रूपमती मंडप मांडू – प्रेम और नर्मदा दर्शन का ऐतिहासिक स्थल | Amazing Rani Roopmati Mahal Mandu

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रूपमती मंडप, मांडू – प्रेम, सौंदर्य और नर्मदा दर्शन का प्रतीक

मांडू सिटी मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। यह शहर ऐतिहासिक स्मारकों के साथ-साथ, मांडू अपनी प्रेम कहानी के लिए भी मशहूर है। मांडू सिटी सुल्तान बाज बहादुर और रानी रूपमती की प्रेम कहानी के लिए प्रसिद्ध है। रानी रूपमती और सुल्तान बाज बहादुर की प्रेम कहानी से जुड़ा हुआ महल, रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) या रानी रूपमती मंडप है, जो मांडू शहर के सबसे अंतिम छोर में बना हुआ है। इस लेख में हम मांडू सिटी के रानी रूपमती महल के बारे में जानेंगे –

रानी रूपमती महल की यात्रा (Visit to Rani Roopmati Mahal)

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) या रानी रूपमती मंडप मांडू के प्रसिद्ध ऐतिहासिक और सुंदर स्थान में से एक है। रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) से आप निमाड़ घाटी और मांडू शहर का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यह महल मांडू शहर में अंतिम छोर पर बना हुआ है। यहां पर आप सड़क मार्ग से आसानी से आ सकते हैं, इस महल की यात्रा करने के लिए, आपको सबसे पहले मांडू सिटी पहुंचाना पड़ेगा। मांडू सिटी के केंद्र से यह स्मारक करीब 4 से 5 किलोमीटर दूर है। यह स्मारक जामा मस्जिद से करीब 5 किलोमीटर दूर है। यहां पर आप अपनी कार और बाइक से आ सकते हैं।

इस रास्ते में आपको ढेर सारे स्मारक भी देखने के लिए मिलते हैं। यहां पर पक्का रास्ता है। इस रास्ते से होते हुए, आप मांडू शहर के सबसे अंतिम छोर पर पहुंचते हैं, जहां पर पहाड़ी के कोने पर रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) बना हुआ है। यह महल पहाड़ी की चोटी पर बना है। इस महल में जाने के लिए सबसे पहले, प्रवेश शुक्ल लगता है। रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) में प्रवेश करने के लिए ₹25 का शुल्क लिया जाता है। यहां पर पार्किंग के लिए बहुत बड़ी जगह है, जहां पर आप अपनी गाड़ी खड़ी कर सकते हैं।

पार्किंग स्थल के पास में ढेर सारी खाने-पीने की दुकानें और गिफ्ट शॉप है, जहां से आप कुछ खाने का सामान ले सकते हैं या गिफ्ट खरीद सकते हैं। पार्किंग स्थल के पास से महल में जाने के लिए चढ़ाई स्टार्ट होती है। यहां पर सड़क बनी हुई है, जिससे आप व्हीलचेयर भी लेकर जा सकते हैं। मगर यहां पर बूढ़े एवं बच्चों को चढ़ाने में परेशान हो सकती है, क्योंकि यहां खड़ी चढ़ाई है।

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) पहुंचकर, महल की खूबसूरती देखी जा सकती है। यह महल चारों तरफ हरियाली और पेड़ पौधों से घिरा हुआ है। यह महल दो मंजिला है। रानी रूपमती महल जिस लोकेशन में बना है, उस लोकेशन से निमाड़ वैली और मांडव सिटी का दृश्य देखा जा सकता है, जो बहुत ही अद्भुत रहता है। महल की वास्तुकला सिंपल है और यह देखने में बहुत ही भव्य लगता है। महल में मेहराबदार प्रवेश द्वार बने हुए हैं, जो इसकी खूबसूरती को और भी ज्यादा बढ़ाते हैं।

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) के ऊपरी सिरे पर दो छतरीनुमा स्मारक बने हुए हैं, जो बहुत ही खूबसूरत लगते हैं। इसके ऊपर गुंबद बने हुए हैं। महल में बने हुए कमरे बहुत ही आकर्षक लगते हैं। महल में गलियारे बने हुए हैं, जिससे आप महल में घूम सकते हैं। महल की बीच में और साइड पर सुंदर बगीचा बना है, जो बहुत बड़े एरिया में फैला है। यहां पर ढेर सारे बिही के पौधे लगे हुए हैं। यहां पर ताजा बिही आपको खाने के लिए मिल जाती है। पार्किंग एरिया में बहुत सारे स्टॉल है, जहां पर आप ताजी-ताजी बिही का आनंद उठा सकते हैं।

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) से आप मांडव शहर का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। यहां पर दूर-दूर तक फैला हुआ मांडू शहर का दृश्य देखने के लिए मिलता है। इस महल की दूसरी तरफ से आप निमाड़ वैली का दृश्य देख सकते हैं। माना जाता है कि प्राचीन समय में रानी रूपमती यहां से नर्मदा जी के दर्शन किया करती थी और पूजा किया करती थी। यहां पर आप ठंडी ठंडी हवा का अनुभव भी ले सकते हैं, जो आपको याद रहेगा। यह जगह फोटो क्लिक करने के लिए बहुत ही बढ़िया है। यहां पर फोटो बहुत ही मस्त आती है। शाम के समय यहां पर सूर्यास्त का दृश्य देखा जा सकता है।

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) में, स्नानागार भी देखने के लिए मिलता है, जो वर्षा जल संरक्षण का एक मुख्य उदाहरण है। महल के निचले हिस्से में बड़े-बड़े कुंड देखने के लिए मिलते हैं। इन कुंड में वर्षा का जल एकत्र किया जाता था। छत के नीचे टैंक बने हुए हैं और वर्षा जल को एकत्र के लिए पाइप लगे हुए हैं, जिससे वर्षा जल यहां पर आकर इकट्ठा होता था। यहां गर्म पानी के लिए अलग से कुंड बना हुआ है।

यह रानी रूपमती का स्नानागार होगा, जिसे आप देख सकते हैं। महल में प्रकाश की और वायु के लिए उचित व्यवस्था की गई है। यहां पर रोशनदान बनाए गए हैं, जिससे वायु और प्रकाश का संचार हो सके। यहां पर बैठने के लिए एरिया भी बनाया गया है। यहां आप बैठकर चारों तरफ का सुंदर दृश्य एंजॉय कर सकते हैं। आप रानी रूपमती महल के सभी हिस्सों को देख सकते हैं और कुछ अच्छा समय यहां बिता सकते हैं। उसके बाद आप मांडू के अन्य जगहों में घूम सकते हैं।

रानी रूपमती महल का इतिहास (Rani Roopmati Mahal History )

बाज बहादुर, मालवा के अंतिम स्वतंत्र शासक, संगीत और कला के महान प्रेमी थे। एक दिन वे शिकार के दौरान रूपमती नामक सुंदर, स्वरमयी युवती से मिले, जो नर्मदा किनारे गीत गा रही थीं। बाज बहादुर उनकी सुंदरता और मधुर आवाज़ से इतने प्रभावित हुए कि उन्हें मांडू ले आए और विवाह कर लिया। रानी रूपमती को नर्मदा नदी से अटूट लगाव था। जब वे मांडू आईं, तो उन्होंने शर्त रखी कि वे तभी यहाँ रहेंगी जब रोज़ नर्मदा माता के दर्शन कर सकेंगी। इसलिए बाज बहादुर ने यह मंडप बनवाया — ताकि रानी यहाँ से प्रतिदिन नर्मदा के दर्शन कर सकें।

जब बाद में मुगल सेनापति आदिल शाह ने मांडू पर आक्रमण किया, तब यह प्रेम कथा दुखद रूप से समाप्त हो गई। बाज बहादुर युद्ध में पराजित हुए और रानी रूपमती ने अपने प्रेम की गरिमा बचाने के लिए आत्महत्या कर ली। आज भी यह मंडप उस अमर प्रेम कहानी का प्रतीक बनकर खड़ा है।

रानी रूपमती महल की स्थापत्य कला (Rani Roopmati Mahal Architecture )

रूपमती मंडप स्थापत्य की दृष्टि से अत्यंत आकर्षक है। यह समुद्र तल से लगभग 365 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। मंडप की बनावट सादगी के साथ-साथ राजसी शिल्पकला का उदाहरण है।

मुख्य स्थापत्य विशेषताएँ:

  • दो मंज़िला मंडप, चौकोर आधार पर बना है।
  • ऊँचे गुम्बद और विशाल मेहराब
  • खुली छत जिससे दूर तक नर्मदा घाटी का दृश्य देख सकते है।
  • दीवारें और जालीदार खिड़कियाँ
  • नीचे का भाग शाही आवास जैसा बना है

यह मंडप न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था बल्कि यह एक निगरानी स्थल (watch tower) के रूप में भी कार्य करता था — जहाँ से आसपास के क्षेत्र पर नज़र रखी जा सकती थी।

रूपमती मंडप से नर्मदा नदी का मनमोहक दृश्य (Beautiful view of Narmada River from Roopmati Mandap)

मांडू से नर्मदा नदी करीब 30 किलोमीटर दूर है। मांडू से नर्मदा नदी का दृश्य देखा जा सकता है। प्राचीन समय में रानी रूपमती जी नर्मदा नदी का दृश्य महल के झरोखों से देखा करती थी। माँ नर्मदा के दर्शन करने के बाद और उनकी पूजा किया करती थी। यह उनकी दैनिक दिनचर्या थी। वह प्रतिदिन नर्मदा नदी के दर्शन करने के बाद, ही भोजन किया करते थे।

वर्तमान समय में आप नर्मदा नदी को यहां पर देख सकते हैं। यहां पर आप टेलिस्कोप की मदद से नर्मदा नदी को देख सकते हैं। नर्मदा नदी एक सिल्वर लाइन जैसी दिखाई देती है। सुबह के समय जब सूरज की रोशनी नर्मदा नदी पर पड़ती है, तो नर्मदा नदी सिल्वर लाइन जैसी चमकती हुई दिखाई देती है।

साफ मौसम में नीचे दूर तक फैली हुई घाटी, हरी-भरी पहाड़ियाँ और बहती नर्मदा नदी किसी चित्र की तरह दिखती हैं। बरसात के समय यहाँ बादल मंडप को छूते हुए गुजरते हैं, जिससे यह स्थान स्वर्ग समान अनुभव कराता है। यही कारण है कि यह स्थान पर्यटकों और फोटोग्राफरों के लिए स्वर्ग बन गया है।

रानी रूपमती महल की फोटो (Rani Roopmati Mahal Photo)

Rani Roopmati Mahal Mandu
रानी रूपमती महल का सामने से नजारा
Rani Roopmati Mahal Mandu
रानी रूपमती महल का गलियारा
Rani Roopmati Mahal Mandu
निमाड़ घाटी का नजारा
Rani Roopmati Mahal Mandu
रानी रूपमती महल जाने का रास्ता

बाज बहादुर और रूपमती की प्रेम कथा (The love story of Baz Bahadur and Roopmati)

मांडू की पहचान “प्रेम की नगरी” के रूप में इसलिए भी है क्योंकि यहाँ की हर इमारत बाज बहादुर और रूपमती की प्रेमकहानी सुनाती है। बाज बहादुर संगीत के उस्ताद थे और रूपमती गायन की देवी समान थीं। कहा जाता है कि दोनों रोज़ शाम को इस मंडप में बैठकर गीत गाया करते थे। उनका प्रेम, निष्ठा और संगीत आज भी यहाँ की हवा में महसूस किया जा सकता है।

रूपमती मंडप के आसपास घूमने योग्य स्थल (Things to do around Roopmati Mandap)

रूपमती मंडप मांडू के अन्य प्रसिद्ध स्थलों से बहुत करीब है। आप एक ही दिन में सभी देख सकते हैं:

  1. बाज बहादुर का महल: रूपमती मंडप के ठीक नीचे स्थित है।
  2. जहाज महल: दो झीलों के बीच तैरता हुआ महल।
  3. हिंडोला महल: तिरछी दीवारों वाला स्थापत्य चमत्कार।
  4. चंपा बावड़ी: भूमिगत जलस्रोत और स्नानगृह।
  5. होशंगशाह का मकबरा: भारत का पहला संगमरमर का मकबरा।
  6. धार का किला – धार का ऐतिहासिक स्थान।

रानी रूपमती महल में घूमने का सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Rani Roopmati Mahal)

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) में घूमने का सबसे अच्छा समय ठंड और बरसात का है। आप यहां पर ठंड और बरसात के समय जाकर अच्छा और शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। ठंड का मौसम यहां पर घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है और ठंड के समय यहां पर ज्यादातर पर्यटक आते हैं। ठंड के समय मौसम बहुत ही बढ़िया रहता है, जिससे घूमने में कोई भी दिक्कत नहीं होती है। यहां पर दूर-दूर तक फैली सुंदर घाटी का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिल सकता है।

बरसात में भी आप यहां पर आकर, इस जगह का आनंद उठा सकते हैं। बरसात में यहां पर चारों तरफ हरियाली और बादलों को सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। बरसात में बादल मंडप के नजदीक से गुजरते हैं, जो इस जगह को और भी आकर्षक बनाता है। गर्मी में भी आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं, मगर गर्मी में ट्रैवल करने में दिक्कत होती है।

रानी रूपमती महल में प्रवेश शुल्क (Entry Fee to Rani Roopmati Mahal)

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) में प्रवेश करने के लिए शुल्क लगता है। यहां पर भारतीय पर्यटकों का ₹25 और विदेशी पर्यटकों का ₹300 लगता है।

रानी रूपमती महल कहां स्थित है (Where is Rani Roopmati Palace located?)

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) मध्य प्रदेश के मांडू (Mandu) में स्थित है, जो धार ज़िले का एक ऐतिहासिक नगर है। यह महल मांडू के दक्षिणी छोर पर एक ऊँची चट्टान पर बना हुआ है, जहाँ से नर्मदा नदी की घाटी का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। रानी रूपमती महल के खुलने का समय सुबह 8 बजे से शाम के 6:00 तक है।

रानी रूपमती महल की गूगल मैप लोकेशन

रानी रूपमती महल कैसे पहुंचे (How to Reach Rani Roopmati Palace)

रानी रूपमती महल (Rani Roopmati Mahal) मांडू मुख्य शहर में स्थित है। यह मुख्य शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर है। यहां पर पहुंचने के लिए सड़क मार्ग है। यहां पर आप सड़क मार्ग से आसानी से आ सकते हैं। आप यहां पर बाइक और कार से आ सकते हैं।

सड़क मार्ग: रूपमती मंडप मांडू में स्थित है, जो धार जिले में आता है। मांडू की इंदौर से दूरी लगभग 100 किलोमीटर है और धार जिले से दूरी 35 किलोमीटर है। इंदौर और धार जिले से मांडू आने के लिए बस और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध है।

रेल मार्ग: मांडू करने का निकटतम रेलवे स्टेशन इंदौर में और रतलाम में बना है। आप रेल मार्ग से आते हैं, तो आप इंदौर या रतलाम आ सकते हैं। उसके बाद सड़क मार्ग द्वारा आ सकते हैं।

हवाई मार्ग: मांडू का निकटतम हवाई अड्डा इंदौर में बना हुआ है। इंदौर में देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट बना है। आप इंदौर आ सकते हैं, उसके बाद मांडू सड़क मार्ग द्वारा आ सकते हैं।

फोटोग्राफी और अनुभव

रूपमती मंडप फोटोग्राफरों के लिए सबसे लोकप्रिय स्थानों में से एक है।

  • सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहाँ का दृश्य अद्भुत होता है।
  • मानसून में जब बादल मंडप को ढक लेते हैं, तो दृश्य जादुई लगता है।
  • यहाँ से नर्मदा घाटी की पैनोरमिक फोटोग्राफी अवश्य करें।

यात्रा सुझाव (Travel Tips)

  • सुबह या शाम का समय चुनें ताकि दृश्य का पूरा आनंद मिल सके।
  • मानसून में फिसलन से बचने के लिए स्पोर्ट्स शू पहनें।
  • स्थानीय गाइड अवश्य लें — उनकी कहानियाँ इस अनुभव को यादगार बना देती हैं।
  • पानी और हल्का भोजन साथ रखें, क्योंकि आसपास खाने के विकल्प सीमित हैं।

FAQ – रूपमती मंडप मांडू के बारे में सामान्य प्रश्न

प्र.1: रूपमती मंडप किसने बनवाया था?
उत्तर: इसे बाज बहादुर ने अपनी प्रिय रानी रूपमती के लिए बनवाया था।

प्र.2: रूपमती मंडप कहाँ स्थित है?
उत्तर: यह मध्य प्रदेश के धार जिले के मांडू कस्बे में स्थित है।

प्र.3: रूपमती मंडप क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर: यह स्थल रानी रूपमती और बाज बहादुर की प्रेमकथा तथा नर्मदा नदी के दर्शन के लिए प्रसिद्ध है।

प्र.4: रूपमती मंडप घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?
उत्तर: अक्टूबर से मार्च और बरसात के मौसम में रूपमती मंडप घूमने का सर्वोत्तम समय है।

प्र.5: क्या रूपमती मंडप से नर्मदा नदी दिखाई देती है?
उत्तर: हाँ, साफ मौसम में मंडप से नर्मदा घाटी का सुंदर दृश्य दिखाई देता है।

निष्कर्ष

रूपमती मंडप मांडू सिर्फ एक स्थापत्य स्मारक नहीं, बल्कि प्रेम और भक्ति की जीवंत कहानी है। यहाँ आकर हर कोई उस युग की कल्पना करता है जब बाज बहादुर और रूपमती इस मंडप से नर्मदा माता के दर्शन करते थे और संगीत की मधुर लहरियाँ गूँजती थीं। अगर आप इतिहास, प्रेम और प्रकृति तीनों को एक साथ महसूस करना चाहते हैं, तो मांडू का रूपमती मंडप आपके सफर का सबसे यादगार पड़ाव बनेगा।

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