहीं तो आप यहां पर गिर भी सकते हैं। बरसात के समय गुफा के अंदर ना जाए, तो बेहतर रहता है।

आप यहां पर गुफा के अंदर जाकर गुफा की बनावट देख सकते हैं। गुफा ज्यादा बड़ी नहीं है, छोटी है। गुफा में प्राचीन समय में साधु संत रहा करते थे और तपस्या किया करते थे। यह गुफाएं मुख्य रूप से साधु संतों के लिए बनी थी। यहां पर, जो कलाकृतियां देखने के लिए मिलती है। उसमें भी भगवान शिवजी को देखा जा सकता है।

लोहानी गुफा (Lohani Caves) में घूमने के बाद, आप हरी-भरी वादी को देख सकते हैं, जो बहुत ही आकर्षक लगती है। यहां पर दूर फैली हुई घाटी का दृश्य बहुत ही जबरदस्त दिखाई देता है। यहां पर शाम के समय सूर्यास्त का दृश्य देखा जा सकता है। आप यहां पर कुछ समय बिताने के बाद वापस मांडू आ सकते हैं और मांडू की अन्य जगहों की सैर कर सकते हैं।

लोहानी गुफाओं का इतिहास (Lohani Caves History)

  • प्राचीन काल: इतिहासकारों के अनुसार लोहानी गुफाओं का निर्माण लगभग 11वीं से 13वीं शताब्दी के बीच हुआ। ये गुफाएँ उस समय शैव साधकों के ध्यान और तपस्या का प्रमुख स्थान रही होंगी।
  • परमार वंश का प्रभाव: परमार वंश (राजा भोज आदि) के समय में मालवा क्षेत्र में शिव उपासना का विशेष महत्व था। लोहानी गुफाएँ भी संभवतः उसी काल की धार्मिक गतिविधियों से जुड़ी थीं।
  • मांडू सल्तनत काल: जब मालवा पर मुस्लिम शासकों का शासन हुआ, तब इन गुफाओं का महत्व कम हो गया। फिर भी यहाँ मिले मंदिर अवशेष इस बात का प्रमाण हैं कि यह स्थान लंबे समय तक धार्मिक गतिविधियों का केंद्र रहा।

लोहानी गुफाओं की स्थापत्य कला

  1. गुफाओं की संरचना : लोहानी गुफाएँ (Lohani Caves) साधारण और प्राकृतिक चट्टानों को काटकर बनाई गई हैं। इनका आकार बड़ा नहीं है, लेकिन ये साधकों के रहने और ध्यान करने के लिए उपयुक्त थीं। 

  2. मूर्ति अवशेष : लोहानी गुफाओं (Lohani Caves) के आस-पास प्राचीन मूर्तियां पाई गई है, जो इस बात का सबूत है, कि प्राचीन समय में यहां पर उपासक रहते थे और आराधना किया करती थे। यहाँ शिवलिंग, पार्वती, विष्णु और अन्य देवी-देवताओं की टूटी-फूटी मूर्तियाँ मिली हैं। इन मूर्तियों पर की गई नक्काशी उस समय की शिल्पकला को दर्शाती है।

लोहानी गुफा मांडू की फोटो (Lohani Caves Photos)

Lohani Caves Mandu
मांडू की लोहानी गुफा
Lohani Caves Mandu
लोहानी गुफा के पास बना जलकुंड और झरना
Lohani Caves Mandu
लोहानी गुफा की ओर जाने का रास्ता

लोहानी गुफाओं की विशेषताएँ

  • शैव साधना केंद्र – यहाँ पाई गई शिवलिंग और मूर्तियाँ बताती हैं कि यह शिव भक्तों का प्रमुख स्थल था।
  • ऐतिहासिक महत्वलोहानी गुफाएँ मांडू के प्राचीन धार्मिक इतिहास की गवाही देती हैं।
  • सांस्कृतिक धरोहर – यहाँ की मूर्तियाँ और मंदिर अवशेष परमार काल की सांस्कृतिक समृद्धि दर्शाते हैं।
  • प्राकृतिक सौंदर्यलोहानी गुफाएँ एक शांत और हरियाली से घिरे क्षेत्र में स्थित हैं, जो ध्यान और साधना के लिए उपयुक्त है।

लोहानी गुफाओं से जुड़ी मान्यताएँ

  • कहा जाता है कि यहाँ नागर शैली के 80 से अधिक मंदिर हुआ करते थे।
  • गुफाओं के आसपास मिले शिवलिंग इस बात का प्रमाण हैं कि यह स्थान कभी शैव साधुओं का आश्रम रहा होगा।
  • स्थानीय किंवदंतियों के अनुसार, यहाँ कई महान साधुओं ने तपस्या की थी।

लोहानी गुफाएं घूमने का सबसे अच्छा समय (Best time to visit in Lohani Caves)

लोहानी गुफा (Lohani Caves) में घूमने का सबसे अच्छा समय ठंड का रहता है। आप यहां पर अक्टूबर से मार्च के महीने में आ सकते हैं। अक्टूबर से मार्च का महीना बहुत ही बढ़िया और सुहावना रहता है, जिससे घूमने में कोई भी दिक्कत नहीं होती है। इस समय आप आकर यहां पर आराम से गुफा की सैर कर सकते हैं।

आप यहां पर बरसात के समय भी आ सकते हैं, मगर बरसात के समय यहां पर बहुत ज्यादा फिसलन रहती है। गर्मी के समय भी यहां पर आया जा सकता है, मगर गर्मी के समय पर घूमने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है। गर्मी के समय यहां पर दिन के समय सुबह और शाम के समय घूम जा सकता है।

लोहानी गुफाओं तक कैसे पहुँचें?

  • हवाई मार्ग – निकटतम हवाई अड्डा इंदौर (95 किमी) है।

  • रेल मार्ग – निकटतम रेलवे स्टेशन इंदौर और डॉ. आंबेडकर नगर (म्हो) हैं।

  • सड़क मार्ग – मांडू, इंदौर, धार और उज्जैन से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा है।

लोहानी गुफाओं का गूगल मैप लोकेशन

लोहानी गुफाओं के पास घूमने योग्य स्थल

  1. जहाज़ महल – तालाबों के बीच स्थित अनोखा महल।
  2. रूपमती महल – रूपमती और बाज बहादुर की प्रेम गाथा से जुड़ा।
  3. बाज़ बहादुर का महल – स्थापत्य और इतिहास का अद्भुत उदाहरण।
  4. हिंडोला महल – झुकी हुई दीवारों वाला दरबार हॉल।
  5. हौशंगशाह का मकबरा – संगमरमर से बना भारत का पहला मकबरा।
  6. इंदौर
  7. धार का किला

लोहानी गुफाएँ यात्रा सुझाव (Travel Tips)

  • आरामदायक जूते पहनें, क्योंकि यहाँ पैदल चलना पड़ सकता है।
  • गाइड के साथ जाएँ ताकि इतिहास और महत्व अच्छे से समझ सकें।
  • पानी और हल्का नाश्ता साथ रखें।
  • मानसून में जाते समय फिसलन से बचें।
  • पर्यावरण और धरोहर की सुरक्षा का ध्यान रखें। यहां पर कचरा ना फैलाए।

निष्कर्ष

लोहानी गुफाएँ, मांडू (Lohani Caves Mandu) केवल प्राचीन चट्टानें या गुफाएँ नहीं, बल्कि यह शैव साधना, परमारकालीन संस्कृति और मालवा के धार्मिक इतिहास की अमूल्य धरोहर हैं। यहाँ आकर पर्यटक न केवल इतिहास से जुड़ते हैं, बल्कि प्राकृतिक और आध्यात्मिक शांति का अनुभव भी करते हैं।

यदि आप मांडू की यात्रा कर रहे हैं, तो लोहानी गुफाओं को अपनी यात्रा सूची में ज़रूर शामिल करें। यह स्थल आपको मांडू के शाही वैभव से परे उसकी आध्यात्मिक और धार्मिक गहराई से परिचित कराता है।

लोहानी गुफाएँ (Lohani Caves) — FAQ (Frequently Asked Questions)

1. लोहानी गुफाएँ कहाँ स्थित हैं?
लोहानी गुफाएँ मध्यप्रदेश के धार जिले के नालछा तहसील के पास मांडू सिटी में स्थित हैं।

2. लोहानी गुफाएँ किस कालखंड की हैं?
इन गुफाओं को 11वीं-12वीं शताब्दी ईस्वी में बनाया गया है।

3. लोहानी गुफाएँ किस धर्म से संबंधित हैं?
लोहानी गुफाएँ मुख्यतः हिंदू धर्म, विशेषकर शैव परंपरा (Shaivism) से जुड़ी हैं। कहा जाता है कि ये गुफाएँ योगियों / शैव योगियों का निवास स्थान थीं।

4. लोहानी गुफाएँ में क्या-क्या चीजें देखने लायक है?
लोहानी गुफाओं में चट्टानों को खोदकर बनाई गई गुफाएं देखने मिलती हैं। इन गुफाओं के सामने एक कुंड (water cistern) है। एक प्राचीन खम्बा (pillar) भी है, लगभग 5 मीटर ऊँचा, जो संभवतः प्राचीन शैव मंदिर का हिस्सा था। सुंदर घाटी का दृश्य देखने के लिए मिलता है। सूर्यास्त का अद्भुत नजारा देखने के लिए मिलता है।

5. लोहानी गुफाएँ देखने का समय और शुल्क क्या है?
लोहानी गुफाएँ दिन भर खुली रहती हैं। लोहानी गुफाएँ का प्रवेश नि:शुल्क (free of cost) है।

6. लोहानी गुफाएँ घूमने का सबसे अच्छा समय कब है?
बारिश के बाद गुफाएँ और झरना बहुत सुन्दर दिखाई देते हैं। शाम-साँझ का समय (especially सूर्यास्त से पहले) काफी आकर्षक दृश्य प्रदान करता है।

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